Maharashtra Crisis Live: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने आज (24 जून) शिव सेना के जिला प्रमुखों की बैठक को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया. उन्होंने कहा कि गुवाहाटी में मौजूदा पार्टी के विधायक शिव सेना को तोड़ना चाहते हैं लेकिन उन्होंने सिर्फ वर्षा बंगला (सीएम आवास) को छोड़ा है, लड़ने का जज्बा नहीं. ठाकरे ने कहा कि उन्होंने एकनाथ शिंदे के लिए सब कुछ किया, शिंदे को अपने पास रखा विभाग दिया. उनका बेटा भी सांसद है. ठाकरे ने कहा कि फ्लोर टेस्ट वे जीतेंगे, बागी विधायकों ने गलत कदम उठा लिया है. बागी विधायकों को मुंबई वापस आने का मौका दिया गया. उद्धव ठाकरे ने कहा कि एनसीपी, कांग्रेस और शिव सेना के सभी नेता आपस में संपर्क बनाए हुए हैं.
वहीं दूसरी तरफ राज्य के सभी पुलिस स्टेशन हाई एलर्ट पर हैं. महाराष्ट्र पुलिस ने कहा कि मुंबई में सभी पुलिस स्टेशन अधिक एलर्ट पर हैं क्योंकि जानकारी के मुताबिक शिव सैनिक बड़ी संख्या में सड़कों पर आ सकते हैं और इस दौरान शांति बनाए रखने के लिए पुलिस को एलर्ट पर रहने को कहा गया है.
सीएम उद्धव ठाकरे से मिलने के लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवार उनके आवास मातोश्री पर पहुंच चुके हैं. उनके साथ डिप्टी सीएम अजीत पवार, स्टेट कैबिनेट मिनिस्टर जयंत पाटिल और पार्टी लीडर प्रफुल्ल पटेल भी हैं.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक सीएम ठाकरे के खिलाफ शिंदे का समर्थन करने वाले नेहरू नगर के विधायक मंगेश कुडलकर के ऑफिस पर शिव सैनिकों ने तोड़-फोड़ किया.
शिंदे ने एक दिन पहले दिए गए अपने बयान से पटलते हुए शुक्रवार को कहा कि कोई भी राष्ट्रीय दल उनके संपर्क में नहीं है. गुरुवार शाम को उन्होंने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने बागी विधायकों को संबोधित करते हुए ''राष्ट्रीय दल'' के समर्थन का दावा किया था. वीडियो में वह यह कहते हुए दिख रहे थे, ''चाहे जो हो जाए, जीत हमारी होगी. एक राष्ट्रीय दल है, एक महाशक्ति…आप जानते हैं कि उन्होंने पाकिस्तान को मात दी. उस दल का कहना है कि हमने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है और उसने हमें हरसंभव मदद का भरोसा दिया है. उसने कहा है कि अगर आपको कुछ चाहिए तो हम आपको निराश नहीं करेंगे. जब भी आपको किसी सहायता की आवश्यकता होगी, हम देंगे.'' अब जब शिंदे से एक टीवी चैनल पर पूछा गया कि क्या भाजपा उनके समूह का समर्थन कर रही है, तो उन्होंने कहा, ''बड़ी शक्ति का समर्थन मिलने से मेरा मतलब बालासाहब ठाकरे (शिवसेना के दिवंगत नेता) और आनंद दिघे से था.''
राज्य के सभी पुलिस स्टेशन हाई एलर्ट पर हैं. महाराष्ट्र पुलिस ने कहा कि मुंबई में सभी पुलिस स्टेशन अधिक एलर्ट पर हैं क्योंकि जानकारी के मुताबिक शिव सैनिक बड़ी संख्या में सड़कों पर आ सकते हैं और इस दौरान शांति बनाए रखने के लिए पुलिस को एलर्ट पर रहने को कहा गया है.
सियांसी संकट के बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने आज शिव सेना के जिला प्रमुखों की बैठक को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया. उन्होंने कहा कि गुवाहाटी में मौजूदा पार्टी के विधायक शिव सेना को तोड़ना चाहते हैं लेकिन उन्होंने सिर्फ वर्षा बंगला (सीएम आवास) को छोड़ा है, लड़ने का जज्बा नहीं. ठाकरे ने कहा कि उन्होंने एकनाथ शिंदे के लिए सब कुछ किया, शिंदे को अपने पास रखा विभाग दिया. उनका बेटा भी सांसद है. ठाकरे ने कहा कि फ्लोर टेस्ट वे जीतेंगे, बागी विधायकों ने गलत कदम उठा लिया है. बागी विधायकों को मुंबई वापस आने का मौका दिया गया. उद्धव ठाकरे ने कहा कि एनसीपी, कांग्रेस और शिव सेना के सभी नेता आपस में संपर्क बनाए हुए हैं.
शिव सेना नेता आदित्य ठाकरे शिव सेना भवन से निकल चुके हैं. वह यहां पार्टी के सभी जिला प्रमुखों की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे थे.
शिव सेना नेता नीलम गोर्हे ने कहा कि गुवाहाटी में सभी बागी विधायकों के पास सिर्फ एक ही विकल्प है कि वे अपना ग्रुप बना लें. उन्होंने बालासाहेब ठाकरे और हिंदुत्व के सिद्धांतों को धोखा दिया है. उन्हें महाराष्ट्र की जनता को जवाब देना होगा.
