
देश भर के करोड़ों किसानों की सुविधा के लिए मौसम विभाग (Weather Department) ने बड़ी पहल की है. अब उन्हें समय समय पर यह पता चल जाएगा कि किस फसल को कब कितना खाद और पानी की जरूरत है. यह जानकारी किसानों को उनके मोबाइल फोन पर व्हाट्सएप के जरिए मिलेगी. मौसम विभाग का मानना है कि इससे खेती बाड़ी में लगे करोड़ों किसानों को लाभ होगा. फिलहाल मौसम विभाग की ओर से वर्तमान में भी ऐसी कुछ जानकारियां किसानों को दी जा रही हैं. यही नहीं, इस सेवा के तहत किसान कृषि संबंधी समस्याओं के समाधान भी विशेषज्ञों से प्राप्त कर सकेंगे.
4 करोड़ किसानों को अबतक जोड़ा गया
मौसम विभाग अभी किसानों को मोबाइल फोन पर एसएमएस के जरिये सिर्फ उनके क्षेत्र में अगले 4 से 5 दिनों में हवा की गति, संभावित बारिश की मात्रा और ओलावृष्टि जैसी जरूरी जानकारियां दे रहा है. इस सेवा से देश के लगभग 4 करोड़ किसानों को अबतक जोड़ा जा चुका है. कृषि मौसम विज्ञान इकाई के प्रमुख वैज्ञानिक रंजीत सिंह ने न्यूज एजेंसी को बताया कि विभाग की कृषि मौसम विज्ञान इकाई ने जिला और ब्लॉक स्तर पर देश के सभी 633 जिलों में किसानों के लिये ‘ग्रामीण कृषि मौसम सेवा’ शुरु करने की प्रक्रिया शुरु कर दी है.
पहले चरण में 115 जिलों में सर्विस
उन्होंने बताया कि योजना के पहले चरण में देश के 115 जिलों में यह सेवा शुरु कर दी गयी है. इसके तहत मौसम विभाग के सामंजस्य से सभी जिलों में संचालित किसान विकास केन्द्रों में मौसम और कृषि क्षेत्र के दो विशेषज्ञों को तैनात किया जा रहा है. ये केंद्र सभी जिलों में ब्लॉक और गांव के स्तर पर किसानों के व्हाट्सएप ग्रुप बना कर सप्ताह में दो दिन (मंगलवार और शुक्रवार) को स्थानीय स्तर पर मौसम की जानकारी के साथ मौसम की उक्त परिस्थितियों में किस फसल को कितना खाद पानी देना है, यह भी बताएंगे.
कृषि मौसम बुलेटिन
उन्होंने बताया कि व्हाट्सएप पर किसानों को बारिश की मात्रा, हवाओं के रुख, आद्रता और तापमान सहित मौसम के अन्य पहलुओं के पूर्वानुमान के आधार पर फसलों की बुआई, सिंचाई और कटाई सहित अन्य अहम सुझाव दिए जाएंगे. इस सेवा के लिये विभाग, अत्याधुनिक एग्रोमेट सॉफ्टवेयर की मदद लेगा. इसके द्वारा जिला स्तर पर कृषि मौसम बुलेटिन भेजा जाएगा. बुलेटिन को ब्लॉक और गांव के स्तर पर बनाये गये किसानों के व्हाट्स एप ग्रुप पर भेज दिया जाएगा.
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