Experts On Coronavirus: भारत में कोरोना वायरस (COVID-19) के अबतक करीब 40 मामले सामने आ चुके हैं. रविवार को केरल में 5 और तमिलनाडु में 1 नए मामलों की पहचान हुई है. फिलहाल कोरोना के बढ़ते मामलों को देखकर दिल्ली—एनसीआर सहित देश के कई शहरों में लोगों में डर का माहौल बन गया है. हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना को लेकर पैनिक होने की जरूरत नहीं है. उनका कहना है कि वैसे भी कोरोना वायरस के मरीजों में हर 100 में सिर्फ 3 लोगों यानी 3 फीसदी की ही जान जाने का खतरा होता है. इनमें भी ज्यादातर वह जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है या वे पहले से किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे होते हैं. इनमें उम्रदराज लोग ज्यादा शामिल हैं. WHO के अनुसार भी कोरोना वायरस के मामलों में मोरटैलिटी रेट 3.4 फीसदी ही होता है.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के पूर्व प्रेसिडेंट और हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ केके अग्रवाल का कहना है कि कोरोना वायरस को लेकर लोगों में डर ज्यादा है. सबसे जरूरी है कि लोग भ्रांतियों पर ध्यान देने की वजह से सावधानी बरतें. कोरोना से पीड़ित मरीजों में ज्यादा खतरा उनको होता है, जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है. इनमें बुजुर्ग और पहले से ही गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीज ज्यादा शामिल हैं. यह ध्यान देना चाहिए कि कोरोना से मौत होने का रेश्यो 3 फीसदी के आस पास ही है. अच्छा है कि डरने की जगह सावधानी से इस वायरस को हराया जाए.
एम्स के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया के अनुसार अब तक कोरोना के जितने भी मामले सामने आये हैं उनमें करीब 80 फीसदी मरीज सामान्य इलाज से ही ठीक हो गए. जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, उन्हीं में कोरोना का मामला गंभीर बन जाता है. वैसे भी अगर आप संक्रमित शख्स से दूर हैं तो इस वायरस के आप तक पहुंचने की उम्मीद बेहद कम होती है.
हालांकि बच्चों और बुजुर्गों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है.
बीमारी के लक्षण और सावधानी
लक्षण: बुखार, थकान, मांसपेशियों व ज्वॉइंट में दर्द, खांसी, सर्दी जुकाम. हालांकि यह ध्यान रखने वाली बात है कि संक्रमण का लक्षण सामन आने में 2 हफ्ते या इससे भी ज्यादा दिन लग सकते हैं.
सावधानी: सबसे जरूरी है साफ सफाई, अपने हाथों को दिन में कई बार साबुन से धोएं, अगर खांसी या छींक आ रही है तो बेहतर क्वालिटी का मास्क लगाएं, संक्रमित व्यक्ति के पास जाने से बचें, किसी को खांसी या छींक आ रही है तो उसके संपर्क में न आएं, पब्लिक प्लेस पर जानें से बचें अगर जा रहे हैं तो मास्क का प्रयोग करें, बच्चों को इस तरह के कोई लक्षण हों तो उसे स्कूल न भेजें, खुद में संक्रमण की जरा भी शंका हो तो जांच करवाएं.
अलर्ट मोड में सरकार
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र व राज्य सरकारें अलर्ट मोड में हैं. देश के प्रमुख अस्पतालों से सरकार ने अलग से आइसोलेशन वार्ड बनाने को कहा है, जहां सिर्फ कोरोना से संक्रमित मरीजों का ही इलाज करने का निर्देश है. अबतक 15 टैस्ट लैब बनाए गए हैं, 19 और बनाए जा रहे हैं. दिल्ली सहित कई जगहों पर बच्चों के स्कूल बंद कर दिए गए हैं. बाहर से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर ही स्क्रीनिंग की जा रही है. अगर कोई संदिग्ध है तो उसे तुरंत अस्पताल रेफर किया जा रहा है.
हेल्पलाइन नंबर: 91-11-23978046
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