National Pension System: एनपीएस (NPS) एक ऐसी योजना है कि जिसके तहत रिटायरमेंट के बाद नियमित आय का इंतजाम किया जाता है. इस योजना के तहत जब तक आप काम करते हैं, थोड़ी-थोड़ी राशि इस योजना के तहत निवेश की जाती है और उसके बाद रिटायरमेंट होने पर एक हिस्से को एकमुश्त निकाल कर बची राशि से नियमित तौर पर पेंशन सुनिश्चित किया जाता है. पेंशन कितना मिलेगा, यह इस पर निर्भर करता है कि आपने कितनी राशि इस योजना के तहत जमा की है और इस पर कितना रिटर्न मिला है.
इसमें रिटर्न फंड मैनेजर और इंवेस्टमेंट च्वाइस पर निर्भर करता है यानी कि आपके जमा पैसे किस अनुपात में इक्विटी, डेट या बॉन्ड इत्यादि में फंड मैनेजर निवेश कर रहे हैं. अगर आपको लगता है कि आपका पैसा कम बढ़ रहा है तो आप घर बैठे ही फंड मैनेजर और इंवेस्टमेंट पैटर्न में बदलाव कर सकते हैं. पीएफआरडीए की वेबसाइट पर दिए गए 14 जनवरी 2022 तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक एचडीएफसी पेंशन मैनेजमेंट, आईसीआईसीआई प्रू पेंशन फंड मैनेजमेंट, एसबीआई पेंशन फंड और यूटीआई रिटायरमेंट सॉल्यूशंस ने 15 फीसदी से अधिक रिटर्न दिया है.
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ऑनलाइन ऐसे बदल सकते हैं फंड मैनेजर और इंवेस्टमेंट पैटर्न
- एनपीएस खाते के फंड मैनेजर और इंवेस्टमेंट पैटर्न में ऑनलाइन बदलाव के लिए https://cra-nsdl.com/CRA/ पोर्टल पर लॉग इन करें. लॉन इन आईडी PRAN (परमानेंट रिटायरमेंट अकाउंट नंबर) है.
- इंवेस्टमेंट पैटर्न में बदलाव के लिए ‘ट्रांजैक्ट ऑनलाइन’ टैब पर क्लिक करें और ‘चेंज स्कीम प्रिफरेंस’ के तहत एक्टिव च्वाइस या ऑटो च्वाइस में कोई एक विकल्प चुनें. ऑटो च्वाइस के तहत कंजरवेटि/मॉडरेट और एग्रेसिव में किसी एक विकल्प को चुनने का मौका मिलेगा. विकल्प चुनने के बाद रिक्वेस्ट सबमिट कर दें.
- पोर्टफोलियो मैनेजर में बदलाव के लिए ‘ट्रांजैक्ट ऑनलाइन’ टैब पर क्लिक करें और ‘चेंज पोर्टफोलियो मैनेजर’ चुनें. इसके बाद स्क्रीन पर पोर्टफोलियो मैनेजर की लिस्ट दिखेगी जिसमें अपने हिसाब से बेहतर विकल्प को चुनकर रिक्वेस्ट सबमिट कर दें.
ऑफलाइन ऐसे कर सकते हैं बदलाव
अगर आप एनपीएस खाते में ऑनलाइन बदलाव नहीं कर पा रहे हैं तो नजदीकी पीओपी-एसपी (प्वाइंट ऑफ प्रेजेंस-सर्विस प्रोवाइडर्स) ऑफिस जा सकते हैं. वहां जाने पर आपको पोर्टफोलियो मैनेजर और इंवेस्टमेंट पैटर्न में बदलाव के लिए एक फॉर्म मिलेगा. इसे भरकर वहां जमा कर दें और आपका काम हो जाएगा.
इंवेस्टमेंट पैटर्न में बदलाव के मिल सकते हैं अधिक मौके
सब्सक्राइबर को खाता खोलते समय फंड मैनेजर का चयन करना होता है जिसमें बदलाव किया जा सकता है. अभी एनपीएस सब्सक्राइबर्स को किसी एक वित्त वर्ष में दो बार निवेश पैटर्न को बदलने का मौका मिलता है. हालांकि इसे बढ़ाकर चार बार करने की बात चल रही है जिसकी जानकारी पिछले साल के आखिरी महीने दिसंबर 2021 में इंडस्ट्री बॉडो एसोचैम द्वारा एनपीएस पर आयोजित वेबिनार में पेंशन फंड नियामक पीएफआरडीए के चेयरमैन ने दी थी. सब्सक्राइबर्स सरकारी सिक्योरिटीज, डेट इंस्ट्रूमेंट्स, शॉर्ट टर्म डेट इंवेस्टमेंट्स और इक्विटी व इससे जुड़े इंवेस्टमेंट्स इत्यादि में मिला-जुलाकर पूंजी निवेश कर सकते हैं.
एक बार फंड मैनेजर में बदलाव की मंजूरी
सब्सक्राइबर्स को अभी एक वित्त वर्ष में एक बार फंड मैनेजर में बदलाव की मंजूरी है. फंड मैनेजर सब्सक्राइबर्स की च्वाइस के आधार पर उनके पैसों को विभिन्न एसेट्स में निवेश करते हैं. अभी एनपीएस के तहत आईसीआईसीआई प्रू पेंशन फंड्स मैनेजमेंट कंपनी, एलआईसी पेंशन फंड, कोटक महिंद्रा पेंशन फंड, एसबीआई पेंशन फंड, यूटीआई रिटायरमेंट सॉल्यूशंस, एचडीएफसी पेंशन मैनेजमेंट और बिरला सन लाइफ पेंशन मैनेजमेंट पेंशन फंड मैनेजर्स हैं.