Continue SIP in Equity: शेयर बाजार में आज अच्छी रिकवरी देखने को मिल रही है. सेंसेक्स में 850 अंकों से ज्यादा तेजी है, जबकि निफ्टी भी 15600 के पार निकल गया है. वैसे इस साल सेंसेक्स और निफ्टी में 11 फीसदी और 12 फीसदी के करीब गिरावट आ चुकी है. बाजार को लेकर आउटलुक अभी भी क्लीयर नहीं नजर आ रहे. महंगाई, जियोपॉलिटिकल टेंशन, रेट हाइक साइकिल और एफआईआई की बिकवाली जैसे फैक्टर बाजार में मौजूद हैं. एक्सपर्ट मौजूदा लेवल से भी बाजार में एक आउटसाइड रिस्क के चलते करेक्शन देख रहे हैं. ऐसे में निवेशकों के सामने सवाल है कि 11 फीसदी से 12 फीसदी टूट चुके बाजार में पैसे किस तरह से लगाएं. क्या SIP बेहतर विकल्प है या एकमुश्त पैसे लगाने का समय आ गया है.
SIP करते रहिए, पॉज करने की जरूरत नहीं
BPN फिनकैप के डायरेक्टर एके निगम का कहना है कि बाजार में अच्छी खासी गिरावट आ चुकी है. बहुत से शेयर सस्ते हुए हैं. अभी के दौर में SIP के जरिए इक्विटी में पैसा लगाना सबसे बेहतर तरीका है. टूट रहे बाजार को देखकर SIP रोकने या पॉज करने की बजाए इसे जारी रखें. आपको अभी पहले से ज्यादा यूनिट मिलेगी, वहीं जब बाजार में रिकवरी आएगी तो सभी यूनिट में ग्रोथ का फायदा मिलेगा. उनका कहना है कि अभी समय यह भी है कि गिरावट आए तो SIP की रकम और बढ़ा सकते हैं. यह समझना जरूरी है कि यह करेक्शन की एक साइकिल है, जो स्थाई नहीं रहने वाली है. भारतीय बाजार का लॉन्ग टर्म आउटलुक बेहतर है.
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3 स्टेप में कर सकते हैं लंप सम
एके निगम का कहना है कि अगर एकमुश्त निवेश करना चाहते हैं तो इसे 3 या 4 स्टेप में कर सकते हैं. निवेशक अभी अपनी कुल रकम का 40 फीसदी इक्विटी में अलेाकेट कर सकते हैं. वहीं बाजार में स्टेबिलिटी शुरू हो तो 30 फीसदी और रैली शुरू होने पर बचा 30 फीसदी निवेश करना चाहिए.
एक बार में ही ना ब्लॉक करें पैसा
Swastika Investmart Ltd. के रिसर्च हेड संतोष मीना का कहना है कि मौजूदा बाजार में एक आउटसाइड रिस्क दिख रहा है. जिसके चलते बाजार में 10 फीसदी से 15 फीसदी करेक्शन आ सकता है. ऐसे में सिसटमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP के जरिए निवेश सही स्ट्रैटेजी है. जिनकी SIP पहले से चल रही है, वे इसे जारी रखें. लेकिन अभी एक बार में ही पूरा पैसा फंसा देना सही तरीका नहीं है. एकमुश्त निवेश के चलते पैसा ब्लॉक भी होगा, वहीं गिरावट बढ़ती है तो नुकसान भी हो सकता है.
(Disclaimer: यहां निवेश पर विचार एक्सपर्ट के द्वारा दिए गए हैं. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले अपने स्तर से सलाह जरूर लें.)