विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से ‘वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स 2022’ रिपोर्ट जारी की गई. रिपोर्ट के मुताबिक आज यानी 15 नवंबर 2022 को दुनिया की आबादी 8 अरब के आंकड़े को पार कर जाएगी. साथ ही रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2023 में भारत दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा. इसके साथ ही 2030 में वैश्विक आबादी के 8.5 बिलियन के आंकड़े को पार करने का अनुमान जताया गया है.
वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स 2022 रिपोर्ट की मानें तो आने वाले एक साल में ही भारत चीन को पछाड़ते हुए दुनिया का सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बन जाएगा. रिपोर्ट के मुताबिक 2030 में वैश्विक जनसंख्या बढ़कर 8.5 बिलियन और 2050 में 9.7 बिलियन हो जाएगी.
मातृ एवं बाल मृत्यु दर में कमी
इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा, “इस साल का वर्ल्ड पॉपुलेशन डे बहुत खास है, क्योंकि इस साल हम दुनिया के 8 अरबवें निवासी के जन्म की उम्मीद कर रहे हैं. गुटेरेस ने इसे मील का पत्थर बताते हुए कहा कि यह अवसर हमारी विविधता का जश्न मनाने, मानवता को पहचानने और हेल्थ सेक्टर में आए सुधार के लिए लिए जाना जाएगा, क्योंकि हाल ही दिनों में मातृ एवं बाल मृत्यु दर में कमी रिकॉर्ड की गई है.”
आबादी के 7 से 8 अरब होने में लगा है 12 साल का वक्त
रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक आबादी के 7 से बढ़कर 8 अरब तक होने में करीब 12 साल का वक्त लगा है. साथ ही रिपोर्ट में वैश्विक जनसंख्या के 8 से 9 अरब के आंकड़े तक पहुंचने में करीब 15 साल का वक्त लगने का अनुमान जताया गया है. यानी 2033 में दुनिया की आबादी 9 अरब के आंकड़े को छू सकती है. साथ ही रिपोर्ट में बताया गया है कि वैश्विक जनसंख्या की समग्र विकास दर बहुत धीमी गति से बढ़ रही है.
चीन और भारत सबसे ज्यादा आबादी वाले देश
महाद्वीप की बात करें तो 2022 में दो सबसे ज्यादा आबादी वाले क्षेत्र एशिया में हैं. 2.3 अरब लोगों के साथ पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी एशिया और 2.1 अरब लोगों के साथ मध्य और दक्षिणी एशिया है. भारत और चीन की आबादी 1.4 अरब के आंकड़े को पार कर चुकी है.
2023 में भारत होगा सबसे आबादी वाला देश
रिपोर्ट की मानें तो 2050 तक वैश्विक जनसंख्या में अनुमानित इजाफे में आधे से अधिक की भागेदारी सिर्फ 8 देशों की रहेगी. इनमें कांगो, मिस्र, इथियोपिया, भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपींस और तंजानिया शामिल हैं. संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के अनुसार भारत 2023 में दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले देश के रूप में चीन को पछाड़ देगा.
कई देशों की प्रजनन क्षमता में कमी
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार कई देशों में प्रजनन क्षमता में गिरावट दर्ज की गई है. साल 2020 में वैश्विक जनसंख्या वृद्धि दर एक प्रतिशत से भी कम हो गई है. 1950 के बाद यह पहला मौका है जब जनसंख्या सबसे धीमी दर से बढ़ रही है.