
कोविड19 वैक्सीन बनाने की दिशा में काम कर रही मॉडर्ना (Moderna), U.S. FDA से अपनी वैक्सीन कैंडिडेट mRNA-1273 के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए अधिकार की मांग करेगी. इसके अलावा कंपनी यूरोपियन मेडिसिन्स एजेंसी से भी सशर्त मंजूरी मांगेगी. यह जानकारी मॉडर्ना ने बयान जारी कर दी है. मॉडर्ना की कोरोनावायरस वैक्सीन कैंडिडेट महामारी से रोकथाम में 94.1 फीसदी प्रभावी साबित हुई है. मॉडर्ना वैक्सीन की प्रभावशीलता, अलग-अलग उम्र, नस्ल और जेंडर के लोगों मे समान पाई गई है. कंपनी फेज 3 कोव स्टडी के डेटा को पीयर रिव्यूड पब्लिकेशन के लिए सबमिट करेगी.
मॉडर्ना ने फेज 3 COVE स्टडी में अपनी वैक्सीन कैंडिडेट की प्रभावशीलता के प्राइमरी एनालिसिस की घोषणा की है. कंपनी ने बयान में कहा है कि फेज 3 COVE स्टडी में 30000 पार्टिसिपेंट थे और कोविड19 के 196 केस थे. इनमें से 30 मामले गंभीर थे. कोविड की रोकथाम में मॉडर्ना की वैक्सीन 94.1 फीसदी प्रभावी पाई गई. गंभीर मामलों में इसकी प्रभावशीलता 100 फीसदी रही. mRNA-1273 की सेफ्टी को लेकर अभी तक कोई सीरियस इश्यू सामने नहीं आया है, हालांकि इसकी सेफ्टी को लेकर रिव्यू लगातार जारी है.
FDA की VRBPAC 17 दिसंबर को कर सकती है मीटिंग
मॉडर्ना ने यह भी कहा है कि mRNA-1273 के सेफ्टी और प्रभावशीलता के डेटा पैकेज की समीक्षा के लिए यूएस FDA की वैक्सीन्स एंड रिलेटेड बायोलॉजिकल प्रॉडक्ट्स एडवायजरी कमेटी (VRBPAC) की मीटिंग 17 दिसंबर को हो सकती है. कंपनी को उम्मीद है कि इमजरेन्सी इस्तेमाल का अधिकार मिलने के बाद mRNA-1273 की अमेरिका से तय डिस्ट्रीब्यूशन प्वॉइंट्स पर शिपिंग जल्द शुरू होगी.
जागी है नई उम्मीद
मॉडर्ना के सीईओ स्टीफन बैन्सेल का कहना है कि पॉजिटिव प्राइमरी एनालिसिस कोरोना से रोकथाम में हमारी वेक्सीन के सक्षम होने की पुष्टि करता है, यहां तक कि गंभीर मामलों में भी. हमारा विश्वास है कि मॉडर्ना की वैक्सीन कैंडिडेट एक नया और पावरफुल टूल उपलब्ध कराऐगी, जो महामारी का रुख पलट कर रख देगा और गंभीर मामलों, हॉस्पिटलाइजेशन और मौतों को रोकेगा.
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