Ram Mandir Invitation Card With Security Code: 5 अगस्त को अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन होने जा रहा है. इसके निमंत्रण पत्र की डिटेल सामने आ गई हैं. राम मंदिर भूमि पूजन निमंत्रण पत्र में राम लला की तस्वीर है. इसके अलावा निमंत्रण पत्र हाइटेक सिक्योरिटी कोड के साथ है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय के मुताबिक, राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के हर निमंत्रण पत्र पर एक सिक्योरिटी कोड है. यह कोड केवल एक बार काम करेगा. अगर मेहमान कार्यक्रम स्थल से बाहर चला गया तो फिर वह दोबारा अंदर नहीं आ सकेगा.
हर कार्ड पर नंबर है और उसी के आधार पर सुरक्षा अधिकारी प्रवेश देंगे. मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कैमरा कार्यक्रम परिसर में नहीं ले जा सकते. कार्ड पर नंबर और नाम क्रॉस चेक होगा और कार्ड नॉन ट्रांसफरेबल होगा. राम मंदिर भूमि पूजन का पहला कार्ड इकबाल अंसारी को गया है. अंसारी अयोध्या विवाद में मुस्लिम वादियों में से एक हैं. इसके अलावा पद्मश्री मोहम्मद शरीफ को भी आमंत्रित किया गया है. 80 वर्षीय शरीफ पिछले 27 सालों से फैजाबाद में लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार करते हैं. फिर चाहे वे हिंदुओं की हों या मुस्लिमों की.
राय के मुताबिक निमंत्रण कार्ड पहले उन लोगों को दिए जा रहे हैं, जो अयोध्या में ही रहते हैं. जैसे-जैसे लोग बाहर से आएंगे उन्हें उनका कार्ड सौंपा जाएगा. अमावा मंदिर के सामने पार्किंग स्थल होगा. ढाई सौ कदम चलकर संत समारोह स्थल पर पहुंचेंगे. आमंत्रित अतिथियों की एंट्री प्रधानमंत्री के आगमन से दो घंटे पहले तक ही होगी. यह भी खबर है कि उत्तर प्रदेश सरकार इस मौके पर एक पोस्टल स्टांप भी जारी करेगी. यह मंदिर की डिजाइन पर आधारित होगी.
कार्यक्रम का शिड्यूल
राम जन्म भूमि पर कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 8 से हो जाएगी. भूमि पूजन का समय दोपहर 12.30 बजे रखा गया है. कार्यक्रम दोपहर बाद 2 बजे तक चलेगा. चम्पत राय के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 5 अगस्त को सुबह 11.30 बजे आने की उम्मीद है. पीएम मोदी सबसे पहले हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे. उसके बाद वह श्री राम जन्मभूमि पर रामलला की पूजा करेंगे. उसके बाद मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन और अन्य कार्यक्रम होंगे. पीएम मोदी परिसर में ‘परिजात’ का पेड़ भी लगाएंगे.
राम मंदिर भूमि पूजन के लिए स्टेज पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ 4 अन्य लोग रहेंगे. ये लोग आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और महन्त नृत्य गोपालदास हैं. भूमि पूजन में अशोक सिंघल के परिवार से महेश भागचंदका और पवन सिंघल मुख्य यजमान होंगे.
कुल 175 मेहमानों को भेजा न्योता
श्रीराम जन्मभूमि पर राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के लिए 175 मेहमानों को न्योता भेजा जा चुका है. 36 आध्यात्मिक परंपराओं से संबंध रखने वाले 135 पूज्य संत भी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. नेपाल से हिंदू संतों को भी आमंत्रित किया गया है. अयोध्या के कुछ प्रख्यात लोगों को भी आमंत्रित किया गया है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का यह भी कहना है कि कोविड19 महामारी के कारण कुछ मेहमानों के आने में मुश्किलें हैं. मौजूदा हालात में 90 साल से अधिक के लोगों का आना उचित नहीं है. वहीं चातुर्मास के कारण पूज्य शंकराचार्य जी व कई अनय पूज्य संतों ने आने में असमर्थता जताई है.
चम्पत राय के मुताबिक, श्रीराम जन्मभूमि निर्माण शुभारंभ में अतिथियों को आमंत्रित करने में कई बातों का ध्यान रखा गया है. आडवाणी, डॉ, जोशी, पारासरन जी, पूज्य शंकराचार्य वासुदेवानन्द व अन्य महानुभावों से व्यक्तिगत रूप से चर्चा करने के पश्चात ही आमंत्रण सूची बनाई गई है.
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कौन-कौन है प्रमुख अतिथि
भूमि पूजन के लिए अन्य मेहमानों में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व बीजेपी प्रेसिडेंट लाल कृष्ण आडवाणी, बीजेपी नेता उमा भारती और मुरली मनोहर जोशी के नाम शामिल हैं. हालांकि इनमें से उमा भारती पहले ही कह चुकी हैं कि वह समारोह में शामिल नहीं होंगी और पीएम मोदी व अन्य लोगों के चले जाने के बाद ही कार्यक्रम स्थल पर आएंगी. वहीं अमित शाह के कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद वह भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे. आडवाणी और जोशी के भी अयोध्या न पहुंचने और वीडियो लिंक के जरिए ईवेंट को ज्वॉइन करने की संभावना है.
गेस्ट लिस्ट के अन्य नामों में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, एमएलए लल्लू सिंह, बीजेपी नेता विनय कटियार, यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा, यूपी के कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना व चौधरी लक्ष्मी नारायण सिंह, आखाड़ा परिषद के नरेन्द्र गिरि, साध्वी ऋतंभरा, योग गुरू रामदेव, आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर, बीएचयू ज्योतिष विभाग के एचओडी विनय पांडे शामिल हैं.
2000 से अधिक तीर्थ स्थानों से पहुंची पवित्र मिट्टी
राम मंदिर निर्माण के लिए देश की सभी बड़ी धार्मिक जगहों, राष्ट्रीय महत्व की जगहों और पवित्र नदियों से मिट्टी और पानी अयोध्या पहुंच रहा है. 2000 से अधिक तीर्थ स्थानों से पवित्र मिट्टी और 100 से अधिक नदियों से पवित्र जल भूमि पूजन के लिए अयोध्या आ चुका है. श्री बद्रीनाथ धाम, छत्रपति शिवाजी महाराज के किला रायगढ़, श्री रंगनाथस्वामी मन्दिर, तमिलनाडु, श्री महाकालेश्वर मंदिर, हुतात्मा चन्द्रशेखर आज़ाद व बलिदानी बिरसा मुंडा की जन्मभूमि सहित सभी तीर्थों और बलिदानी वीरों के प्रेरणा स्थलों से मिट्टी, जल और अन्य वस्तुएं अयोध्या पहुंची हैं.