जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के आधिकारिक तौर पर केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को भारत का नया नक्शा जारी किया. इस नक्शे में 28 राज्य और 9 केंद्र शासित प्रदेश हैं. यह नया नक्शा जम्मू-कश्मीर के आधिकारिक तौर पर दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित होने के 2 दिनों के बाद आया है. 5 अगस्त को धारा 370 के खत्म होने के एलान के बाद जम्मू-कश्मीर को मिला विशेष राज्य का दर्जा खत्म हुआ.
Maps of newly formed Union Territories of #JammuKashmir and #Ladakh, with the map of #India
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शुक्रवार को दोनों केंद्र शासित प्रदेशों के एलजी ने शपथ ली
शुक्रवार को दोनों केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपालों ने अपने पद की शपथ ली. यह शपथ जम्मू और कश्मीर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की मौजूदगी में ली गई. पिछले हफ्ते भारत सरकार ने गुजरात कैडर के आईएएस गिरीश चंद्र मुर्मू को जम्मू और कश्मीर के एलजी पद पर नियुक्त किया. इसके अलावा त्रिपुरा कैडर के रिटायर्ड अफसर राधा कृष्ण माथुर को लद्दाख का एलजी नियुक्त किया गया.
लद्दाख में दो जिले, कारगिल और लेह शामिल
दिलबाग सिंह जम्मू-कश्मीर के डीजी बने रहेंगे. जबकि लद्दाख में पुलिस चीफ के लिए नए अफसर की नियुक्ति की जाएगी. दोनों फोर्स जम्मू और कश्मीर कैडर का हिस्सा बनी रहेंगी. जो बाद में जाकर केंद्र शासित प्रदेश के कैडर में मिल जाएगा. अभी सरकार ने दोनों केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों की नियुक्ति नहीं की है. लद्दाख के नए नक्शे में दो जिले कारगिल और लेह शामिल हैं. इसे छोड़कर पहले के जम्मू-कश्मीर का बचा हुआ हिस्सा, नए नक्शे में जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश का हिस्सा है.
1947 में उस समय के जम्मू-कश्मीर राज्य में 14 जिले थे. 2019 तक जम्मू-कश्मीर की राज्य सरकार ने इन्हें बढ़ाकर 28 जिलों में बांट दिया था. कारगिल जिले को लेह और लद्दाख के जिले के क्षेत्र से अलग कर दिया गया था. लेह जिला जो लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश का हिस्सा है, वह जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन एक्ट के तहत नया बना है.
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