Rahul Gandhi reacts to PM Modi’s Speech in Parliament: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसद में दिए भाषण पर तीखा पलटवार किया है. राहुल गांधी ने एक बार फिर आरोप लगाया कि पीएम मोदी अडानी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. राहुल ने चुनौती देने वाले अंदाज में कहा कि अगर अडानी प्रधानमंत्री मोदी के मित्र नहीं हैं, तो उन्हें जांच कराने का एलान करना चाहिए था. राहुल ने यह आरोप भी लगाया कि पीएम मोदी ने अपने भाषण में विपक्ष के उठाए एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया, शेल कंपनियों और बेनामी पैसों से जुड़े आरोपों पर भी कुछ नहीं कहा. राहुल गांधी ने ये तमाम बातें संसद में पीएम मोदी के भाषण के बाद संसद भवन के बाहर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहीं.
पीएम मोदी ने संसद में विपक्ष को दिया जवाब
इससे पहले पीएम मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए विपक्ष पर जमकर हमला किया. पीएम के इस भाषण के दौरान राहुल गांधी लोकसभा में मौजूद थे. हालांकि वे भाषण शुरू होने के कुछ देर बाद सदन में पहुंचे थे. लेकिन पीएम की स्पीच खत्म होने के बाद जब वे बाहर निकले तो मीडिया ने उन्हें घेर लिया. इसी के बाद राहुल गांधी ने एक बार फिर से अडानी ग्रुप से जुड़े विवाद को लेकर पीएम मोदी पर सीधा हमला बोल दिया. राहुल गांधी ने कहा, “पीएम ने एक भी जवाब नहीं दिया. अगर अडानी उनके मित्र नहीं हैं तो पीएम मोदी को कहना चाहिए था कि जांच कराएंगे. डिफेंस सेक्टर में शेल कंपनियां बनी हैं, बेनामी पैसा घूम रहा है उस पर प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं कहा. साफ है कि पीएम अडानी को बचा रहे हैं.” पीएम के भाषण पर राहुल गांधी की इस प्रतिक्रिया को कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शेयर भी किया है.
खड़गे ने राज्यसभा में उठाया पीएम मोदी पर सवाल
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी बुधवार को ही राज्यसभा में दिए अपने भाषण में अडानी का नाम लिए बिना पीएम मोदी पर एक खास उद्योगपति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. खड़गे ने कहा कि पीएम मोदी के एक करीबी मित्र की दौलत ढाई साल में 13 गुना बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि इस शख्स की संपत्ति 2014 में 50 हजार करोड़ रुपये की थी, जो 2019 में बढ़कर 1 लाख करोड़ हो गयी और अचानक ऐसा क्या जादू हुआ कि दो ही साल में 12 लाख करोड़ हो गई. खड़गे ने अपने भाषण में हिंडनबर्ग रिपोर्ट का जिक्र किया तो उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने इस पर एतराज जाहिर करते हुए उन्हें रोका. कांग्रेस ने यह क्लिप अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर करते हुए लिखा है, “आज राज्यसभा में खड़गे जी ने जैसे ही अडानी की बात की और हिंडनबर्ग का जिक्र आया…उपराष्ट्रपति अपनी कुर्सी से उठ खड़े हुए और कहा – दुनिया के किसी भी कोने से कोई रिपोर्ट आएगी और हम कुछ भी कर लेंगे. उपराष्ट्रपति जी किसी का बचाव कर रहे हैं क्या?”
अडानी मामले में विपक्ष कर रहा है निष्पक्ष जांच की मांग
कांग्रेस के इस रुख से साफ जाहिर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सरकार के बड़े नेताओं के तीखे पलटवार के बावजूद वो अडानी ग्रुप पर लगे आरोपों का मुद्दा उठाने से पीछे हटने के मूड में नहीं है. गौरतलब है कि अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर वित्तीय गड़बड़ियां करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं. कांग्रेस समेत विपक्ष की तमाम प्रमुख पार्टियां साझा संसदीय समिति (JPC) या सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में इन आरोपों की जांच कराने की मांग कर रही हैं. पिछले कुछ दिनों में इस मुद्दे की वजह से संसद के कामकाज पर भी असर पड़ा है. लेकिन मोदी सरकार अब तक पूरे मामले की जांच के लिए तैयार नहीं हुई है.