PPF: लंबे समय के लिए पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) निवेश का पसंदीदा विकल्प बना हुआ है. इसमें निवेश न केवल सुरक्षित है बल्कि टैक्स छूट का भी तिहरा फायदा मिलता है जिसके चलते इसका चार्म बना हुआ है. पीपीएफ खाते में जमा राशि पर एक निश्चित दर पर ब्याज मिलता है जिसे सरकार हर तिमाही संशोधित करती है. अभी इसकी दर 7.1 फीसदी है. हालांकि यहां एक पेच ब्याज कैलकुलेशन का है जिसे समझकर आप अपने रिटर्न को कुछ हद तक बढ़ा सकते हैं. चूंकि, PPF में निवेश को पूरी तरह सरकार का संरक्षण है, इसलिए इसमें निवेश पर कोई जोखिम नहीं है.
1-5 अप्रैल के बीच निवेश करें पैसे तो बढ़ेगा रिटर्न
पीपीएफ खाते में जमा पैसे पर हर महीने की पहली से पांचवी तारीख के बीच के बैलेंस पर ब्याज कैलकुलेट किया जाता है. ऐसे में कोशिश यह करें कि एक से पांच तारीख के बीच पीपीएफ खाते में पैसे जमा कर लें. इसके अलावा अगर संभव हो सके तो पूरे साल थोड़ा-थोड़ा खाते में पैसे डालने की बजाय 1-5 अप्रैल के बीच ही पैसे जमा कर दें, इससे आपके खाते में अधिक ब्याज आएगा.
PPF में निवेश के फायदे
- तिहरा फायदा: पीपीएफ में निवेश पर तिहरा फायदा मिलता है. इसमें 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर सेक्शन 80सी के तहत टैक्स बेनेफिट मिलता है. इस निवेश पर मिलने वाला ब्याज टैक्स फ्री होता है और मेच्योरिटी पर मिलने वाली राशि पर भी टैक्स नहीं चुकाना होता है.
- करोड़पति बनने का विकल्प: पीपीएफ में निवेश पर 15 साल का लॉक इन होता है. 15 साल के बाद पीपीएफ खाते से पैसे निकाल सकते हैं या इसे 5-5 साल के ब्लॉक में बढ़ा सकते हैं. 25 साल तक इसमें निवेश जारी रखा तो मेच्योरिटी अमाउंट 1 करोड़ रुपये से अधिक हो जाएगा. उदाहरण के लिए अगर पीपीएफ की मौजूदा 7.1 फीसदी की दर अगले 25 वर्ष तक बनी रहे तो 1.5 लाख रुपये सालाना निवेश पर 25 वर्ष बाद 1.03 करोड़ रुपये का मेच्योरिटी अमाउंट मिलेगा.
- लोन की सुविधा: पीपीएफ अकाउंट पर पर्सनल लोन लेने की सुविधा है. अकाउंट खोलने से तीसरे और छठें साल में यह बेनेफिट ले सकते हैं. यह खासकर उन लोगों के लिए लाभकारी है जो छोटी अवधि के लोन के लिए अप्लाई करना चाहते हैं और वे कोई एसेट गिरवी नहीं रखना चाहते हैं. पीपीएफ खाते से लोन बेनेफिट लेने पर एक फायदा ये भी है कि बैंकों से लिए गए कर्ज की तुलना में कम दर पर ब्याज चुकाना होता है. इसके रीपेमेंट में भी एकमुश्त या किश्तों में चुकाने की सहूलियत रहती है.