देश में कोरोना वायरस को देखते हुए 25 मार्च से अगले 21 दिनों के लिए लगाए गए लॉक डाउन में किसी गरीब को अन्न की कमी न हो, इसके लिए सरकार ने कदम उठाए हैं. सरकार ने 80 करोड़ से अधिक राशनकार्ड धारकों को अगले तीन महीने तक प्रति व्यक्ति पांच किलो अनाज (गेहूं अथवा चावल) और प्रति परिवार एक किलो दाल मुफ्त देने की घोषणा की है. यह 5 किलो अनाज राशन कार्ड पर मिलने वाले मौजूदा कोटा के अतिरिक्त होगा.
इससे पहले बुधवार को हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में फैसला लिया गया था कि सरकार राशन की दुकानों से अगले तीन महीने तक प्रति व्यक्ति को दो किलो अतिरिक्त सब्सिडी युक्त अनाज उपलब्ध कराएगी. इससे राशन कार्ड धारकों का मासिक कोटा बढ़कर प्रति व्यक्ति सात किलो हो जाएगा. सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बैठक के बाद मीडिया को बताया, ‘सरकार ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत 80 करोड़ लोगों को 7 किलोग्राम प्रति व्यक्ति खाद्यान्न उपलब्ध कराने का फैसला किया है. इस लिहाज से यह 7 किलो और अतिरिक्त 5 किलो का मुफ्त राशन मिलाकर देश के 80 करोड़ राशन कार्ड धारक अगले तीन महीने तक प्रतिमाह 12 किलो तक गेहूं या चावल ले सकेंगे.
2 रु किलो गेहूं और 3 रु किलो चावल
यह भी कहा था कि गेहूं की कीमत 27 रुपये किलो है, जो राशन दुकानों के माध्यम से दो रुपये किलो की रियायती दर पर मिलेगा, जबकि चावल की लागत लगभग 37 रुपये किलो है, लेकिन राशन की दुकानों के माध्यम से इसे तीन रुपये किलो की दर से खरीदा जा सकेगा. यानी अब राशन कार्ड धारक को इस रेट से 7 किलो तक गेहूं/चावल मिलेगा और बाकी अतिरिक्त 5 किलो गेहूं/चावल वह मुफ्त में ले सकेगा. 7 किलो गेहूं के लिए महीने में 14 रुपये देने होंगे, जबकि 7 किलो चावल 21 रुपये में मिल जाएगा.
दो बार में ली जा सकेगी फ्री दाल
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गरीबों, किसानों, मजदूरों, महिलाओं, गरीब बुजुर्गों, दिव्यांगों आदि के लिए 1.70 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि ये अनाज और दाल इसलिए दिए जा रहे हैं कि देशभर में कामकाज, आवाजाही सब कुछ बंद रखा गया है. ऐसे में कोई भी परिवार भूखा नहीं रहे, इसलिए तीन महीने तक राशन में ये चीजें मुफ्त उपलब्ध कराई जा रही हैं. फ्री दाल को पीडीएस दुकानों से दो बार में प्राप्त किया जा सकता है.
सरकार के पास अनाज का कितना स्टॉक
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सरकार के पास भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के गोदामों में 584.9 लाख टन अनाज का सुरक्षित भंडार है. इसमें 309.7 लाख टन चावल और 275.2 लाख टन गेहूं है. सरकारी गोदामों में अनाज की यह मात्रा एक अप्रैल को अनुमानित 2.1 करोड़ टन खाद्यान्न की जरूरत से कई गुना अधिक है.
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