Gujarat Assembly Election 2022 : गुजरात चुनाव के पहले चरण के प्रचार के लिए करीब 10 दिन का समय बचा है. राज्य की 89 सीटों पर 1 दिसंबर को मतदान होना है. ऐसे में सत्ताधारी पार्टी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. बीजेपी ने गुजरात में चुनाव प्रचार के लिए अपने नेताओं की फौज उतार दी है. पार्टी की तरफ से प्रचारकों में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, तमाम केन्द्रीय मंत्री, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, सहित 29 नेता शामिल हैं. शुक्रवार को राज्य के 89 विधानसभा क्षेत्रों में से 40 सीट पर पार्टी के दिग्गज नेताओं ने चुनावी रैलियां की है.
पहले चरण के चुनावी इलाकों में बीजेपी के करीब 15 राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने 40 से अधिक जनसभाओं को संबोधित किया. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और अनुराग ठाकुर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा, मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान, भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या और लद्दाख से बीजेपी सांसद जमयांग सेरिंग नामग्याल समेत कई दिग्गज नेता इन जनसभाओं में शामिल हुए.
वोटरों को प्रभावित करने के लिए BJP अपनाती है रणनीति
गुजरात में इन नेताओं के प्रचार के लिए विधानसभा क्षेत्रों के चयन को लेकर बीजेपी के एक सीनियर नेता ने बताया कि 2012 के बाद से भाजपा ने अपने राज्यों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले राष्ट्रीय नेताओं को चुनाव प्रचार में उतारने की स्ट्रैटेजी अपनाई है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि अगर वे गुजरात आकर यहां की जनता से कहते हैं कि भाजपा के शासन में राज्य सुरक्षित रहती है, बाकी कोई दूसरी पार्टी इस तरह के माहौल नहीं दे सकती है, तो ऐसे में मतदाताओं पर ज्यादा प्रभाव पड़ता है. इसी तरह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा जैसे नेताओं को उन जगहों पर ले जाया जाता है जहां बाकी राज्यों की आबादी भारी संख्या में बसती है, तो उन मतदाताओं का पर खासा असर पड़ता है.
नवसारी में राहुल गांधी पर बरसे जेपी नड्डा
भाजपा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के लिए नवसारी, अंकलेश्वर और राजकोट (पूर्व) में तीन रैलियों की योजना बनाई है. नवसारी की जनसभा में जेपी नड्डा ने हिंदुत्व के विचारक सावरकर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आपत्तिजनक बयान दिए जाने का आरोप लगाया. इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी पर सियासी हमला करते हुए केंद्र में मोदी सरकार के तहत विकास के बारे में बात की. जेपी नड्डा ने कहा कि राज्य में कांग्रेस के शासनकाल के दौरान गुजरात को कर्फ्यू के राज्य के रूप में जाना जाता था. उन्होंने दावा किया कि नरेंद्र मोदी के सीएम बनने के बाद गुजरात में कहीं पर भी कर्फ्यू जैसे हालात नहीं बने थे.
सीएम शिवराज चौहान ने भी सावरकर पर की गई टिप्पणियों के लिए राहुल गांधी पर हमला किया और कहा कि कांग्रेस ने हमेशा स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है. यूपी के सीएम आदित्यनाथ ने वांकानेर, झगड़िया और चोर्यासी निर्वाचन क्षेत्रों में जनसभाओं को संबोधित किया. बीजेपी द्वारा साझा किए गए अपने भाषण में यूपी के सीएम ने कहा कि यह विकास और विनाश के बीच, आस्था के सम्मान और अनादर के बीच, देशभक्ति और आतंकवाद के बीच, और देशद्रोहियों और देशद्रोहियों के बीच की लड़ाई है. आदित्यनाथ ने लोगों से कांग्रेस को नर्मदा में विसर्जित करने की अपील की क. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश को विकास, समृद्धि, सुरक्षा और वैश्विक प्रतिष्ठा नहीं दे सकती है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी तीन जनसभाओं को संबोधित करने वाले थे, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से उनका कार्यक्रम निरस्त करना पड़ा. राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के अलावा राज्य के 14 नेता ने भी शुक्रवार को 36 विधानसभा क्षेत्रों में सड़कों पर रैलियां निकाली.