Home Buying Tips: भारत में लाखों लोगों की चाह होगी कि उनका अपना कोई घर हो, जहां वह रह सकें और जिसे वह अपने मन मुताबिक सजा सकें. कई लोग इसके लिए शुरू से ही फाइनेंशियल प्लानिंग (financial planning) करने लगते हैं. हालांकि आप जल्दबाजी में कोई कदम उठाएं उससे पहले जान लें कि अभी आप घर खरीदने के लिए तैयार हैं या नहीं. आइये जानते हैं उन चीजों के बारे में जिसका ख्याल आपको घर खरीदने के वक्त रखना होता है.
आपकी बचत
घर खरीदने की अहम कड़ी है आपकी बचत. आप हर महीने कितनी बचत (saving) करते हैं यह यह आपको अपने घर के लिए पर्याप्त बचत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. जानकार सलाह देते हैं कि आपको हर महीने अपनी आय का कम से कम 20-30% पैसे बचाना चाहिए. जब आप होम-लोन (Home Loan) लेते हैं, तो फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन आपकी इनकम और रोजगार के आधार पर आपका आकलन करते हैं कि भविष्य में आप उधार लिए गए रकम का भुगतान कर सकते हैं या नहीं.
डाउन पेमेंट के लिए फंड
वित्तीय संस्थानों (Financial Institutions) से मिलने वाली धनराशि के अलावा आपकों उन्हें कुछ रूपये डाउन पेमेंट (down payment) में देनी होती है. किसी भी तरह का कर्ज देने से पहले वो देखते हैं कि आपकी पैसा चुकाने की क्षमता कितनी है. अधिकतर वित्तीय संस्थानों को आपको डाउन पेमेंट की आवश्यकता होती है. यह पैसे पूरी संपत्ति की कीमत का 10% से 20% होता है. इसे ऐसे समझते हैं कि मान लीजिए आप 30 लाख रुपए की प्रॉपर्टी खरीदना चाहते हैं तो इसका 20% डाउन पेमेंट 6 लाख रुपये होगा. डाउन पेमेंट जितना ज्यादा होगा, आपकी ईएमआई और लोन उतना ही कम होगा.
क्या आप ईएमआई का भुगतान कर सकते हैं?
मान लीजिए कि आपने 50 लाख रुपये का होम लोन (Home loan) 20 साल के लिए 9 फीसदी के इंटरेस्ट रेट पर लिया है तो इस लोन के लिए आपकी ईएमआई (EMI) लगभग 45000 रुपये होगी. अगर आप 20 साल तक इस ईएमआई का भुगतान नहीं कर पाते हैं, तो घर खरीदने के फैसले को आगे बढ़ाने का कोई मतलब नहीं है. क्योंकि, यदि आप चूक करते हैं या अपनी ईएमआई में देरी करते हैं, तो आपका पूरा बजट चरमरा जाएगा. इसलिए आप घर तभी खरीदें जब आपके पास नियमित खर्चों के अलावा भी पर्याप्त पैसा हो.
फ्यूचर इनकम
अगर आपने अभी अपना करियर शुरू किया है और आपकी उम्र 20 से 30 साल के बीच है तो आपका करियर अभी लंबा है. अगर आपको लगता है कि आपकी आमदनी और बढ़ेगी और आप समय पर कर्ज चुका पाएंगे, तो ही घर खरीदने के बारे में सोचें.
क्रेडिट स्कोर की अहम भूमिका
आपका क्रेडिट स्कोर (credit score) आपके हेल्थ स्कोर की तरह काम करता है. यह दर्शाता है कि अगर आपको कोई उधार देता है तो उसे चुकाने की आपकी क्षमता कितनी है. अगर आपका क्रेडिट स्कोर सही है, तो वित्तीय संस्थान आपको कर्ज देने में संकोच नहीं करेंगे. यही नहीं क्रेडिट स्कोर सही होने पर आपको और आकर्षक इंटरेस्ट रेट (Interest rate) की पेशकश भी कर सकते हैं.
क्या है जानकारों की राय?
Bankbazaar.com के सीईओ आदिल शेट्टी कहते हैं, “आपके क्रेडिट स्कोर का आपके कर्ज आवेदन पर सीधा प्रभाव पड़ता है. 700 से ऊपर का क्रेडिट स्कोर सबसे अधिक पसंद किया जाता है. 700 अंक होने से आपको आकर्षक ब्याज दर मिलने की संभावना बढ़ जाती है. अगर आपका क्रेडिट स्कोर कम है तो मुमकिन है कि आपको लोन न मिले.