गणेश चतुर्थी के साथ ही देश में फेस्टिवल सीजन की शुरूआत हो चुकी है. फेस्टिव सीजन में निवेश के लिए लोग भारी संख्या में कमोडिटी खरीदते हैं. ऐसे में हम आप को बताते हैं कि वो कौन सी पांच कमोडिटी हैं, जिनमें समझारी से किया गया निवेश न सिर्फ आपकी पूंजी को सुरक्षित रखेगा, बल्कि बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना भी बनी रहेगी.
1. कमोडिटी- प्रोड्यूसिंग कंपनियों के स्टॉक
कमोडिटी प्रोड्यूसिंग कंपनियों के शेयर्स खरीदना निवेश का एक बेहतर विकल्प हो सकता है. इनमें निवेश से न सिर्फ बाजार में शेयर के दाम बढ़ने का फायदा मिलता है, बल्कि कंपनियां अच्छा मुनाफा होने पर अपने शेयर्स होल्डर्स के लिए डिविडेंड भी देती हैं. हालांकि शेयरों में निवेश करना सोने की खरीद जितना आसान नहीं होता, लेकिन बाजार की जानकारी हो तो अच्छा मुनाफा कमाने की गुंजाइश बनी रहती है.
2. मेटल स्टॉक्स पर फोकस करने वाले म्यूचुअल फंड
निफ्टी मेटल इंडेक्स को ट्रैक करने वाले पैसिव इंडेक्स फंड में पैसे लगाना भी कमोडिटी में निवेश करने का एक बेहतर और आसान तरीका हो सकता है. इसके अलावा कमोडिटी में निवेश करने वाले एक्टिव सेक्टोरल फंड में निवेश करके भी कमोडिटी मार्केट की हलचल का लाभ लिया जा सकता है. अगर आप निवेश को लेकर कंफ्यूज हैं और आप के पास कमोडिटी रिसर्च के लिए समय और साधन नहीं हैं, तो ऐसे म्यूचुअल फंड्स में पैसे लगाना आप के लिए बेहतर विकल्प हो सकता है.
3. गोल्ड में निवेश
हमारे देश में गोल्ड यानी सोने में निवेश की परंपरा रही है. खास कर महिलाओं को आम तौर पर सोने में निवेश करना ज्यादा पसंद आता है. यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि गोल्ड और शेयर्स के रिटर्न में अक्सर उल्टा संबंध रहता है. मतलब ये कि जब शेयर बाजार में गिरावट आती है, तो सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लोग बाजार में अस्थिरता आने पर गोल्ड में निवेश करना ज्यादा सुरक्षित मानते हैं.
गोल्ड को बिस्किट या गहने जैसे फिजिकल फॉर्म में भी खरीदा जा सकता है और गोल्ड ईटीएफ (ETF) के तौर पर डिजिटल रूप में भी. सोने को बिस्किट या गहने के रूप में खरीदने के मुकाबले गोल्ड ईटीएफ के माध्यम से निवेश करना ज्यादा कॉस्ट इफेक्टिव होता है. गोल्ड ईटीएफ को बाजार के जरिए बेचने में भी आसानी रहती है. इसके साथ ही सोने में निवेश करने वालों के लिए भारत सरकार द्वारा समय-समय पर कई चरणों में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (sovereign gold bonds) भी जारी किये जाते हैं, जिनमें निवेश पर रिटर्न के अलावा टैक्स सेविंग का लाभ भी मिलता है.
4. चांदी में निवेश
इस फेस्टिव सीजन में आप सोने के साथ-साथ चांदी में भी निवेश कर सकते हैं. आईसीआईसीआई डायरेक्ट की एक रिसर्च रिपोर्ट में दावा किया गया है कि तेजी से आगे बढ़ रही आर्थिक औद्योगिक इकाइयों के चलते बाजार में चांदी की वैश्विक स्तर पर मांग बनी रहेगी. चांदी में निवेश के दौरान भी आप इसे ठोस या ईटीएफ के रूप में भी खरीद सकते हैं.
5. एल्युमीनियम में निवेश
एल्युमीनियम को सोने और चांदी के बाद सबसे ज्यादा बिकने वाला मेटल माना जाता है. इसका इस्तेमाल ऑटोमोबाइल समेत हर सेक्टर के उद्योगों में किया जाता है. यही वजह है कि एल्युमीनियम की मांग कभी कम नहीं होती. इस बात का अंदाजा साल 2021 में एल्युमीनियम के दामों में आये भारी उछाल को देखकर लगाया जा सकता है. इस दौरान एल्युमीनियम की कीमत इतिहास के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई थी. एल्युमीनियम की इसी खासियत को देखते हुए इसे निवेश पर बेहतर और सुरक्षित रिटर्न देने वाला माना जाता है.
(By Vaibhav Agarwal, Founder, Teji Mandi)