
Farmers’ Protest Updates in Hindi: गणतंत्र दिवस पर राजधानी दिल्ली में लाल किले समेत कई जगहों पर हुई हिंसा, उपद्रव के मामले में दिल्ली पुलिस ने 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किया है. योगेंद्र यादव, बलदेव सिंह सिरसा, बलबीर एस राजेवाल समेत 20 किसान नेताओं से 3 दिन में जवाब देने के लिए कहा गया है. इसके अलावा ऑफिशियल्स ने बताया कि एफआईआर में नामजद लोगों से पासपोर्ट जमा करने के लिए कहा जाएगा. दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर रैली के लिए तय समझौते को तोड़ने के मामले में यह नोटिस भेजा है. वहीं, टिकरी बाॅर्डर पर सुरक्षा सख्त कर दी गई है. इससे पहले बुधवार को दो किसान संगठनों ने हिंसा से दुखी होकर राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन और भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने आंदोलन वापस ले लिया है. किसान नेता दर्शन पाल ने 1 फरवरी को बजट वाले दिन पर संसद मार्च की योजना को रद्द करने का एलान कर दिया.
इससे पहले, राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीएम सिंह ने बुधवार को आंदोलन वापस लेने का एलान किया. वहीं, भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने भी चिल्ला बाॅर्डर पर 58 दिन से जारी धरना समाप्त कर दिया. पुलिस की तरफ से 22 FIR दर्ज की गई. हिंसा में 300 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. मुकदमा हत्या का प्रयास, लूट, डकैती, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना समेत अलग-अलग धाराओं में दर्ज किया गया है. दिल्ली पुलिस के अनुसार एफआईआर में किसान नेता दर्शन पाल, राजिंदर सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल, जोगिंदर सिंह उग्रा और बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का नाम है.
संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान संगठनों ने मंगलवार को केंद्र की तरफ से पारित तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को हाईलाइट करने के लिए गणतंत्र दिवस के मौके पर ही ट्रैक्टर रैली निकाली. दिल्ली पुलिस की तरफ से रैली को निर्धारित रूट से रैली की मंजूरी मिली थी. हालांकिए मंगलवार सुबह से रैली अनियंत्रित हो गई. किसान संगठनों के लोग रैली में अराजकता, हिंसा, सुरक्षाबलों के साथ हिंसक झड़प करते नजर आए. पुलिस बल ने कई जगहों पर हालात नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया. प्रदर्शनकारियों ने लाल किले पर जमकर उपद्रव किया.
Highlights
दिल्ली पुलिस ने कहा कि गाजीपुर बॉर्डर बंद है. NH 24, NH 9, रोड नंबर 56, 57 A, कोंडली, पेपर मार्केट, टेलको टी प्वॉइंट, अक्षरधाम और निजामुद्दीम खत्ता से ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया गया है. क्षेत्र और विकास मार्ग पर में ट्रैफिक बहुत ज्यादा है, वैकल्पिक रूट का इस्तेमाल करें.
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि वे आत्महत्या कर लेंगे लेकिन जब तक कृषि बिलों को वापस नहीं लिया जाता, उस समय तक आंदोलन खत्म नहीं करेंगे.
दिल्ली पुलिस ने किसान आंदोलन के दौरान हिंसा से संबंधित 33 एफआईआर दर्ज की हैं और 44 लोगों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है.
गाजियाबाद के ADM सिटी शैलेंद्र कुमार ने कहा कि CrPC के सेक्शन 133 के तहत किसानों को नोटिस भेजा गया है.
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि वे जगह खाली नहीं करेंगे और बैठकर अपना विरोध जारी रखेंगे. प्रशासन ने बेसिक सुविधाओं जैसे पानी और बिजली की सप्लाई को हटा दिया है. उसे गांवों से लाएंगे.
उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी डीएम और SSP को राज्य में किसान आंदोलन को खत्म करने को सुनिश्चित करने के लिए आदेश दिया है.
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा है कि वह किसानों से जुड़ी विभिन्न मांगों को लेकर महाराष्ट्र के अहमदनगर में रालेगण सिद्धि में 30 जनवरी से आंदोलन करेंगे. उन्होंने समर्थकों से अपनी-अपनी मौजूदगी वाली जगहों पर आंदोलन करने की अपील की है.
जिस व्यक्ति ने लाल किले की घटना की जिम्मेदारी ली, उसे गिरफ्तार नहीं किया गया. यह दर्शाता है कि यह सरकार की साजिश है. मामले की जांच होनी चाहिए: रामपाल जट, किसान महापंचायत
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने पुलिस कर्मियों को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने लिखा है कि 26 जनवरी को किसान आंदोलन के उग्र और हिंसक हो जाने के बावजूद उन्होंने अत्यंत संयम और सूझबूझ का परिचय दिया है जबकि उनके पास बल प्रयोग का विकल्प मौजूद था. उन्होंने पत्र में पुलिसकर्मियों के संयम और धैर्य के लिए धन्यवाद व्यक्त किया है और कहा है कि आने वाले कुछ दिन अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं और ऐसे में सचेत रहने की आवश्यकता है.
