
Diwali 2020: दिवाली पर लोग नई चीज की खरीदारी करते हैं. दिवाली पर कार खरीदना भी अब आम हो चला है. अगर आप भी दिवाली पर नई कार लेने की सोच रहे हैं तो कार लोन आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है. कार लोन लेना आज के दौर में बेहद आसान और सरल है. ऑनलाइन घर बैठे भी आप कार लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं. लेकिन इन सब सहूलियतों के बावजूद कई बार ऑटो लोन लोन लेते वक्त कई छोटी-छोटी गलतियां हो जाती हैं.
खास बात यह है कि इन गलतियों की तरफ जल्दी से किसी का ध्यान भी नहीं जाता. लेकिन बाद में यह परेशान कर सकती हैं. आपको इनकी वजह से ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ सकता है. आइए जानते हैं कार लोन लेते समय हमें किन गलतियों से बचना चाहिए जिससे कि आगे नुकसान न हो.
अलग-अलग कंपनियों के ऑफर की तुलना करें
लोन लेते वक्त बहुत लोग अलग-अलग कंपनी से मिलने वाली ब्याज दरें और दूसरी जानकारी की तुलना न करने की गलती करते हैं. ज्यादातर लोग या तो कहीं विज्ञापन पढ़कर या अपने दोस्त के सुझाव पर किसी भी बैंक या एनबीएफसी से लोन ले लेते हैं. आप ऐसी गलती न करें. बेहतर यही होता है कि लोन लेने से पहले अलग-अलग कंपनी द्वारा लोन की ब्याज दर, लोन की अवधि और अन्य जानकारी की आपस में तुलना करें और उसके आधार पर अपने लिए बेस्ट लोन प्रोडक्ट चुनें.
जीरो डाउन पेमेंट से बचें
कार लोन लेते समय ‘जीरो डाउन पेमेंट’ एक ऐसा ऑफर होता है, जो लगभग सभी ग्राहकों को आसानी से अपनी ओर आकर्षित करता है. लेकिन कोशिश कीजिए कि आप इससे बचे रहे. बिना डाउन पेमेंट दिए आप पर कर्ज का ज्यादा महंगा होगा और इस पर ब्याज भी अधिक चुकाना पड़ता है. आपकी कार की वैल्यू कुछ समय के बाद कम हो जाएगी लेकिन आप पर कर्ज का बोझ बढ़ता जाएगा.
ज्यादा लंबी अवधि का कर्ज न लें
लंबी अवधि के लिए कर्ज लेना अच्छा आइडिया लग सकता है, क्योंकि इसमें आपको कम ब्याज दर पर लोन मिलता है. लेकिन, लंबे समय के लिए लोन लेने का मतलब यह भी है कि आपको लंबे समय तक ब्याज चुकाना होगा. यानी, जब तक आपके लोन का समय पूरा होगा, तब तक आप अपनी असल लोन अमाउंट से बहुत ज्यादा पैसे दे चुके होंगे.
कार मॉडिफाई करने के लिए लोन लेने से बचें
कार खरीदने के बाद अक्सर ग्राहक उसे अपनी जरूरतों के अनुसार मॉडिफाई कराते हैं. जैसेकि बेहतर म्यूजिक सिस्टम, नई तरह की एक्सेसरीज आदि. आज के दौर में कई बैंक और एनबीएफसी कार खरीदने के बाद इस तरह के खर्चों के लिए भी लोन देते हैं, लेकिन यह अच्छा विकल्प नहीं है. इससे कर्ज की ब्याज दरें बढ़ जाती हैं. बेहतर यही है कि आप अपनी जरूरत के अनुसार खुद ही कार एक्सेसरीज खरीदें, यह लोन लेकर मॉडिफाई कराने की तुलना में सस्ता पड़ता है.
कार ऐड ऑन और फाइनेंसिंग से बचें
ग्राहक नया वाहन खरीदते समय ऐड ऑन भी देखते हैं. आपका कर्जदाता इनके लिए फाइनेंसिंग भी ऑफर कर सकता है. इन्हें चुनने पर आपकी कुल लोन की राशि में इजाफा होगा. इसका नतीजा यह होगा कि आप एक घटते एसेट पर बहुत खर्च करेंगे जिससे कुछ सालों में ज्यादा रिटर्न नहीं मिलेगा. इसलिए, ऐड ऑन के लिए फाइनेंसिंग लेने की जगह आप किसी कार एक्सेसरीज बाजार से काफी कम कीमत में खरीद सकते हैं.
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