Top 5 Investment Options: निवेश के कई लक्ष्य हो सकते हैं, जैसे घर या कार खरीदना या अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करना हो सकता है, ताकि वे आसानी से अपने जीवन का सफर तय कर सकें. निवेश की शुरुआत जल्दी करनी चाहिए. साथ ही बच्चों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए निवेश में विविधता लाना भी जरूरी है. आज हम आपको निवेश के 5 ऐसे तरीकों के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जिनमें निवेश कर आप अपने बच्चों के भविष्य को सुनिश्चत और सुरक्षित कर सकते हैं.
स्मॉल सेविंग स्कीम
सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसएस), पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ), नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी) जैसी छोटी बचत स्कीम्स में कम जोखिम के साथ लंबे समय में एक अच्छा रिटर्न दे सकती हैं. ये छोटी बचत योजनाएं उच्च स्तर की सुरक्षा और लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न प्रदान करती हैं. आप अपने बच्चों की उम्र और फाइनेंशियल गोल्स के हिसाब से एक छोटी बचत योजना चुन सकते हैं. उदाहरण के तौर पर अगर आप 10 साल से कम उम्र की बेटी की शादी के लिए निवेश की योजना बना रहे हैं, तो आप सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश कर सकते हैं. अगर आप किसी बच्चे की हायर एजुकेशन के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो आप पीपीएफ, एनएससी और पोस्ट ऑफिस एफडी में निवेश कर सकते हैं.
WhatsApp का नया फीचर, अब डेस्कटॉप पर भी चेक कर सकेंगे कॉल हिस्ट्री, फिलहाल कुछ यूजर्स को मिली सुविधा
इक्विटी म्यूचुअल फंड
इक्विटी म्यूचुअल फंड आपके बच्चे के लिए किये गए निवेश पोर्टफोलियो पर आरओआई बढ़ाने में आपकी मदद कर सकता है. इक्विटी म्यूचुअल फंड में आपको ज्यादा रिटर्न मिलता है. हालांकि इसमें निवेश पर जोखिम भी ज्यादा होता है. इसलिए आप लॉन्ग टर्म के गोल्स को हासिल करने के लिए इक्विटी फंड का विकल्प चुन सकते हैं. जोखिम कम करने और रुपये की औसत लागत का फायदा पाने के लिए एसआईपी एक अच्छा विकल्प हो सकता है. इक्विटी फंड में निवेश करते समय अलग-अलग म्यूचुअल फंड कंपनियों और इक्विटी फंड की डिफरेंट कैटेगरी में निवेश को विविधता दें सकते हैं. उदाहरण के तौर पर आप मिड टू लॉन्ग टर्म अवधि के गोल्स के लिए लार्ज-कैप और लंबी अवधि के लक्ष्यों के लिए स्मॉल और मिड-कैप फंड में निवेश कर सकते हैं.
रिकरिंग और फिक्स्ड डिपॉजिट
अपने बच्चों के भविष्य के लिए निवेश करते समय आपको एक इमरजेंसी फंड बनाना चाहिए, जिसका इस्तेमाल आप अपने बच्चे से संबंधित फाइनेंशियल इमरजेंसी के हालातों में कर सकते हैं. उदाहरण के तौर पर आपको एजुकेशन लोन लेते समय फंडिंग गैप को पाटने के लिए एक इमरजेंसी फंड की जरूरत हो सकती है. अगर आप किसी हेल्थ इमरजेंसी की स्थिति में फंस गए हैं और वहां पर कैशलेस इंश्योरेंस क्लेम उपलब्ध नहीं है, तो मेडिकल बिलों का भुगतान करने के लिए और ऐसी कई स्थितियों से निपटने के लिए इमरजेंसी फंड को बनाए रखने के लिए आप एफडी में निवेश कर सकते हैं. अगर आप अगले कुछ सालों में धीरे-धीरे इमरजेंसी फंड बनाने की योजना बना रहे हैं, तो आप बैंक आरडी में निवेश कर सकते हैं. मौजूदा समय में बैंक डिपॉडिट पर ब्याज दर ऊपर की ओर बढ़ रही है, इसलिए आप कम मैच्योरिटी वाली FD स्कीम को चुन सकते हैं या FD लैडरिंग के विकल्प को चुन सकते हैं. आरडी या एफडी आपको उच्च स्तर की liquidity प्रदान कर सकते हैं, जो इमरजेंसी फंड का प्रबंधन करते समय जरूरी है.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB)
पिछले कई सालों में सोना मुद्रास्फीति के खिलाफ सबसे अच्छे बचाव विकल्प के रुप में उभरकर सामने आया है. आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के माध्यम से सोने में निवेश कर सकते हैं, क्योंकि वे आपको MRP और पूंजी वृद्धि पर लगभग 2.5% सालाना के हिसाब से ब्याज देते हैं. एसआईपी मोड के जरिए निवेश करने के लिए आप गोल्ड ईटीएफ में निवेश कर सकते हैं.
