Maharashtra Crisis Live: शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है. वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम बन गए हैं. एकनाथ शिंदे के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने ऐलान किया कि महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे होंगे. इससे पहले अनुमान लगाया जा रहा था कि देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की कमान संभाल सकते हैं. 288 सदस्यों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी के सबसे अधिक विधायक हैं. फडणवीस दो बार सीएम पद की शपथ ले चुके हैं. पहली बार 2014 में शिव सेना के साथ गठबंधन की सरकार में और दूसरी बार 2019 में तीन दिनों के लिए. फ्लोर टेस्ट से एक दिन पहले राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thakeray) ने फेसबुक लाइव के जरिए अपने पद से इस्तीफे का ऐलान किया था.
एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की.
भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है.
शिंदे ग्रुप के बागी विधायक गोवा के एक होटल में ठहरे हुए हैं. महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर शिंदे के नाम का ऐलान होते ही बागी विधायकों ने जश्न मनाया.
बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवी ने कहा कि शिव सेना ने हिंदुत्व और सावरकर के खिलाफ विचारधारा वालों के साथ गठबंधन किया. 2019 में शिव सेना और बीजेपी गठबंधन को जनादेश मिला था लेकिन शिव सेना ने उन लोगों के साथ जाने का रास्ता चुना जिनका बालासाहेब ठाकरे ने जीवन भर विरोध किया. शिव सेना ने जनादेश का अपमान किया. शिव सेना के विधायकों ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन को तोड़ने की मांग की थी लेकिन उद्धव ठाकरे ने इन विधायकों नजरअंदाज किया और महाविकास अघाड़ी के सहयोगियों को प्रमुखता दिया. यही वजह है कि शिव सेना के विधायकं ने अपनी आवाज मजबूत की है.
महाराष्ट्र के अगले सीएम एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि उनके साथ शिव सेना के 40 बागी विधायकों समेत 50 विधायकों का समर्थन है.
एक तरफ शिव सेना दाउद का विरोध करती है और दूसरी तरफ ऐसे शख्स को कैबिनेट में रखती है जो दाउद की मदद के आरोप में जेल गया था. उन्होंने ऐसे लोगों के साथ गठबंधन किया जिन्होंने सावरकर का अपमान किया- देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे, संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में
एकनाथ शिंदे के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने ऐलान किया कि महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे होंगे और शपथ ग्रहण समारोह आज शाम 07:30 बजे होगा.
शिवसेना नेता संजय राउत ने बृहस्पतिवार को कहा कि बागियों ने स्वयं अपना रास्ता चुना है और पार्टी की ओर से उनके भाजपा से गठबंधन करने पर कोई बाधा उत्पन्न नहीं की जाएगी लेकिन बागी नेताओं को शिवसेना से अलग होने के अपने फैसले पर अफसोस होगा. उन्होंने यह भी कहा कि शिवसेना नई सरकार में सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी.
शिव सेना के बागी विधायक दीपक केसरकर ने गोवा में कहा कि कल सीएम उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दिया लेकिन उन्होंने इसका जश्न नहीं मनाया क्योंकि ठाकरे को सीएम पद से हटाना लक्ष्य नहीं था. केसरकर ने कहा कि वे अभी भी शिव सेना में हैं और उनका इरादा उद्धव ठाकरे को नुकसान पहुंचाने या अपमान करने का नहीं है. केसरकर ने कहा कि शिंदे मुंबई के लिए निकल चुके हैं और जो भी फैसला होगा, वह राज्य के विकास के लिए होगा. हम लोगों ने किसी को धोखा नहीं दिया है और इस प्रकार का बयान संजय राउत सिर्फ लोगों के बीच नाखुशी फैलाने के लिए जारी कर रहे हैं. हम लोग ठाकरे परिवार के खिलाफ नहीं हैं. अगर उद्धव ठाकरे महाविकास अघाड़ी गठबंधन को तोड़ने के लिए राजी होते हैं तो हम सभी उनसे बातचीत के लिए तैयार हैं. हम लोग ठाकरे के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट नहीं गए थे और हम लोगों के मन में अभी भी उनके लिए सम्मान है. महाराष्ट्र के बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस शपग ग्रहण की तारीख तय करेंगे. हम लोगों की बातचीत शुरू हो चुकी हैं और हमारी सरकार बनेगी. अगर कल शपथ ग्रहण समारोह होता है तो हम सभी कल मुंबई जाएंगे.
