Udaipur Murder Updates: उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं. राजस्थान के पुलिस प्रमुख के मुताबिक प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि उदयपुर में एक दर्जी कन्हैया लाल की निर्दयतापूर्व हत्या जिन दो लोगों ने की, उसमें से एक के तार पाकिस्तान के दावत-ए-इस्लामी से जुड़े हुए हैं और करीब आठ साल पहले वर्ष 2014 में वह कराची भी गया था. डीजीपी एमएल लाथेर ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पुलिस ने इस हत्या से जुड़े मामले में तीन अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है.
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी पार्टियों की बैठक बुलाई है. गहलोत ने कहा कि इस हत्या का मकसद आतंक फैलाना था और दोनों आरोपियों को यूएपीए के तहत हिरासत में ले लिया गया है. गहलोत ने कहा कि इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) करेगी और राजस्थान की एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) जांच में पूरा सहयोग करेगी.
मंगलवार को कन्हैया लाल की हुई थी हत्या
रियास अख्तारी और घाउस मोहम्मद के रूप में पहचाने गए हत्यारों ने कन्हैया लाल की उसके दुकान पर धारदार हथियार से हत्या कर दी. हत्या के बाद उन्होंने इसका वीडियो ऑनलाइन पब्लिश किया और कहा कि वे इस्लाम के अपमान का बदला ले रहे थे. पुलिस ने दोनों को कल मंगलवार (29 जून) को ही हिरासत में ले लिया.
केंद्रीय मंत्री ने पुलिस पर उठाए सवाल
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि कन्हैया लाल को लगातार मारने की धमकियां मिल रही थी. कन्हैया की हत्या के एक दिन बाद शेखावत ने कहा कि पुलिस इस शिकायत पर कोई कार्रवाई करने में असफल रही. न्यूज एजेंसी एएनआई से केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर कन्हैया लाल को लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही थी और उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को भी दी थी. अब शेखावत ने सवाल उठाए हैं कि किसके दबाव में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.
मुस्लिम संगठनों ने हत्या को गैर-इस्लामिक बताते हुए की निंदा
मुस्लिम संगठनों ने इस हादसे की निंदा की है और इसे गैर-इस्लामिक कहा है. मुस्लिम संगठनों ने कहा कि किसी भी शख्स को कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) और जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने भी इस कृत्य की निंदा करते हुए बयान जारी किए हैं. दिल्ली के जामा मस्जिद के शाही इमाम सईद अहमद बुखारी ने इसे कायराना हरकत और इस्लाम के विरूद्ध हरकत बताया.