Delhi-NCR Earthquake : दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में एक बार फिर से भूकंप के तेज झटके महसूस किये गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) ने बताया कि यह भूकंप शाम 7.57 बजे आया, जिसकी तीव्रता 5.4 मापी गई. भूकंप के झटके करीब 30 से लेकर 40 सेकंड तक महसूस किए गए. भूकंप के तेज झटके से डरे लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. NCS के मुताबिक भूकंप का केन्द्र नेपाल में था, जिसकी गहराई 10km नीचे थी. पिछले कुछ दिनों में भूकंप के कई झटके महसूस किये गए हैं. हाल ही में आया यह दूसरा तेज भूकंप है.
इससे पहले बुधवार तड़के दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किये गए थे. हिमालयी क्षेत्र में बुधवार को आए भूकंप की तीव्रता 6.6 मापी गई. भूकंप की वजह से नेपाल में 6 लोगों की मौत हो गई थी. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) ने बताया कि यह भूकंप तड़के 1.57 बजे आया, जिसकी तीव्रता 6.6 थी. भूकंप का केंद्र पिथौरागढ़ से लगभग 90 किलोमीटर दूर नेपाल में था. पिछले कुछ दिनों में इस क्षेत्र में कम तीव्रता के कई झटके महसूस किये गए है.
नेपाल में भूकंप की निगरानी करने वाली संस्था एनईएमसी (National Earthquake Monitoring Centre) ने कहा कि यह भूकंप सुबह करीब 2.12 बजे महसूस किया गया था. भूकंप का केंद्र डोटी (Doti) जिला में था. एनईएमसी के मुताबिक तेज भूकंप से पहले मंगलवार को रात 9.07 बजे 5.7 तीव्रता और रात 9.56 बजे 4.1 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किये गए थे. इन दोनों भूकंप का केन्द्र भी डोटी जिला में ही था.
भूकंप के दौरान बरतें ये सावधानियां (NDMA के निर्देशों के अनुसार)
- शांत रहें, रेडियो/टी.वी. को चालू करें तथा इस पर आने वाली हिदायतों का पालन करें.
- समुद्र-तट तथा नदी के निचले किनारों से दूर रहें. बड़ी लहरें आपको बहा सकती हैं.
- भूकंप के बाद आने वाले झटकों के प्रति तैयार रहें.
- पानी, गैस तथा बिजली के स्विचों को बंद कर दें.
- सिगरेट न पिएं तथा माचिस की तीली को न जलाएं अथवा किसी सिगरेट लाइटर का उपयोग न करें.
- स्विच को ऑन न करें क्योंकि गैस लीकेज अथवा शॉर्ट-सर्किट हो सकता है.
- यदि कहीं आग लगी हो तो इसे बुझाने का प्रयास करें. यदि आप इसे बुझा न सकें तो फायर ब्रिगेड को बुलाएं.
- यदि लोगों को गंभीर चोट लगी हो, तो उन्हें तब तक न हिलाएं जब तक कि उन्हें कोई खतरा न हो.
- उस ज्वलनशील पदार्थ जैसे अल्कोहल और पेंट जो जमीन पर बिखर गया हो को तुरंत साफ कर दें.
- यदि आपको पता चल जाए कि लोग जल गए हैं, तो बचाव टीमों को बुलाएं.
- हड़बड़ी न मचाएं तथा घायल लोगों की मदद करें.