Kinnaur Landslide News : हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के किन्नौर जिले में एक बड़े भूस्खलन (Kinnaur Landslide) की वजह से दो लोगों की मौत हो गई है. एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक मलबे में 40 लोगों के दबे होने की आशंका है. किन्नौर के डिप्टी कमिश्नर आबिद हुसैन सादिक के मुताबिक हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन( HRTC) की बस समेत कई गाड़ियां मलबे में दब गई है. बस रेकॉन्ग पियो से किन्नौर जा रही थी. बस में 40 यात्री सवार थे. किन्नौर के जिला मुख्यालय रिकांग पियो से 61 किमी दूर निगुलसारी के पास नेशनल हाईवे पर एक बड़े हिस्से पर हुए भूस्खलन के बाद आईटीबीपी के 200 जवान बचाव के काम में लग गए हैं.
Another devastating landslides has taken place today in Kinnaur region (Sangla, Chitkul, Kalpa) of Himachal. A bus & few cars damaged. Many feared trapped.
Ecologically the most fragile region in the state. This year has been particularly brutal.pic.twitter.com/APy6VOpWPH
Also Read— Navneet Mundhra (@navneet_mundhra) August 11, 2021
#JUSTIN: 4 persons rescued by ITBP from the landslide side. Personnel of ITBP Units (43rd Battalion, 17th Battalion and 19th Battalion) at the landslide site on Reckong Peo- Shimla Highway near Nugulsari, District Kinnaur, HP. Rescue operation on – ITBP. @IndianExpress pic.twitter.com/MK7pnVEVRU
— Mahender Singh Manral (@mahendermanral) August 11, 2021
Himachal Pradesh | A landslide occurred on the Reckong Peo-Shimla highway in Kinnaur district today
One truck and one HRTC bus reportedly came under the rubble. Many people reported trapped. Indo-Tibetan Border Police (ITBP) teams rushed for rescue: ITBP pic.twitter.com/GH4iAAsScX
— ANI (@ANI) August 11, 2021
दस घायल अस्पताल में भर्ती
राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने कहा है कि कम से कम दस लोगों को मलबे से निकाल लिया गया है. इन सभी लोगों को चोटें आई हैं. बचाव कार्य के शुरआती घंटों में ही इन्हें निकाल लिया गया था. हालांक चोट आने की वजह से इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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पिछले महीने हुए हादसे में नौ लोग मारे गए थे
आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडे ने बताया कि इसके तीन बटालियन के लगभग 200 जवान घटनास्थल पर पहुंच कर बचाव के काम में लग गए हैं. उनका कहना है कि यह इलाका काफी खतरनाक है. यहां पहाड़ से चट्टान अभी भी खिसक रही हैं. ये जवान गिरते चट्टानों के रुकने का इंतजार कर रहे हैं. आईटीबीपी के सूत्रों के मुताबिक दो लोगों की मौत हो चुकी है. मलबे में फंसे दस लोगों को निकाल लिया गया है. इससे पहले गत 25 जुलाई को भी किन्नौर में भूस्खलन के बाद एक पहाड़ी से चट्टानें नीचे आ गिरी थीं. इस हादसे में नौ सैलानियों की मौत हो गई थी. चट्टानें इतनी तेज रफ्तार में पहाड़ से नीचे गिरी थीं कि उनकी चपेट में बस्पा नदी का पुल तक टूट गया था. इस घटना में हिमाचल घूमने गए राजस्थान के चार, छत्तीसगढ़ के दो और महाराष्ट्र और वेस्ट दिल्ली के एक-एक पर्यटक की मौत हो गई थी.