उत्तर प्रदेश के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि अगर दिल्ली पुलिस 26 जनवरी से जुड़ी हिंसा मामले में वे मदद करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय त्यौहार के दिन इस प्रकार की किसी हरकत को अनुमति नहीं दी जा सकती है. एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि लोगों ने उन्हें आश्वस्त किया है कि वे किसी भी असामाजिक तत्व को अपने यहां शरण नहीं देंगे.
उत्तर प्रदेश के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि 26 जनवरी की हिंसा के कारण कुछ किसान संगठनों ने अपनी इच्छा से चिल्ला बॉर्डर और दलित प्रेरणा स्थल से विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया है. एडीजी ने कहा कि जब उन्होंने बागपत के स्थानीय अधिकारियों से बातचीत किया तो उन्होंने बताया कि एनएचएआई प्रोजेक्ट के बारे में किसानों को बताया गया तो उन्होंने वहां से अपना प्रदर्शन खत्म कर दिया. एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) ने कहा कि देशद्रोही तत्वों की पहचान के लिए कुछ लोगों को तैनात किया गया है और जल्द से जल्द विरोध प्रदर्शनों को खत्म करने के लिए किसान संगठनों से बातचीत की जाएगी.
केंद्रीय कृषि कानून के खिलाफ विरोध में कल राष्ट्रपति के संसद संबोधन का कांग्रेस एनसीपी, जेके नेशनल कांफ्रेंस, डीएमके, एआईटीसी, शिवसेना, सपा, आरजेडी, सीपीआई (एम), सीपीआई, आईयूएमएल, अकाली दल , आरएसपी, एमडीएमके, केरल कांग्रेस (एम) और एआईयूडीएफ बहिष्कार करेंगी.
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दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन प्रवक्ता राकेश टिकैत के टेंट के बाहर एक नोटिस लगाया है. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया है. टिकैत को तीन दिन में जवाब देना है कि 26 जनवरी पर ट्रैक्टर रैली को लेकर दिल्ली पुलिस के साथ हुए समझौते का उल्लंघन करने के लिए टिकैत के खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों न की जाए. नोटिस में टिकैत को उनके संगठन से जुड़े उन लोगों के नाम बताने को भी कहा गया है जो हिंसा के दोषी हैं.
26 जनवरी की घटना का विरोध करते हुए कुछ किसान संगठनों ने स्वेच्छा से चिल्ला बॉर्डर और दलित प्रेरणा स्थल पर अपना आंदोलन खत्म कर दिया है. प्रशांत कुमार, ADG, लॉ एंड ऑर्डर, यूपी पुलिस (ANI)
भारतीय किसान यूनियन प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि 26 जनवरी को होने वाली हिंसा किसान संघों को बदनाम करने और पंजाब को शेष देश से अलग करने की साजिश थी.
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि 16 राजनीतिक पार्टियां की तरफ से वे बयान जारी कर रहे हैं कि वे कल संसद में राष्ट्रपति के संबोधन का बॉयकॉट करेंगे क्योंकि बिना विपक्ष के कृषि बिल को संसद से जबरदस्ती पास कराया गया था.
सिंघू (दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर) पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है. पुलिस सड़क के एक हिस्से को बैरिकेड लगाकर प्रतिबंधित कर रही है ताकि विरोध करने वाले सड़क के एक ओर से दूसरी ओर न जाएं. प्रर्दशनकारी इस बैरिकेडिंग का विरोध कर रहे हैं.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन का कहना है कि लाल किला और जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशनों के एंट्री/एग्जिट गेट को खोल दिया गया है. सभी स्टेशन अब खुले हैं और सभी मेट्रो लाइन्स पर सामान्य सेवा जारी है.
अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली में 26 जनवरी की हिंसा मामले में जिन किसान नेताओं पर FIR हुई है, उन्हें अपने पासपोर्ट सरेंडर करने को कहा जाएगा. (PTI)
गृह मंत्री अमित शाह ने तीरथ राम शाह हॉस्पिटल जाकर ट्रैक्टर रैली में घायल हुए पुलिसकर्मियों का हाल जाना. वह घायलों से मिलने सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर भी गए.