डिप्टी स्पीकर ने अजय चौधरी को शिव सेना पार्टी ग्रुप लीडर के तौर पर नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. इससे जुड़ा एक लेटर महाराष्ट्र लेजिस्लेटिव सेक्रेटेएरिएट ने पार्टी को भेजा है. यह एकनाथ शिंदे के लिए झटका है जिन्होंने गुरुवार को 37 विधायकों के साइन के साथ एक लेटर डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरावल को भेजा था. इस लेटर में शिंदे ने खुद को शिव सेना लेजिस्लेचर पार्टी का लीडर और भरतशेत गोगावले को पार्टी की चीफ व्हिप घोषित किया था.
बागी नेता एकनाथ शिंदे गुवाहाटी से मुंबई के लिए निकल रहे हैं. इससे पहले शिव सेना सांसद ने बागी विधायकों को वापस मुंबई आने की चेतावनी दी थी.
संजय राउत का दावा है कि महा विकास अघाड़ी की सरकार फ्लोर टेस्ट में जीत हासिल करेगी. उन्होंने कहा कि बागी विधायकों ने बहुत गलत कदम उठाया है.
आज एनसीपी के नेताओं से मुलाकात के बाद शिव सेना सांसद राउत ने कहा कि वे हारने वाले नहीं है और बागी विधायकों को मुंबई वापस आने की चुनौती दे रहे हैं. राउत ने कहा कि बागी विधायकों ने बड़ी गलती की है. राउत का दावा है कि महा विकास अघाड़ी की सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी.
महाराष्ट्र के सियासी संकट के बीच शिव सेना सांसद संजय राउत ने बागी विधायक एकनाथ शिंदे को चेतावनी दी है कि ऐसी लड़ाईयां या तो कानून के जरिए लड़ी जाती है या सड़कों पर.
शिव सेना के सांसद संजय राउत ने ट्वीट किया है कि बीजेपी के एक सीनियर कैबिनेट मिनिस्टर ने धमकी दी है कि शरद पवार ने महा विकास अघाड़ी सरकार को बचाने की कोशिश की तो उन्हें सड़कों पर रोककर रखा जाएगा और वे अपने घर भी नहीं पहुंच पाएंगे. राउत ने बीजेपी को इस पर अपना स्टैंड क्लियर करने को कहा है कि क्या यह उनकी ऑफिशियल पोजिशन है. राउत ने कहा कि राज्य सरकार रहे या चली जाए लेकिन पवार के खिलाफ ऐसे शब्दों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. राउत ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बयान पर यह प्रतिक्रिया दी है. राणे ने पवार के फ्लोर टेस्ट बयान को लेकर टिप्पणी की थी कि पवार विधानसभा आने के लिए बागी विधायकों को धमका रहे हैं लेकिन वे आएंगे और अपनी मर्जी से वोट भी डालेंगे और अगर उन्हें कोई नुकसान होता है तो पवार को भी अपने घर जाने में दिक्कत होगी.
महाराष्ट्र के मौजूदा सियासी संकट को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपनी पहली सार्वजनिक प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ठाकरे सरकार के पास बहुमत है या नहीं, इसका फैसला अब विधानसभा में फ्लोर टेस्ट से होगा. उन्होंने कहा कि जब बागी विधायक राज्य वापस लौटेंगे तो वे सच्चाई बताएंगे कि उन्हें किस तरह यहां से ले जाया गया. पवार के मुताबिक मौजूदा सियासी ड्रामा बीजेपी के चलते हो रहा है लेकिन महा विकास अघाड़ी सरकार अपना बहुमत साबित कर लेगी.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) आज शुक्रवार पार्टी के सभी जिला प्रमुखों से मुलाकात करने वाले हैं. यह मुलाकात ऐसे समय में होने वाली है, जब शिंदे ने एक सूची तैयार की है जिसमें कम से कम 400 पूर्व कॉरपोरेट और शिव सेना के आधे सांसदों को रखा गया है जो नई सरकार बनने पर समर्थन कर सकें.
गुरुवार देर रात शिंदे ने महाराष्ट्र लेजिस्लेटिव एसेंबली की डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल को एक पत्र भेजा जिसमें शिंदे ने खुद को शिव सेना का नेता और भरतशेत गोगावाले को मुख्य व्हिप घोषित किया है. इस पत्र पर 37 विधायकों के साइन हैं यानी कि बागी विधायकों के ग्रुप में दल-बदल कानून के तहत दो-तिहाई बहुमत है.
शिव सेना ने 12 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित करने के लिए कार्यवाहक स्पीकर से अनुरोध किया है. पार्टी नेता अजय चौधरी ने कहा कि 22 जून को पार्टी बैठक बुलाई गई थी और सुनील प्रभु ने इसमें शामिल होने के लिए व्हिप जारी किया था लेकिन ये 12 विधायक बैठक में उपस्थित नहीं हुए. अयोग्य घोषित करने के अनुरोध को लेकर शिंदे ने कहा कि उन्हें भी कानून पता है और जो व्हिप जारी किया था, वह विधानसभा के कार्यों के लिए होता है, किसी बैठक के लिए नहीं.
महाराष्ट्र के लोगों और शिवसैनिकों के नाम फेसबुक लाइव में बोले उद्धव ठाकरे, मेरे पद छोड़ने के बाद शिवसेना का ही मुख्यमंत्री बने तो खुशी होगी.
महाराष्ट्र में मौजूदा सियासी ड्रामा मंगलवार की देर रात शुरू हुआ, जब मंत्री एकनाथ शिंदे निर्दलीय समेत पार्टी के बागी विधायकों समेत महाराष्ट्र के बाहर सूरत चले गए. इसके बाद सभी वहां से गुवाहाटी चले गए.