Modi Govt Sukanya Samriddhi Yojana in Post Office: मोदी सरकार के कार्यकाल में कुछ सरकारी स्कीम शुरू की गई हैं, जिनमें निवेश आपके या आपके बच्चों के भविष्य को सुरक्षित कर सकता है. इनमें पोस्ट ऑफिस की सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) एक बेहतर विकल्प है. स्माल सेविंग्स स्कीम में यह सबसे ज्यादा ब्याज देने वाली स्कीम है. SSY में PPF, एफडी, एनएससी, आरडी, मंथली इनकम स्कीम या टाइम डिपॉजिट की तुलना में बेहतर ब्याज मिल रहा है. अगर नवजात के नाम से इस स्कीम को शुरू किया जाए और अधिकतम लिमिट हर साल जमा करें तो मैच्योरिटी पर ये स्कीम 60 लाख से ज्यादा फंड तैयार कर देगी.
सुकन्या समृद्धि योजना में ब्याज दर 7.6 फीसदी सालाना है. योजना की मेच्योरिटी तो 21 साल है, लेकिन इसमें पैरेंट्स को 14 साल ही निवेश करना होता है. बाकी बचे साल के लिए ब्याज जुड़ता रहता है. इस योजना में आपकी ओर से जितना भी निवेश किया जाएगा, मेच्योरिटी पर रिटर्न 3 गुना मिलेगा. मौजूदा ब्याज दरों पर इस स्कीम के जरिए अधिकतम 63.50 लाख रुपये तक की रकम जुटाई जा सकती है.
SSY कैलकुलेटर
ब्याज दर: 7.6 फीसदी सालाना
अधिकतम निवेश की लिमिट: 1.50 लाख रुपये सालाना या मंथली 12500 रुपये
अगर यही ब्याज दर बनी रहे और 14 साल तक आप अधिकतम निवेश करें तो…….
आपका कुल निवेश: 22.50 लाख रुपये
मैच्योरिटी पर अमाउंट: 63.65 लाख रुपये
ब्याज का फायदा: 41.15 लाख रुपये
कैसे शुरू कर सकते हैं यह सरकारी स्कीम
SSY के तहत अकाउंट किसी भी नजदीकी पोस्ट ऑफिस में शुरू किया जा सकता है. इसके लिए पोस्ट ऑफिस जाकर एक फॉर्म भरना होगा. इसके साथ बेटी का बर्थ सार्टिफिकेट होना जरूरी है. ध्यान रहे कि ये अकाउंट 10 साल से कम उम्र के बच्च्यिों के नाम पर ही खुल सकता है.
इसके लिए पैरेंट्स का आईडी प्रूफ भी चाहिए, जिसमें पैन कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट कोई भी डॉक्यूमेंट्स इस्तेमाल कर सकते हैं. वहीं एड्रस प्रूफ के लिए भी डॉक्यूमेंट्स सब्मिट करने होंगे. बैंक या पोस्ट ऑफिस से आपके डॉक्युमेंट्स का वेरिफिकेशन होने के बाद आपका अकाउंट खुल जाएगा. अकाउंट खुलने के बाद अकाउंट होल्डर को पासबुक भी दी जाती है.
SSY के क्या हैं लाभ
सुकन्या समृद्धि योजना यानी SSY के तहत निवेश आयकर कानून की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ लिया जा सकता है. अगर बेटी की उम्र 18 साल हो जाती है और उसे पढ़ाई या उसकी शादी के लिए पैसों की जरूरत है तो आप जमा राशि की 50 फीसदी तक राशि निकाल सकते हैं. योजना में सालाना न्यूनतम 250 रुपये जमा किया जा सकता है.