देश की पहली फुली ऑटोमेटेड ड्राइवरलेस ट्रेन सेवा 28 दिसंबर से शुरू होने जा रही है. यह सर्विस सबसे पहले दिल्ली मेट्रो की मैजेंटा लाइन पर ड्राइवरलेस मेट्रो के रूप में शुरू होगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हरी झंडी दिखाकर इसका उद्घाटन करेंगे. 37 किमी लंबी मैजेंटा लाइन दिल्ली में जनकपुरी वेस्ट को नोएडा के बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन से जोड़ती है.
दिल्ली मेट्रो रेल सर्विस ने बयान में कहा कि पीएम मोदी मैजेंटा लाइन पर चलने वाली देश की पहली फुली ऑटोमेटेड ड्राइवरलेस ट्रेन सर्विस को 28 दिसंबर को हरी झंडी दिखाएंगे. इस मौके पर वह एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर यात्रा के लिए फुली ऑपरेशनल नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) को भी लॉन्च करेंगे. एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन 23 किमी लंबी है और नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन से द्वारका सेक्टर 21 मेट्रो स्टेशन तक है.
सितंबर 2017 में शुरू की थी टेस्टिंग
सितंबर 2017 में डीएमआरसी ने अपनी नए ड्राइवरलेस ट्रेन्स का 20 किमी लंबे सफर पर परीक्षण शुरू किया था. ड्राइवरलेस ट्रेन्स में छह कोच होंगे और इसमें एडवांस्ड फीचर्स होंगे. इन ट्रेनों में तकनीकी अपग्रेड के साथ इको-फ्रेंडली अपग्रेड भी किए गए हैं. इसके अलावा यात्रियों के लिए सफर आरामदायक बनाने के लिए फीचर्स जोड़े गए हैं. इन ट्रेनों की अधिकतम स्पीड 85 किमी प्रति घंटा होगी. बिना ड्राइवर के ट्रैक पर दौड़ने वाली इन ट्रेनों को दिल्ली मेट्रो सिस्टम का ऑपरेशंस कंट्रोल सेंटर्स (ओसीसी) नियंत्रित करेगा. हर कोच में अधिकतम 380 यात्री आ सकेंगे और कुल छह कोच होंगे.
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NCMC क्या है?
NCMC एक इंटर ऑपरेबल ट्रान्सपोर्ट कार्ड है. इससे व्यक्ति कई तरह के ट्रान्सपोर्ट शुल्कों का भुगतान कर सकता है. उदाहरण के लिए पूरे देश में मेट्रो व बस सेवा का किराया, टोल, पार्किंग शुल्क का भुगतान कर सकता है और यहां तक कि रिटेल शॉपिंग व पैसे निकालने के लिए भी इस्तेमाल कर सकता है.