मुंबई और अहमदाबाद के बीच भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत सूरत का स्टेशन हीरे की तरह आकार देकर बनाया जाएगा, जो निश्चित रूप से आकर्षक होगा. बता दें कि अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन 12 स्टेशनों पर रुकेगी- अहमदाबाद, साबरमती, वडोदरा, आणंद, भरूच, सूरत, बिलिमोरा, वापी, बोईसर, विरार, ठाणे और मुंबई.
सूरत हीरा कारोबार के लिए फेमस है इसीलिए यहां के बुलेट ट्रेन स्टेशन की थीम हीरे के आकार पर बेस्ड होगी. हीरे का थीम के बारे में बात करते हुए NHSRCL के प्रवक्ता धनंजय कुमार ने Financial Express Online की Smriti Jain से कहा कि “सूरत स्टेशन का एरियल व्यू हीरे के आकार जैसी छाप छोड़ेगा. वहीं स्टेशन का अगला हिस्सा ऐसा दिखेगा जैसे बहुत सारे हीरों को एक साथ जोड़ रख दिया हो. बता दें कि बुलेट ट्रेन को चलाने का जिम्मा NHSRCL (नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड) के पास ही है.
सूरत में बुलेट ट्रेन का स्टेशन मौजूदा रेलवे स्टेशन से करीब 9 किलोमीटर दूर अंतरोली गांव में बनाया जाएगा. सूरत का ये स्टेशन एलिवेटेड स्ट्रक्चर में NH-48 से सटा हुआ होगा. बुलेट ट्रेन प्रोजक्ट के ज्यादातर स्टेशनों का स्ट्रक्चर तीन लेयर्स में होगा. पहले और ग्राउंड फ्योर पर एंट्रेंस के साथ खुली जगह होगी और दूसरे फ्लोर पर प्लेटफॉर्म होगा.
ज्यादातर बुलेट ट्रेन के स्टेशनों की थीम वहां की फेमस जगह या चीज पर बेस्ड ही होगी, जैसे- साबरमती स्टेशन की थीम डांडी मार्च पर बेस्ड होगी और स्टेशन का एरियल व्यू चरखे जैसा होगा. वहीं वडोदरा स्टेशन का डिजाइन ‘बढ़ के पेड़’ पर बेस्ड होगा.

वापी स्टेशन का डिजाइन दमनगंगा नदी पर बेस्ड होगा. दरअसल, वापी इस नदी के किनारे पर बसा हुआ है. बता दें कि सभी स्टेशनों के डिजाइनों का सुझाव JICA (जापान इंटरनेशनल कॉरपोरेशन एजेंसी) ने दिया है.
भारत का ये पहला बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट अहमदाबाद से मुंबई के बीच की 508 किलोमीटर की दूरी करीब 3 घंटे में कवर करेगा. ऐसा तब होगा जब बुलेट ट्रेन सभी स्टेशनों पर रुकेगी और अगर सिर्फ कुछ चुनिंदा स्टेशनों पर ट्रेन रुकती है तो ये दूरी सिर्फ दो घंटों में ही तक कर ली जाएगी. उम्मीद की जा रही है कि देश में पहली बुलेट ट्रेन 15 अगस्त, 2022 को चलेगी.