प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वे चाहते हैं कि उच्च स्तर का वैज्ञानिक अनुसंधान हमारे किसानों की मदद करे. उन्होंने कहा कि हमारे कृषि अनुसंधान वैज्ञानिकों ने दालों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत की है. आज हम दालों के बहुत छोटे भाग का आयात करते हैं. हमारा हमारा खाद्यान्न उत्पादन नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा है.
उन्होंने आगे कहा कि साल 2014 में हमारे इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम में चार नई वैक्सीन पेश की गई थीं. इसमें देश में विकसित की गई रोटावायरस वैक्सीन शामिल है. मोदी ने कहा कि उन्होंने देश में वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ावा दिया है.
युवाओं की विज्ञान में रूचि विकसित की जानी चाहिए: मोदी
पीएम मोदी ने यह बात वैभव (VAIBHAV) समिट में कही है. उन्होंने कहा कि वैभव समिट भारत और दुनिया से विज्ञान और इनोवेशन का उत्सव मनाता है. पीएम ने वैश्विक भारतीय वैज्ञानिक समिट (वैभव) समिट 2020 में कहा कि वे इसे सही संगम या महान बुद्धियों का मेल कहेंगे.
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि समय की जरूरत है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि ज्यादा युवाओं की विज्ञान में रूचि विकसित हो. उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें इतिहास के विज्ञान और विज्ञान के इतिहास को समझना होगा. इसके आगे प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की आत्मनिर्भर भारत के मिशन में वैश्विक कल्याण का विजन शामिल है. उन्होंने कहा कि इस सपने को पूरा करने के लिए वे सभी को आमंत्रित करते हैं और उनका समर्थन मांगते हैं.
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विज्ञान, अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए: मोदी
नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछली सदी में कई बड़े ऐतिहासिक सवाल विज्ञान की मदद से हल किए गए हैं. वैज्ञानिक तकनीकों का अब तारीखों को निर्धारित करने और अनुसंधान में मदद करने में इस्तेमाल किया जाता है. मोदी ने कहा कि हमें भारतीय विज्ञान के बेहतरीन इतिहास को आगे बढ़ाने की जरूरत है.
इसके आगे मोदी ने कहा कि भारत सरकार ने विज्ञान, अनुसंधान और इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं. उन्होंने बताया कि विज्ञान उनके सामाजिक-आर्थिक बदलाव की ओर उठाए गए कदम के मूल में हैं. उन्होंने कहा कि हमने व्यवस्था में निष्क्रियता को तोड़ा है.