अगर आपके पास व्हाट्सऐप पर ऐसा मैसेज आया है कि सरकार अग्रेजी माध्यम के छात्रों को घर पर डिजिटल तौर पर पढ़ने के लिए 4,000 रुपये की स्कॉलरशिप दे रही है, तो यह मात्र एक अफवाह है. इसे सच न मान बैठें. भारत सरकार ऐसी किसी तरह की स्कॉलरशिप नहीं दे रही है. यह बात पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) ने कही है और सरकार की 4,000 रुपये की स्कॉलरशिप देने वाली खबर को फेक न्यूज करार दिया है. PIB Fact Check केन्द्र सरकार की पॉलिसी/स्कीम्स/विभाग/मंत्रालयों को लेकर गलत सूचना को फैलने से रोकने के लिए काम करता है.
Claim: A WhatsApp message claims that Government is providing ₹4000/- as scholarship for english medium students to study at home digitally. A link has been provided to apply for same.#PIBFactCheck : The claim is #Fake. There is no such scheme under Central Government. pic.twitter.com/znlOvV4PlP
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 1, 2020
किसी लिंक पर क्लिक करने से बचें
इस प्लेटफॉर्म ने कहा है कि एक व्हाट्सऐप मैसेज में यह दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार अग्रेजी मीडियम के छात्रों को घर पर डिजिटल माध्यम से पढ़ने के लिए 4,000 रुपये की स्कॉलरशिप दे रही है. लोगों को व्हाट्सऐप पर इससे संबंधित मैसेज आ रहा है और दिए गए लिंक पर क्लिक करके अप्लाई करने के लिए कहा जा रहा है. इस पर पीआईबी फैक्ट चेक ने कहा कि केंद्र सरकार ऐसी कोई योजना नहीं चला रही है और यह दावा बिल्कुल झूठा है.
अगर आपके पास ऐसा कोई मैसेज आता है, तो उसमें किया गया दावा और दिया गया लिंक फर्जी है. इस तरह के लिंक को क्लिक करने और किसी फॉर्म को भरने से बचें. फॉर्म में आपकी निजी जानकारी लेकर आपके साथ धोखाधड़ी हो सकती है. इसलिए जालसाजों से सावधान रहें.
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PIB Fact Check को ऐसे भेज सकते हैं सूचना
सरकार से जुड़ी कोई खबर सच है या फर्जी, यह जानने के लिए PIB Fact Check की मदद ली जा सकती है. कोई भी PIB Fact Check को संदेहात्मक खबर का स्क्रीनशॉट, ट्वीट, फेसबुक पोस्ट या यूआरएल वॉट्सऐप नंबर 918799711259 पर भेज सकता है या फिर pibfactcheck@gmail.com पर मेल कर सकता है.