Corporate Bond में क्यों लगाएं पैसे? निवेश के समय किन बातों का ख्याल रखना जरूरी? जानिए इन सभी सवालों के जवाब | The Financial Express

Corporate Bond में क्यों लगाएं पैसे? निवेश के समय किन बातों का ख्याल रखना जरूरी? जानिए इन सभी सवालों के जवाब

Corporate Bond: अन्य निवेश विकल्पों की तरह कॉरपोरेट बॉन्ड में भी पैसे लगाने से पहले कुछ चीजों की जानकारी जरूरी है.

why to invest in corporate bond and know here in details of investing in these bonds
बैंक एफडी की तुलना में कॉरपोरेट बॉन्ड अधिक बेहतर विकल्प है क्योंकि इस पर कंपनियां आमतौर पर एफडी से अधिक ब्याज ऑफर करती हैं.

Corporate Bond: लंबे समय से फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) को निवेश का बेहतर विकल्प माना जाता रहा है लेकिन पिछले कुछ समय से कम दरों के चलते इसमें रिटर्न कम मिल रहा है. इसके अलावा इसमें निवेश पर रिटर्न पर टैक्स देनदारी भी इसके प्रति आकर्षण को कम करती है. इस वजह से निवेशक ऐसे विकल्पों की तलाश कर रहे हैं जिसमें कम रिस्क पर बेहतर मुनाफा कमा जा सके. ऐसे निवेशकों के लिए कॉरपोरेट बॉन्ड बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं. कॉरपोरेट बॉन्ड पर एफडी से अधिक रिटर्न हासिल किया जा सकता है और टैक्स देनदारी भी कम बनती है. हालांकि अन्य निवेश विकल्पों की तरह इसमें भी पैसे लगाने से पहले कुछ चीजों की जानकारी जरूरी है.

Mutual Fund Investment: फंड ऑफ फंड में पैसे लगाना कितना सही? जानिए किन परिस्थितियों में इसमें निवेश पर अधिक मुनाफे की है गुंजाइश

पैसे जुटाने के लिए कंपनियां जारी करती हैं कॉरपोरेट बॉन्ड

कॉरपोरेट बॉन्ड को कंपनियां वर्किंग कैपिटल, विज्ञापन और इंश्योरेंस पेमेंट्स जैसे शॉर्ट टर्म खर्चों के लिए जारी करती हैं. पैसे जुटाने के लिए कंपनियां बैंकों से भी लोन ले सकती है लेकिन उसकी तुलना में बॉन्ड जारी करना अधिक सस्ता है. इस वजह से कंपनियां पैसे जुटाने के लिए कॉरपोरेट बॉन्ड के विकल्प पर अधिक जोर देती हैं.

नए साल में प्रीमियम बढ़ने के बाद भी Term Insurance ही रहेगा कम लागत में ज्यादा कवरेज का बेहतर उपाय, जानिए कैसे करें सही पॉलिसी का चुनाव

कॉरपोरेट बॉन्ड में निवेश करना इसलिए बेहतर

  • बैंक एफडी की तुलना में कॉरपोरेट बॉन्ड अधिक बेहतर विकल्प है क्योंकि इस पर कंपनियां आमतौर पर एफडी से अधिक ब्याज ऑफर करती हैं.
  • टैक्स के लिहाज से देखें तो अगर इसमें तीन साल से अधिक निवेश बना हुआ है तो लांग टर्म कैपिटल गेन बनेगा और इस पर इंडेक्सेशन बेनेफिट्स के फायदे के साथ लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्स देना होगा. इसके विपरीत एफडी रिटर्न पर इनकम टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स चुकाना होता है. लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्स की दर 20 फीसदी है.
  • यह कम रिस्क-अधिक रिटर्न वाला शानदार विकल्प है जिसमें लंबे समय में बड़ी पूंजी का निर्माण किया जा सकता है.
  • इसमें सरकारी बॉन्ड की तुलना में अधिक रिटर्न हासिल किया जा सकता है.

Joint Home Loan लेने का है इरादा? तो 3 बातों का रखें ध्यान, वरना हो सकता है बड़ा नुकसान

निवेश के समय इन बातों का रखें ध्यान

  • ये बॉन्ड कम रिस्क में अधिक रिटर्न के लिए बेहतर विकल्प हैं जिसका इस्तेमाल लंबे समय में बड़ी पूंजी बनाने के लिए किया जा सकता है. हालांकि अगर आप रिस्क उठा सकते हैं और औसत से अधिक रिटर्न हासिल करना चाहते हैं तो इसमें निवेश करना बेहतर फैसला नहीं है.
  • क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां कॉरपोरेट बॉन्ड की सेफ्टी का मूल्यांकन करती हैं और इस रेटिंग्स के जरिए अपने निवेश को लेकर फैसला किया जा सकता है. जिन कंपनियों के बॉन्ड की रेटिंग एएए होती है, उन्हें सबसे अधिक सुरक्षित माना जाता है. ऐसे में बॉन्ड में निवेश से पहले रेटिंग
  • को जरूर देखें.
  • बॉन्ड के भाव समय के साथ बदलते हैं और एक ही बॉन्ड को अलग-अलग भाव पर खरीद सकते हैं जो इस पर निर्भर करता है कि इसे आप खरीद कहां से रहे हैं.

(इनपुट: पॉलिसीबाजारडॉटकॉम)

Get Business News in Hindi, latest India News in Hindi, and other breaking news on share market, investment scheme and much more on Financial Express Hindi. Like us on Facebook, Follow us on Twitter for latest financial news and share market updates.

First published on: 11-01-2022 at 12:44 IST

TRENDING NOW

Business News