इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) ने लोगों से कहा है कि वह उन टिकटों को रद्द नहीं करें जो उन्होंने ऑनलाइन उस ट्रेन के लिए बुक कराई थी जो रद्द हो चुकी है. उसने यह भरोसा दिया है कि पूरी राशि का रिफंड अपने आप भी वापस मिल जाएगा. इससे पहले रेलवे ने 21 जून तक काउंटर टिकटों को रद्द कराने के लिए समयावधि को बढ़ाकर तीन महीने कर दिया था. रेलवे की सब्सिडरी IRCTC ने एक बयान में कहा कि ट्रेनों के रद्द किए जाने के बाद ई-टिकटों को रद्द करने के संबंध में कई संदेह व्यक्ति किए गए हैं.
रेलवे कोई चार्ज नहीं लेगा
IRCTC ने कहा कि यूजर के स्तर पर रद्द करने की कोई आवश्यकता नहीं है. अगर व्यक्ति अपनी टिकट को रद्द करता है, तो इस बात की संभावना है कि उसे कम रिफंड मिल सकता है. इसलिए मुसाफिरों को सलाह दी जाती है कि रेलवे ने जिन ट्रेनों को रद्द किया है, वे उनके लिए ई-टिकट को खुद से रद्द न करें.
उसने कहा है कि रिफंड की राशि अपने आप यूजर ने जिस अकाउंट के इस्तेमाल से ई-टिकट बुक की हैं, उसमें डाल दी जाएगी. बयान में कहा गया है कि ट्रेन के रद्द होने पर रेलवे कोई चार्ज की कटौती नहीं करेगा. रेलवे ने 31 मार्च तक सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया है.
COVID-19: अगले 21 दिन तक पूरे देश में संपूर्ण लॉक डाउन, इसे कर्फ्यू ही समझें- PM मोदी
देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार रात को एक बार फिर देश को संबोधित किया. यह संबोधन कोरोना वायरस को लेकर सरकार के अगले कदम की जानकारी देने के लिए था. पीएम मोदी ने मंगलवार रात 12 बजे से पूरे भारत में संपूर्ण लॉक डाउन का एलान किया है. यह लॉक डाउन अगले 21 दिन तक रहेगा. पीएम मोदी ने कहा है कि इसे एक तरह का कर्फ्यू ही समझें.
(Input: PTI)