
बैंकों के बढ़ते हुए उधार दरें के कारण घर खरीदने वालों को अपने कर्ज का प्रभावी तरीके से प्रबंधन करना होगा नहीं तो EMI (बराबर मासिक किश्तों) में अधिक खर्च करना होता है. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दर में वृद्धि नहीं होने के बावजूद, लिक्विडिटी एक्सक्यूज़ का सामना कर रहे बैंक ने अपनी दरें बढ़ा दी हैं. देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने सबसे पहले दर बढ़ाए जिसके बाद ऐक्सिस बैंक, यस बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक जैसे निजी क्षेत्र के बैंकों के भी दर बढ़ा दिए.
वाणिज्यिक बैंकों के अनुसार, हाउसिंग डेवलपमेंट एंड फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड ने भी 1 अप्रैल से अपनी उधार दरों में 5 से 20 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है. 30 लाख से कम रुपये के होम लोन पर महिला उधारकर्ताओं को 8.4 फीसदी और अन्य के लिए 8.45 फीसदी पर कर्ज मिलता है. 30-75 लाख रुपये के होम लोन के लिए महिला उधारकर्ताओं के लिए 8.55 फीसदी और अन्य के लिए 8.60 फीसदी पर कर्ज उपलब्ध है. 75 लाख से अधिक के होम लोन पर महिलाओं के लिए 8.65 फीसदी और अन्य के लिए 8.70 फीसदी होगी. मौजूदा उधारकर्ताओं के लिए दरें भी कम से कम 20 आधार अंक तक बढ़ गई हैं.
हालांकि छोटे उधारकर्ता अपने कर्ज के कार्यकाल को बढ़ाकर ईएमआई में वृद्धि को झेल सकते हैं लेकिन अन्य लोगों को महंगे ईएमआई का सामना करना पड़ सकता है. हम यहां आपको कुछ विकल्प बता रहे हैं जो एक उधारकर्ता को उच्च ब्याज राशि के आउटगो को कम करने पर विचार करना चाहिए.
Partial Pre-Payment (आंशिक प्री-पेमेंट)
यह कर्ज को जल्दी बंद करने का सबसे आसान उपाय है. इसके लिए आप बोनस के रूप में मिलने वाली रकम, आय के साथ मिले एरियर, दोस्तों, रिश्तेदारों स मिले नगद ऊपहार, शेयरों से हुई कमाई, संपत्ति बेचने, डिपॉजिट बंद, टैक्स बचाने वाले साधनों के मैच्योरिटी से मिली रकम और बचत खाते बंद करने से मिली रकम का इस्तेमाल करके आप होमलोन को समय से पहले आँशिक रुप से बंद करा सकते हैं. एक बार में भुगतान किए जाने वाली रकम से आप लोन की मूल राशि घटा सकते हैं और जो बची हुई ईएमआई जारी रहती है, प्रिसीपल अमाउंट कम होने से ईएमआई भी सस्ती हो जाती है.
Increase EMI (ईएमआई बढ़वाना)
अगर आप उच्च रेगुलर कैशफ्लो कि उम्मीद करते हैं तो ईएमआई को बढ़ा देना बेहतर है. आदर्श स्थिति यह है कि, कर्ज ईएमआई मासिक आय के 50 फीसदी से अधिक नहीं होनी चाहिए. अगर यह कम हो तो आप ईएमआई को बढ़ाकर कर्ज से जल्दी राहत ले सकते हैं. सामान्यतः बैंक ईएमआई बढ़ाने के लिए किसी तरह का अतिरिक्त शुल्क नहीं वसूलते हैं. उदाहरण के लिए, 20 साल के लिए लिया गया 30 लाख रुपये का होम लोन है और इस पर 28,950 रुपये की ईएमआई बनती है. अगर आप 2,300 रुपये हर महीने ज्यादा दे सकते हैं तो आपका होमलोन 15 साल के भीतर खत्म हो सकता है.
Balance Transfer (बैलेंस स्थानांतरित करें)
यदि आपका ऋणदाता आपको उच्च ब्याज दर चार्ज कर रहा है, तो आप ब्याज की कम दर की पेशकश करने वाले बैंक में स्विच करने पर विचार कर सकते हैं. ध्यान रखें कि लोन ट्रांसफर करते समय प्रॉपर्टी वैरीफिकेशन और कानूनी दस्तावेजी काम सब कुछ दोबारा से होता है. साथ ही लोन ट्रांसफर की सुविधा उठाने के लिए जरूरी है कि आपने पहले वाले बैंक की सभी ईएमआई हर बार समय पर चुकाई हो.