
भारत ने मंगलवार को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के लैंड अटैक वर्जन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है. ANI के मुताबिक, इसे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के क्षेत्र से किया गया. रिपोर्ट के मुताबिक, सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को आज सुबह 10 बजे टेस्ट फायर किया गया और इसने दूसरे द्वीप पर मौजूद अपने टारगेट को सफलतापूर्वतक हिट किया.
ANI के मुताबिक, भारतीय सेना ने यह टेस्ट किया है, जिसमें DRDO द्वारा विकसित मिसाइल सिस्टम के बहुत से रेजिमेंट शामिल हैं. ब्रह्मोस मिसाइल की स्ट्राइक रेंज बढ़ाकर अब 400 किलोमीटर से ज्यादा कर दी गई है. ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल अपनी श्रेणी में दुनिया की सबसे तेज ऑपरेशनल सिस्टम है. और हाल ही में, DRDO ने मिसाइल सिस्टम के न को मौजूदा 298 किलोमीटर से बढ़ाकर करीब 450 किलोमीटर कर दिया है.
शौर्या मिसाइल का भी किया गया था सफल परीक्षण
पिछले दो महीनों में DRDO दोनों नई और मौजूदा मिसाइल सिस्टम के परीक्षण में सफल रहा है. इनमें शौर्या मिसाइल सिस्टम शामिल है, जो 800 किलोमीटर से ज्यादा दूरी पर मौजूद लक्ष्य को हिट कर सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय नेवी ने ब्रह्मोस मिसाइल की टेस्ट फायरिंग आईएनएस चैन्नई से भी की थी, जिससे इसकी गहरे समंदरों में 400 किलोमीटर से ज्यादा की रेंज में टारगेट को हिट करने की इसकी क्षमता दिखाई जा सके.
भारत सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के लिए निर्यात के बाजार भी खोजने पर काम कर रहा है, जिसे DRDO ने बड़े स्तर पर अपने प्रोजेक्ट PJ 10 के तहत देश में विकसित किया है. 90 के दशक के आखिरी में भारत और रूस के बीच ज्वॉइंट वेंचर लॉन्च होने के बाद, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल सभी तीनों सेनाओं की फोर्स के लिए महत्वपूर्ण हथियार बन गया.
इससे पहले सितंबर में DRDO ने स्वदेशी बूस्टर और एयरफ्रेम सेक्शन के साथ ही कई अन्य ‘मेड इन इंडिया’ उप प्रणालियों से लैस सतह से सतह तक मार करने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का ओडिशा में आईटीआर, बालासोर से सफलतापूर्वक परीक्षण किया था.
Get Business News in Hindi, latest India News in Hindi, and other breaking news on share market, investment scheme and much more on Financial Express Hindi. Like us on Facebook, Follow us on Twitter for latest financial news and share market updates.