
Ram Mandir Ayodhya Photo: 5 अगस्त को अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन होने जा रहा है. श्री राम जन्म भूमि पर कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 8 से हो जाएगी. भूमि पूजन का समय दोपहर 12.30 बजे रखा गया है. कार्यक्रम दोपहर बाद 2 बजे तक चलेगा. भूमि पूजन से पहले श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ने राम मंदिर के प्रस्तावित मॉडल की कुछ तस्वीरें जारी की हैं, जिनसे मंदिर की भव्यता की झलक रही है. (All Images: Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra Twitter)

श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र का कहना है कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर भव्यता और दिव्यता की अद्वितीय कृति के रूप में विश्व पटल पर उभरेगा. राम जन्मभूमि मन्दिर विश्व में भारतीय स्थापत्य कला का अनुपम उदाहरण बनने वाला है.

मंदिर का भूमि पूजन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों सम्पन्न होगा. पीएम मोदी के 5 अगस्त को सुबह 11.30 बजे अयोध्या आने की उम्मीद है.

पीएम मोदी सबसे पहले हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे. उसके बाद वह श्री राम जन्मभूमि पर रामलला की पूजा करेंगे. उसके बाद मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन और अन्य कार्यक्रम होंगे. पीएम मोदी परिसर में ‘परिजात’ का पेड़ भी लगाएंगे.

राम मंदिर भूमि पूजन के लिए स्टेज पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ 4 अन्य लोग रहेंगे. ये लोग आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और महन्त नृत्य गोपालदास हैं.

श्रीराम जन्मभूमि पर राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के लिए 175 मेहमानों को न्योता भेजा जा चुका है. 36 आध्यात्मिक परंपराओं से संबंध रखने वाले 135 पूज्य संत भी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. नेपाल से हिंदू संतों को भी आमंत्रित किया गया है. अयोध्या के कुछ प्रख्यात लोगों को भी आमंत्रित किया गया है.

राम मंदिर निर्माण के लिए देश की सभी बड़ी धार्मिक जगहों, राष्ट्रीय महत्व की जगहों और पवित्र नदियों से मिट्टी और पानी अयोध्या पहुंच रहा है. 2000 से अधिक तीर्थ स्थानों से पवित्र मिट्टी और 100 से अधिक नदियों से पवित्र जल भूमि पूजन के लिए अयोध्या आ चुका है.

श्री बद्रीनाथ धाम, छत्रपति शिवाजी महाराज के किला रायगढ़, श्री रंगनाथस्वामी मन्दिर, तमिलनाडु, श्री महाकालेश्वर मंदिर, हुतात्मा चन्द्रशेखर आज़ाद व बलिदानी बिरसा मुंडा की जन्मभूमि सहित सभी तीर्थों और बलिदानी वीरों के प्रेरणा स्थलों से मिट्टी, जल और अन्य वस्तुएं अयोध्या पहुंची हैं.