दिल्ली पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया है. टिकैत को तीन दिन में जवाब देना है कि 26 जनवरी पर ट्रैक्टर रैली को लेकर दिल्ली पुलिस के साथ हुए समझौते का उल्लंघन करने के लिए टिकैत के खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों न की जाए. नोटिस में टिकैत को उनके संगठन से जुड़े उन लोगों के नाम बताने को भी कहा गया है जो हिंसा के दोषी हैं.
दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर रैली को लेकर पुलिस के साथ हुए समझौते को तोड़ने के लिए योगेंद्र यादव, बलदेव सिंह सिरसा, बलबीर एस राजेवाल समेत कम से कम 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किया है. उन्हें 3 दिनों में जवाब देने के लिए कहा गया है. (ANI)
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को उत्तरी दिल्ली के उन दो अस्पतालों का दौरा करेंगे जहां 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में घायल हुए पुलिस कर्मियों को भर्ती कराया गया है. (ANI)
टिकरी बॉर्डर पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं. कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है.
दिल्ली से गाजियाबाद को जोड़ने वाले नेशनल NH- 24 को खोल दिया गया है. (ANI)
राकेश टिकैत, भारतीय किसान यूनियन ने कहा कि कल दिल्ली में ट्रैक्टर रैली काफी सफलतापूर्वक हुई. अगर कोई घटना घटी है तो उसके लिए पुलिस प्रशासन जिम्मेदार रहा है. कोई लाल किले पर पहुंच जाए और पुलिस की एक गोली भी न चले. यह किसान संगठन को बदनाम करने की साजिश थी. किसान आंदोलन जारी रहेगा.
किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि 1 फरवरी को बजट वाले दिन पर संसद के लिए मार्च की योजना को रद्द किया जाता है.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा कि 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. उनसे सवाल किए जा रहे हैं.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा कि पुलिस ने 25 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज किए हैं. वे आरोपी की पहचान करने के लिए फेशियल रिकोग्निशन सिस्टम का इस्तेमाल कर रहे हैं और सीसीटीवी, वीडियो फुटेज की मदद ले रहे हैं. किसी भी गुनहगार को छोड़ा नहीं जाएगा.
पुलिस कमिश्नर श्रीवास्तव ने कहा कि हिंसा में 394 पुलिसवालों को चोटें आई हैं. और उनमें से कुछ लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं. कुछ आईसीयू वॉर्ड में भर्ती हैं.
कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव ने बताया था कि 25 जनवरी की देर शाम तक, यह सामने आया कि किसान अपनी बात पर नहीं खरे उतर रहे हैं. उन्होंने आक्रामक और उग्रवादी तत्वों को आगे लाया, जिन्होंने स्टेज को लिया और उकसाने वाले भाषण दिए जिससे उनकी मंशा साफ दिख गई.
दिल्ली पुलिस कमीश्नर ने कहा कि यह उन्हें लिखित में दिया गया था कि रैली में पांच हजार से ज्यादा ट्रैक्टर नहीं होने चाहिए और उनके पास कोई हथियार नहीं होना चाहिए.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा कि दिल्ली के लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, यह फैसला किया गया था कि कुछ शर्तें और नियम लागू किए जाने चाहिए. यह उन्हें लिखित में दिया गया था. रैली दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक होनी थी. इसकी अगुवाई किसान नेताओं द्वारा की जानी थी.
दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें किसान आंदोलन की आड़ में बैठे लोगों को हटाने और सड़कों और सार्वजनिक जगहों को खाली करने की मांग की गई है. साथ में, दिल्ली पुलिस कमीश्नर को हटाने और लाल किले पर हुई घटना के जिम्मेदार पुलिस अफसरों को सजा देने की बात शामिल है.
दिल्ली में गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के नेता वीएम सिंह के आंदोलन से वापस हटने के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया.
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि जो किसानों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रहे थे उनका किसानों से कुछ लेना-देना नहीं था. वे अराजकता चाहते थे. उन्होंने 26 जनवरी को अराजकता कर शर्मसार किया. (ANI)
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि किसान आंदोलन की आड़ में हुई हिंसा के लिए सीधे-सीधे गृह मंत्री अमित शाह जिम्मेदारी है. उन्हें एक पल भी अपने पद पर बने रहने का अधिकार नहीं, उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ये मांग है. दिल्ली में उपद्रव को रोकने में असफल रहे गृह मंत्री अमित शाह के इशारे पर दिल्ली पुलिस उन उपद्रवियों पर मुकदमा दर्ज करने की बजाय संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं पर मुकदमा दर्ज कर भाजपा सरकार की साजिश को साबित करती है. (ANI)
हरियाणा में किसान आंदोलन के समर्थन में अभय चौटाला ने विधायक पद से इस्तीफा दिया. उन्होंने चंडीगढ़ में विधानसभा स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंपा. (ANI)