
PPF New Calculator: सरकार ने छोटी बचत योजनाओं पर भरोसा करने वाले निवेशकों को बड़ा झटका दिया है. अप्रैल से जून तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में 1.4 फीसदी तक की बड़ी कटौती की गई है. नौकरीपेशा वर्ग में बेहद पॉपुलर स्कीम पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ पर ब्याज दरों में 0.8 फीसदी की कटौती हुई है. पीपीएफ पर जहां पहले 7.9 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से ब्याज मिल रहा था, अब घटकर यह 7.1 फीसदी ही रह गया है. यानी अब मेच्योरिटी पर मिलने वाली रकम में कमी आएगी. यह भविष्य के लिए फंड तैयार करने का लक्ष्य लेकर चलने वालों के लिए निराश करने वाला जरूर है, लेकिन अब भी यह कई योजनाओं से बेहतर विकल्प है.
बैंक में पैसा रखने पर जहां बचत खाते पर 3 से 3.5 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है, एफडी की दरें भी इसके लिहाज से बहुत कम हैं. दूसरे विकल्पों की बात करें तो इक्विटी बाजार या म्यूचूअल फंडों में पिछले 1 साल का रिटर्न देख सकते हैं, जहां सिर्फ निवेशकों का पैसा डूबा है. वहीं जानकार अभी भी इस स्कीम को रिटर्न की गारंटी मानते हैं. सबसे अच्छी बात है कि डाकघर की योजना होने की वजह से यहां आपकी एक एक जमा पूंजी भी सुरक्षित रहती है. वहीं तय ब्याज के अनुसार रिटर्न की भी गारंटी रहेगी.
अब मेच्योरिटी पर कितनी रकम
अधिकतम मंथली जमा: 12,500 रुपये
अधिकतम सालाना जमा: 1,50,000 रुपये
नई ब्याज दरें: 7.1 फीसदी सालाना कंपांउंडिंग
15 साल बाद मेच्योरिटी पर रकम: 40,68,209 रुपये
कुल निवेश: 22,50,000
ब्याज का फायदा: 18,18,209 रुपये
पहले मेच्योरिटी पर कितनी रकम
अधिकतम मंथली जमा: 12,500 रुपये
अधिकतम सालाना जमा: 1,50,000 रुपये
पुरानी ब्याज दरें: 7.9 फीसदी सालाना कंपांउंडिंग
15 साल बाद मेच्योरिटी पर रकम: 43,60,517 रुपये
कुल निवेश: 22,50,000
ब्याज का फायदा: 21,10,517 रुपये
Note: यहां साफ है कि अब पहले की तुलना में मिलने वाा ब्याज करीब 3 लाख रुपये कम हो जाएगा.
1 करोड़ के फंड के लिए अब कितना समय
अधिकतम मंथली जमा: 12,500 रुपये
अधिकतम सालाना जमा: 1,50,000 रुपये
नई ब्याज दरें: 7.1 फीसदी सालाना कंपांउंडिंग
25 साल बाद मेच्योरिटी पर रकम: 1.03 करोड़ रुपये
कुल निवेश: 37,50,000
ब्याज का फायदा: 65,58,015 रुपये
1 करोड़ के फंड के लिए पहले कितना समय
अधिकतम मंथली जमा: 12,500 रुपये
अधिकतम सालाना जमा: 1,50,000 रुपये
नई ब्याज दरें: 7.1 फीसदी सालाना कंपांउंडिंग
24 साल बाद मेच्योरिटी पर रकम: 1.06 करोड़ रुपये
कुल निवेश: 36,00,000
ब्याज का फायदा: 70,57,015 रुपये
Note: यहां साफ है कि नई ब्याज दरों के अनुसार 1 करोड़ का फंड बनाने के लिए 25 साल का इंतजार करना होगा. जबकि पहले यह लक्ष्य 23.5 साल के करीब में पूरा हो जाता था.
क्यों है बेहतर विकल्प
- ज्यादातर बैंक के बचत खातों पर अब 3 से 3.5 फीसदी ही सालाना ब्याज. हालांकि कुछ बैंक बचत खाते पर 6 फीसदी के आस पास भी ब्याज देते हैं.
- 5 साल की बैंक एफडी पर 5.5 से 6.25 फीसदी के आस पास ब्याज.
- अनिश्चितता के हालात में भी तय किए गए ब्याज के अनुसार ही रिटर्न मिलेगा. जबकि कैपिटल मार्केट में निवेश के डूबने का खतरा रहता है.
- म्यूचुअल फंड में पिछले 1 साल के दौरान इक्विटी सेग्मेंट के हर कटेगिरी में 20 फीसदी से ज्यादा गिरावट.
इक्विटी मार्केट में 1 साल में 23 फीसदी की गिरावट. - डाकघर में जमा हर एक पैसे पर सुरक्षा की गारंटी. जबकि बैंकों में सिर्फ 5 लाख तक की ही रकम पर बीमा मिलता है. यानी बैंक डूब जाएं तो आपकी सिर्फ 5 लाख की रकम ही सुरक्षित रहेगी.
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