भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद भरोसा दिलाया है कि वे आर्थिक संकट में घिरे अपने देश की समस्याओं को दूर करने के लिए राजनीति से ऊपर उठकर पहल करेंगे. उन्होंने यह वादा भी किया कि इसके लिए वे पिछले प्रधानमंत्रियों द्वारा की गई गलतियों को दुरुस्त करने का काम भी करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने आने वाले दिनों में कुछ कड़े फैसले लेने के संकेत भी दिए हैं. इससे पहले मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस ने किंग चार्ल्स तृतीय से मिलकर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया. इसके फौरन बाद किंग चार्ल्स ने ऋषि सुनक को अगला प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया.
सुनक का प्रधानमंत्री बनना एतिहासिक मौका
भारतीय उद्योगपति एन आर नारायणमूर्ति के दामाद ऋषि सुनक का प्रधानमंत्री बनना ब्रिटेन के इतिहास का एक अनूठा अध्याय है. ब्रिटेन के पहले भारतवंशी प्रधानमंत्री के साथ ऐसे कई विशेषण जुड़ गए हैं. वे यूनाइटेड किंगडम के पहले अश्वेत प्रधानमंत्री, पहले एशियाई मूल के प्रधानमंत्री, पहले हिंदू प्रधानमंत्री और अब तक के सबसे अमीर प्रधानमंत्री भी हैं. इतना ही नहीं, 42 साल के सुनक पिछले 210 वर्षों में देश की कमान संभालने वाले ब्रिटेन के सबसे युवा प्रधानमंत्री भी हैं.
मैं मुश्किलों से घबराने वाला नहीं : ऋषि सुनक
सुनक ने ब्रिटेन के राजमहल बकिंघम पैलेस में किंग चार्ल्स से मुलाकात के कुछ ही देर बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि वे ऐसे वक्त में देश का कामकाज संभाल रहे हैं, जब ब्रिटेन कोविड महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते भारी आर्थिक संकट से गुजर रहा है. लेकिन उन्होंने कहा कि वे इन मुश्किल हालात से घबराने वालों में से नहीं हैं और उन्होंने जो महत्वपूर्ण जिम्मेदारी अपने हाथ में ली है, उसे पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ने कहा कि वे पिछले कई महीनों से जारी राजनीतिक और आर्थिक उथल-पुथल को खत्म करके देश में स्थिरता लाने की पूरी कोशिश करेंगे. ऋषि सुनक पिछले कुछ महीनों में ब्रिटेन की कमान संभालने वाले तीसरे प्रधानमंत्री हैं.
लिज ट्रस की गलतियों को सुधारने का वादा
पिछली प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस के बेहद छोटे और विफल कार्यकाल का जिक्र करते हुए सुनक ने कहा, “मैं तेजी से बदलाव करने की उनकी इच्छा की सराहना करता हूं. लेकिन इस दौरान कुछ गलतियां हो गईं. ये गलतियां किसी बदनीयती या गलत इरादे की वजह से नहीं हुईं. उनका इरादा बहुत अच्छा था. फिर भी गलतियां हो गईं. अब मेरी पार्टी ने मुझे अपना नेता और आपका प्रधानमंत्री इसलिए भी चुना है, ताकि मैं उन गलतियों को ठीक कर सकूं. और मैं यह काम फौरन शुरू कर रहा हूं. मैं अपने देश को अपनी बातों से नहीं, बल्कि अपने काम से एकजुट करूंगा. मैं आपके लिए दिन-रात काम करूंगा.”
गूगल पर CCI ने फिर लगाया 936 करोड़ का जुर्माना, अपने पेमेंट ऐप को गलत ढंग से बढ़ावा देने का आरोप
ऋषि सुनक के अगला ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनने का रास्ता सोमवार को ही साफ हो गया था, जब उन्हें चुनौती देने का एलान करने वाली कंजर्वेटिव पार्टी की पेनी मॉर्डंट (Penny Mordaunt) 100 सांसदों का समर्थन नहीं जुटा पाने के कारण होड़ से बाहर हो गई थीं. इससे पहले बोरिस जॉनसन ने भी दोबारा प्रधानमंत्री पद की दावेदारी नहीं करने का एलान कर दिया था. लिहाजा ऋषि सुनक ही कंजर्वेटिव पार्टी में पीएम पद के इकलौते दावेदार रह गए जिन्हें 180 से ज्यादा सांसदों का समर्थन हासिल था. रेस से बाहर होने के बाद पेनी ने भी सुनक के समर्थन का एलान कर दिया था. इसके बाद कंजर्वेटिव पार्टी ने उन्हें अपना नेता चुन लिया.