पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले साल फरवरी में छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता देने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि नाम से स्कीम चलाई थी. इस स्कीम के तहत योग्य किसानों को हर साल 3 किश्त में 6000 रुपये दिए जा रहे हैं. अब तक इस स्कीम के जरिए 10 करोड़ से ज्यादा किसानों को जोड़ा जा चुका है. वहीं पीएम किसान के तहत लाभार्थियों को 2000 रुपये की 5 किस्त भी जारी की जा चुकी है. अब 1 अगस्त से इसके तहत सरकार छठीं किस्त भेजनी शुरू करेगी. अगर नए वित्त वर्ष में आपने भी आवेदन किया है तो यह जानना जरूरी है कि आपके आवेदन का स्टेटस क्या है. क्यों कि इसमें महज अब एक हफ्ते का ही समय रह गया है. इस बारे में पूरी जानकारी सरकारी वेबसाइट pmkisan.gov.in पर अपलोड की जा चुकी है. यहां जाकर आप अपना स्टेटस पता कर सकते हैं.
कहीं कोई गलत जानकारी तो नहीं दी
सबसे पहले आपको देखना चाहिए कि कहीं कोई जानकारी तो गलत नहीं दे दी है. फार्मर कार्नर पर क्लिक करने के बाद Benificary status पर क्लिक करें. जिसके बाद वहां आधार नंबर, अकाउंट नंबर और फोन नंबर का विकल्प दिखेगा. यहां आप देख सकते हैं कि आपकी सूचना सही है या नहीं. अगर गलत है तो इसे सही करा सकते हैं. अगर आपका आवेदन किसी डॉक्युमेंट (आधार, मोबाइल नंबर या बैंक खाता) की वजह से रुका है तो वह डॉक्युमेंट भी ऑनलाइन अपलोड भी कर सकते हैं.
pmkisan.gov.in: चेक करें स्टेटस
अगर आपने योजना का फायदा लेने के लिए आवेदन किया है और अब अपना नाम लाभार्थियों की सूची में देखना चाहते हैं तो सरकारी वेबसाइट pmkisan.gov.in पर चेक कर सकते हैं.
ये हैं आसान स्टेप
- पीएम किसान सम्मान निधि योजना की लिस्ट ऑनलाइन देखने के लिए सरकारी वेबसाइट pmkisan.gov.in पर क्लिक करिए.
- वेबसाइट खुलने के बाद मेन्यू बार देखें और यहां ‘फार्मर कार्नर’ पर जाएं. ‘लाभार्थी सूची’ के लिंक पर क्लिक करें.
- अपना राज्य, जिला, उप-जिला, ब्लॉक और गांव विवरण दर्ज करें.
- इसके बाद आपको Get Report पर क्लिक करना होगा, जिसके बाद आपको जानकारी मिल जाएगी.
- जिन किसानों को इस योजना का लाभ सरकार की तरफ से दिया गया है उनके भी नाम राज्य/जिलेवार/तहसील/गांव के हिसाब से देखे जा सकते हैं.
इस बार नहीं मिली किस्त तो क्या होगा
अगर किसी बेनेफिशियरी का नाम स्टेट/UT गवर्नमेंट द्वारा पीएम किसान के पोर्टल पर अपलोड किया गया है. लेकिन किसी वजह से उसे 2000 रुपये की किस्त नहीं मिलती है तो उस कारण के समाधान के बाद उसे यह ड्यू उसके खाते में भेजा जाएगा. लेकिन अगर किसी वजह से किसान का नाम सरकार द्वारा रिजेक्ट किया जाता है तो वह इसका पात्र नहीं होगा. किस्त आने में देरी की वजह कई हो सकती हैं, जैसे कि रजिस्ट्रेशन में गलत नाम, पता या बैंक अकाउंट की जानकारी देना. इसे सुधारने के बाद जो किस्त उसे नहीं मिली है, वह भी अगली किस्त के साथ खाते में भेज दी जाएगी.