Google Doodle on Republic Day: पूरा देश 74वां गणतंत्र दिवस मनाने में जुटा हुआ है और सर्च इंजन वेबसाइट गूगल ने इसे और खास बना दिया है. रिपब्लिक डे पर गूगल ने एक खास ‘डूडल’ बनाकर देश को शुभकामनाएं दी है. गणतंत्र दिवस की थीम को दर्शाने वाले इस डूडल में दिल्ली के कर्तव्य पथ पर निकली गणतंत्र दिवस की झांकी को प्रदर्शित किया गया है. इसके लिए गूगल ने ‘हैंड-कट पेपर आर्ट’ की स्टाइल का इस्तेमाल किया है.
क्या है इस डूडल में खास?
गूगल द्वारा बनाए गए ‘डूडल’ में राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट, नॉर्थ ब्लॉक व साउथ ब्लॉक जैसे ऐतिहासिक भवन दिखाए गए हैं. इसके साथ गणतंत्र दिवस की रस्मी परेड को प्रतिबिंबित करने के लिए सेना की टुकड़ी और मोटरसाइकिल पर करतब करते जवान भी दिखाए गए हैं. चित्र में गूगल ने अंग्रेजी में अपने ब्रांड का नाम भी लिखा है, जिसमें सांकेतिक रूप से ‘ओ’ शब्द को राष्ट्रपति भवन के गुम्बद से दर्शाया गया है. मोर और फूल की आकृतियां इस ‘मोनोक्रोम’ यानी ब्लैक एंड व्हाइट डूडल को और आकर्षक बना रही है. इस डूडल पर क्लिक करें तो एक स्पेशल पेज खुलता है, जिस पर India Republic Day 2023 के शीर्षक के साथ भारत के गणतंत्र दिवस के बारे में जानकारी देने वाला एक राइट-अप भी है, जिसके अंत में “Happy Republic Day, India!” कहकर देश के लोगों को बधाई दी गई है.
किसने बनाया है यह डूडल
डूडल को अहमदाबाद के गेस्ट आर्टिस्ट पार्थ कोठेकर ने बनाया है. कोठेकर ने कहा, “मैं 74वें गणतंत्र दिवस को प्रस्तुत करने वाले #googledoodle का हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि मैं इस आर्ट के जरिये भारत का एक चित्र दिखाना चाहता था.” कोठेकर ने इसके लिए गूगल का शुक्रिया भी किया है. गूगल ने एक वीडियो भी वेबसाइट पर साझा किया है, जिसमें यह दिखाया गया है कि कैसे कलाकार पार्थ अपने हाथों से डूडल को बना रहे हैं.
74वें गणतंत्र दिवस को बनाया खास
26 जनवरी 1950 वो तारीख थी जिस दिन भारत में संविधान को अंगीकार किया था और खुद को एक संप्रभु, लोकतांत्रिक और गणतंत्र देश घोषित किया था. आज का दिन पूरे देशवाशियों के लिए खास होता है. 74वें गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर हुई परेड में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सलामी ली. इस बार समारोह के मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी थे. गणतंत्र दिवस के सेलिब्रेशन का समापन 29 जनवरी को ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह के साथ होता है. इस बार गणतंत्र दिवस परेड में 25 हजार लोग शामिल हुए थे, लेकिन कोरोना से पहले करीब सवा लाख लोगों को इसमें शामिल होने की अनुमति होती थी.