विश्व बैंक (World Bank) ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर भारत के लिए एक अरब डॉलर (करीब 7600 करोड़ रुपये) के आपातकालीन कोष को मंजूरी दी है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार सुबह तक जारी आंकड़ों के अनुसार, नोवल कोरोना महामारी से 2,300 लोग संक्रमित हैं. इनमें से 56 लोगों की अबतक जान जा चुकी है. वहीं, दुनिया में कोरोना वायरस पीड़ित लोगों का आंकड़ा 10 लाख के पार जा चुका है.
विश्व बैंक ने कहा कि उसने सहायता परियोजनाओं के पहले चरण के रूप में 1.9 अरब अमेरिकी डॉलर का प्रावधान किया है. इससे 25 देशों की मदद की जाएगी और त्वरित प्रक्रिया के जरिए 40 देशों में नए अभियान शुरू किए जाएंगे. इस आपातकालीन वित्तीय सहायता का सबसे बड़ा हिस्सा (एक अरब डॉलर) भारत को मिला है.
निदेशक मंडल की ओर से कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने के लिए विकासशील देशों को पहले चरण की सहायता को मंजूरी देने के बाद विश्व बैंक ने कहा, “भारत में एक अरब डॉलर के आपातकालीन वित्तपोषण से बेहतर ढ़ग से जांच, निजी सुरक्षा उपकरणों की खरीदारी और नई पृथक इकाइयों की स्थापना में मदद मिलेगी.”
पाकिस्तान के लिए 20 करोड़ डॉलर
विश्व बैंक ने दक्षिण एशिया में पाकिस्तान के लिए 20 करोड़ डॉलर, अफगानिस्तान के लिए 10 करोड़ डालर, मालदीव के लिए 73 लाख डॉलर और श्रीलंका के लिए 12.86 करोड़ डालर की मंजूरी दी. विश्व बैंक का कहना है कि अब वह अगले 15 महीने में 160 अरब डॉलर के अनुदान पर काम कर रहा है. जिससे इस महामारी से निपटने के उपायों को सहयोग दिया जा सके. इस अनुदान का फोकस हेल्थ सुधारों और आर्थिक रिकवरी को रफ्तार देने पर रहेगा.
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दुनियाभर में 10 लाख से ज्यादा मामले
विश्व बैंक ने एक बयान में कहा कि COVID-19 के खिलाफ स्वास्थ्य जरूरतों के लिए वह विकासशील देशों की आर्थिक मदद हर रहा है. जॉन्स हॉपकिंग्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार, अबतक 175 देशों में नोवल कोरोना वायरस संक्रमण के 1,002,159 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं, यह खतरनाक वायरस अब तक 51,485 लोगों की जान ले चुका है.