यूलिप में निवेश
आप यूनिट लिंक्ड इन्वेस्टमेंट प्लान (ULIP) में निवेश कर सकते हैं, जबकि जोखिम लेने की क्षमता और रिटर्न की आवश्यकता के साथ डेट और इक्विटी हिस्से में आवंटन का चयन किया जाता है. यूलिप में धारा 80सी के तहत लाइफ इंश्योरेंस और टैक्स बेनिफिट्स मिलते हैं. यूलिप लंबी अवधि और उससे जुड़े की बेनिफिट्स के लिए निवेश का एक शानदार विकल्प हो साबित हो सकता है.
गुजरात में 7 अरबपति लड़ रहे हैं विधानसभा चुनाव, 5 को बीजेपी ने तो 2 को कांग्रेस ने दिया टिकट
इन बातों का रखें ध्यान
अपने बच्चे के फ्यूचर को सुरक्षित रखने के लिए सबसे पहले आपको उनकी उम्र और जीवन के लक्ष्य के आधार पर निवेश स्कीम का चयन करना चाहिए. इसके साथ ही रेगुलर तौर पर निवेश पोर्टफोलियो की समीक्षा करनी चाहिए. मुद्रास्फीति, लक्ष्य परिवर्तन, जोखिम उठाने की क्षमता आदि जैसे कारकों के साथ तालमेल बिठाना चाहिए.
बैंक बाजार.कॉम के सीईओ आदिल शेट्टी के मुताबिक जब आपके बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने की बात आती है, तो आपको अपने फाइनेंशिल गोल्स जैसे उनकी शिक्षा, शादी आदि को ध्यान में रखते हुए इंवेस्टमेंट प्लानिंग करनी चाहिए. बाद में फाइनेंशियल टेंशन से बचने के लिए इन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अभी से छोटे कदम उठाना समझदारी है. उन्होंने कहा कि आप अपने फाइनेंशियल गोल को हासिल करने के लिए छोटे, मासिक चरणों में बांटा जा सकता है. ये कदम अनिवार्य रूप से म्यूचुअल फंड एसआईपी हैं. इंडेक्स फंड एसआईपी भी लंबी अवधि में बाजार से जुड़े रिटर्न प्राप्त करने का एक शानदार तरीका है, जो आपको अपने बच्चे के कॉलेज फंड बनाने जैसे मुश्किल गोल्स को पूरा करने में मदद कर सकता है. आप अपने लक्ष्यों और जोखिम उठाने की क्षमता के आधार पर इक्विटी फंड चुन सकते हैं. जैसे-जैसे आप लक्ष्य के करीब आते जाते हैं, वैसे-वैसे आप बांडों में भी विविधता ला सकते हैं. किसी भी लंबी अवधि के लक्ष्य के लिए निवेश करते समय मुद्रास्फीति का अनुमान लगाना न भूलें.
बच्चों के निवेश पोर्टफोलियो में पर्याप्त रूप से विविध होनी चाहिए और अगर आपको अपने बच्चे के लिए निवेश की योजना बनाने में मदद की ज़रूरत है, तो बेझिझक किसी भी रजिस्टर्ड फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लेनी चाहिए.
(Article by Sanjeev Sinha)