Best Option to Investment: एक निवेशक के तौर पर बेहतर यह है कि आप अपना पूरा निवेश एक ही जगह करने की बजाए उसे अलग अलग एसेट क्लास में करें. इनमें इक्विटी मार्केट, सोना-चांदी, फिक्स्ड डिपॉजिट के अलावा PPF या अन्य स्माल सेविंग्स स्कीम पॉपुलर निवेश के विकल्प हैं. एक कुशल निवेशक के तौर पर आपके लिए जरूरी है कि अपना पैसा अलग अलग एसेट क्लास में लगाएं, जिससे रिस्क कम हो. वहीं समय समय पर आकलन भी करना चाहिए कि कहां पैसा लगाने पर आपको क्या मिल रहा है. अगर आप भी सोच रहे होंगे कि कहां निवेश करना आपके लिए फायदेमंद रहा है. हम यहां जानकारी दे रहे हैं कि पिछले एक साल में अलग अलग एसेट्स का कैसा प्रदर्शन रहा है.
अगर हाई रिटर्न की बात करें तो इक्विटी मार्केट का नाम सबसे पहले आता है. लेकिन इसमें समय समय पर उतार चढ़ाव का डर भी बना होता है. पिछले एक साल में इसका बेहतर उदाहरण मिला है, जब मार्केट रिकॉर्ड हाई से लो पर पहुंचा और हिफर हाई की ओर बढ़ रहा है. वहीं, म्यूचुअल फंड में भी निवेश जोखिम के अधीन होता है.
पीपीएफ या फिक्स्ड डिपॉजिट जैसी स्माल सेविंग्स स्कीम में निवेश पर रिटर्न की गारंटी होती है, हालांकि इसमें रिटर्न कम मिलता है. गोल्ड और सिल्वर निवेश के लिहाज से हमेशा से ही पॉपुलर विकल्प रहा है. जब इक्विटी में गिरावट होती है तो गोल्ड में सेफ हैवन के रूप में निवेश बढ़ जाता है. पिछले 1 साल में इसी वजह से गोल्ड में शानदार रिटर्न मिला है.
सोना
1 साल में रिटर्न: 44.5 फीसदी
1 साल में एक लाख की वैल्यू: 1,44,500 रुपये
1 लाख निवेश पर फायदा: 44,500 रुपये
चांदी
1 साल में रिटर्न: 65.3 फीसदी
1 साल में एक लाख की वैल्यू: 1,65,300 रुपये
1 लाख निवेश पर फायदा: 65,300 रुपये
सेंसेक्स
1 साल में रिटर्न: 3 फीसदी
1 साल में एक लाख की वैल्यू: 1,03,000 रुपये
1 लाख निवेश पर फायदा: 3000 रुपये
निफ्टी
1 साल में रिटर्न: 2.9 फीसदी
1 साल में एक लाख की वैल्यू: 1,02,900 रुपये
1 लाख निवेश पर फायदा: 2900 रुपये
FD
1 साल में औसत रिटर्न: 6.8 फीसदी (अलग अलग बेंकों का औसत)
1 साल में एक लाख की वैल्यू: 1,06,800 रुपये
1 लाख निवेश पर फायदा: 6800 रुपये
PPF
1 साल में रिटर्न: 7.9 फीसदी (1 साल पहले की दर)
1 साल में एक लाख की वैल्यू: 1,07,900 रुपये
1 लाख निवेश पर फायदा: 7900 रुपये
अब क्या करें निवेशक
शेयर बाजार: केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया का कहना है कि मौजूदा समय में शेयर बाजार की बात करें तो निफ्टी का पीई वैल्युएशन फिर हाई हो गया है और यह 30 के करीब है. यह दिखाता है कि बाजार में एक बार फिर करेक्यान आ सकता है. इस साल जनवरी और फरवरी में निफ्टी का पीई 27 और 28 के करीब था, जिसके बाद बाजार में गिरावट आई. मार्च में यह 20 के आस पास आ गया और यहां वैल्युएशन बेहद आकर्षक था. जिसके बाद खरीददरी देखने को मिली. लेकिन पीई का 30 पर आने का मतलब है कि निवेशकों को गिरावट का इंतजार करना चाहिए.
बुलियन: केडिया का कहना है कि गोल्ड अभी भी बेहतर विकल्प है. ब्रिटेन, न्यूजीलैंड और दक्षिण कोरिया जैसे देशों में कोविड—19 के मामले फिर आए हैं. यानी अभी यह चिंता आगे भी रहने वाली है. ग्लोबल बाजारों में अनिश्चितता अभी भी है. इसलिए सोने की सेफ हैवन डिमांड बनी रहेगी. पिछले दिनों सोने में करेक्शन आया था, लेकिन फिर वहां से बॉइंग शुरू हो चुकी है. बेहतर है कि निवेशक गोल्ड सॉवरेन बांड में निवेश करें, जिस पर सालाना 2.5 फीसदी का रिटर्न भी मिलता है. चांदी में अभी वोलैटिलिटी ज्यादा है.
स्माल सेविंग्स स्कीम: पीपीएफ और एफडी जैसी स्कीम जोखिम बिल्कुल न लेने वाले निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है, जहां एक फिक्स्ड रिटर्न मिलता ही है. हालांकि महंगाई और घटते ब्याज दरों को देखते हुए अब ये योजनाएं पहले से कम आकर्षक हुई हैं.