Covid Death: कोरोना के चलते देश के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान AIIMS के आईसीयू में भर्ती 65 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों से अधिक 50 साल से कम उम्र के संक्रमित लोगों की मौत हुई. स्टडी पीरियड में एम्स के आईसीयू में 654 कोरोना मरीज भर्ती हुए थे जिसमें से 247 की मौत हो गई यानी आईसीयू में भर्ती कोरोना संक्रमितों की मृत्यु दर (मोर्टलिटी रेट) 37.7 फीसदी रही जिसमें 42.1 फीसदी लोग 18-50 वर्ष की उम्र के लोग रहे. यह खुलासा दिल्ली स्थित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) के एक स्टडी में हुआ है. यह स्टडी इंडियन जर्नल ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसिन में प्रकाशित हुआ है और इसे एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया, एम्स ट्रामा सेंटर के प्रमुख डॉ राजेश मल्होत्रा और कुछ अन्य लोगों ने लिखा है. यह स्टडी 4 अप्रैल से 24 जुलाई 2020 के बीच की गई.
इस तरह की गई स्टडी
- स्टडी 4 अप्रैल से 24 जुलाई के बीच एम्स के आईसीयू में भर्ती मरीजों के बीच की गई.
- इस अवधि में 654 वयस्क मरीज आईसीयू में भर्ती हुए.
- भर्ती मरीजों में 247 की मौत हो गई यानी 37.7 फीसदी लोगों की मौत हुई.
- इसके बाद सभी भर्ती वयस्क मरीजों को 18-50, 51-65 और 65 के ऊपर आयु वर्ग में बांटा गया ताकि उनके क्लिनिकल कैरेक्टरिस्टिक्स और आउटकम्स की तुलना की जा सके.
- स्टडी के मुताबिक भर्ती हुए लोगों में जिनकी मौत हुई उसमें 42.1 फीसदी 18-50 वर्ष के थे, 34.8 फीसदी 51-65 वर्ष के और 65 वर्ष से अधिक उम्र के 23.1 फीसदी.
- सबसे अधिक कोमॉर्बिटीज जो पाई गई, वह हाइपरटेंशन, डायबिटीज मेलिशस और क्रोनिक किडनी डिजीज रही और भर्ती मरीजों में जो लक्षण दिखे, वे बुखार, खांसी व सांस लेने में दिक्कत रही.
पीडियाट्रिक ग्रुप में आईसीयू मोर्टलिटी 13 फीसदी
स्टडी के मुताबिक आईसीयू में जिन लोगों की मौत हुई, उनके डेटा इलेक्ट्रॉनिक मेडिक रिपोर्ट, पेशेंट्स डेली प्रोग्रेस चार्ट और नर्सिंग नोट्स से जुटाए गए. कई अन्य स्टडीज में कोरोना के चलते आईसीयू मोर्टलिटी 8-66.7 फीसदी पाया गया लेकिन एम्स के अस्पताल में यह 18.2 फीसदी और आईसीयू में 36.1 फीसदी रहा. यह स्थिति अमेरिका, स्पेन और इटली देशों में भी है. स्टडी अवधि में एम्स में 46 बच्चे भी भर्ती हुए जिनमें से 6 की कोरोना के चलते मौत हुई यानी पीडियाट्रिक ग्रुप (बच्चों) के बीच आईसीयू मोर्टलिटी 13 फीसदी रही.
(सोर्स: न्यूज एजेंसी एएनआई)