Rashtrapati Bhavan’s Mughal Gardens Renamed ‘Amrit Udyan: राष्ट्रपति भवन के मशहूर मुगल गार्डन का नाम बदल गया है. अब इस गार्डन को अमृत उद्यान के नाम से जाना जाएगा. सरकार की ओर से शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है. साल में एक बार शानदार मुगल गार्डन (बदला हुआ नाम अमृत उद्यान) आम जनता के लिए खोला जाता है. इस साल पब्लिक के लिए यह गार्डन मंगलवार 31 जनवरी से खुलेगा.
अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में उठाया गया ये कदम
आजादी के 75 साल पूरे हो जाने पर देश ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहा है. जश्न के खास मौके पर अमृत महोत्सव के थीम के तहत केंद्र सरकार ने राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन का नाम बदलकर ‘अमृत उद्यान’ किए जाने का फैसला किया है. मुगल गार्डन को सामान्य नाम दिए जाने पर देश की राष्ट्रपति ने खुशी जाहिर की है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी नविका गुप्ता ने अपने बयान में यह कहा है.
बीते साल सरकार ने दिल्ली के राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया था. औपनिवेशिक मानसिकता को हटाने के मकसद से सरकार ऐसे कई नामचीन पथ, रेलवे स्टेशन, गार्डन जैसे दूसरे भवन और सस्थान का नए सिरे से नामकरण किया है. ब्रिटीश हुकूमत द्वारा दिए नाम आजादी के बाद भी चली आ रही है. जिसको अब सरकारें नया नाम देकर नई पहचान देने में जुटी हुई हैं.
31 जनवरी से 26 मार्च तक खुले रहेंगे गार्डन
महीने के आखरी दिन से अमृत भवन को आन जनता के लिए ओपन किया जाना है. इस साल के उद्यान उत्सव में, कई अन्य आकर्षणों के केंद्र में होंगे. विजिटर्स 12 यूनिक किस्मों के विशेष रूप से उगाए गए ट्यूलिप देख पाएंगे. उम्मीद है कि वे उद्यान उत्सव में इन ट्यूलिप को खिला हुआ देख पाएंगे. इस बार हर्बल गार्डन, बोन्साई गार्डन, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग गार्डन और सर्कुलर गार्डन आम जनता के लिए करीब दो महीने तक खुले रहेंगे. आम जनता के लिए गार्डन 31 जनवरी, 2023 को खुलेंगे और 26 मार्च, 2023 तक खुले रहेंगे. मेंटनेंस के लिहाज से सोमवार को ये गार्डन बंद रहेंगे. इस दिन और 8 मार्च (होली) को छोड़कर बाकी दिन पब्लिक के लिए ये गार्डन खुले रहेंगे.
राष्ट्रपति भवन उद्यानों की समृद्ध विविधता का घर है. जिनमें मूल रूप से ईस्ट लॉन, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग गार्डन और सर्कुलर गार्डन शामिल हैं. पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम और राम नाथ कोविंद के कार्यकाल के दौरान इस भवन में हर्बल- I, हर्बल- II, टैक्टाइल गार्डन, बोनसाई गार्डन और आरोग्य वनम जैसे तमाम गार्डन तैयार किया गया.