बागी शिव सेना नेता एकनाथ शिंदे मुंबई के लिए निकल रहे हैं लेकिन बाकी विधायक अभी गोवा में रहेंगे.
महाराष्ट्र कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने कहा कि उन्हें लगता है कि ठाकरे को फ्लोर टेस्ट का सामना करना चाहिए था लेकिन उन्होंने खुद कैबिनेट बैठक की समाप्ति पर विदाई स्पीच दी. वह सिंपल नेचर के संवेदनशील इंसान हैं, कुछ चीजें उन्हें नहीं पसंद आई जिसके चलते उन्होंने इस्तीफा दिया.
महाराष्ट्र कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट का कहना है कि औरंगाबाद से नाम बदलकर संभाजीनगर किए जाने पर कांग्रेस में कोई मतभेद नहीं है. थोराट का कहना है कि कांग्रेस के सभी विधायक आज फ्लोर टेस्ट के लिए उपस्थित थे लेकिन अब जब यह नहीं होगा तो आज महाराष्ट्र विधान भवन में बैठक के दौरान आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी.
औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र से एआईएमआईएम सांसद इम्तियाज जलील के मुताबिक सरकार जाने से पहले उन्होंने यह फैसला लिया. मैं उद्धव जी को यह बताना चाहता हूं कि इतिहास नहीं बदला जा सकता है. आप सस्ती राजनीति का एक बड़ा उदाहरण पेश कर रहे हैं. सिर्फ जनता ही यह फैसला कर सकती है कि औरंगाबाद का नाम क्या होना चाहिए.
शिव सेना के नेता संजय राउत का कहना है कि शिव सेना पॉवर के लिए नहीं पैदा हुई है, शक्ति शिव सेना के लिए पैदा हुई है. यह बालासाहेब ठाकरे का हमेशा से मंत्र रहा है. हम काम करेंगे और एक फिर वापस सत्ता में आएंगे.
पात्रा चॉल लैंड स्कैम केस में राउत कल ईडी के ऑफिस जाएंगे. राउत को ईडी ने कुछ दिनों पहले समन भेजा था लेकिन राउत ऑफिस नहीं जा सके थे जिसके बाद राउत ने उन्हें एक जुलाई से पहले तक पेश होने के लिए दोबारा समन भेजा.
शिव सेना नेता ने कहा कि जब उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दे दिया तो हम सभी इमोशनल हो गए. सभी को उद्धव ठाकरे पर भरोसा है, हर जाति और धर्म के लोगों ने उन्हें सपोर्ट किया. सोनिया गांधी और शरद पवार उन पर भरोसा करते हैं.
बागी शिव सेना नेता एकनाथ शिंदे गोवा में एक बागी विधायकों की एक बैठक को संबोधित करेंगे. एकनाथ शिंदे ग्रुप के प्रवक्ता दीपक केसरकर के मुताबिक यह बैठक मुंबई के लिए निकलने से पहले होगी.
महाराष्ट्र में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बन सकती है और देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की कमान संभाल सकते हैं. 288 सदस्यों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी के सबसे अधिक विधायक हैं. फडणवीस दो बार सीएम पद की शपथ ले चुके हैं. पहली बार 2014 में शिव सेना के साथ गठबंधन की सरकार में और दूसरी बार 2019 में तीन दिनों के लिए. फ्लोर टेस्ट से एक दिन पहले राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thakeray) ने फेसबुक लाइव के जरिए अपने पद से इस्तीफे का ऐलान किया था जिसके चलते राज्य की कमान अब फडणवीस के हाथों में फिर जा सकती है.
महाराष्ट्र विधानसभा के सचिव राजेंद्र भागवत ने सभी विधायकों को सूचित कर दिया है कि राज्यपाल के आदेश के मुताबिक अब फ्लोर टेस्ट की जरूरत नहीं है तो आज का विशेष सत्र नहीं बुलाया जा रहा है. ठाकरे के इस्तीफा के चलते फ्लोर टेस्ट की जरूरत नहीं है.
सुप्रीम कोर्ट द्वारा राज्यपाल के फैसले पर मुहर के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फ्लोर टेस्ट से पहले ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे का एलान कर दिया. इतना ही नहीं, इसके साथ ही उन्होंने विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया उन्होंने फेसबुक लाइव में इसकी घोषणा की.