Windfall Tax: केंद्र सरकार ने आज गुरुवार को घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स घटाने का एलान किया है. माना जा रहा है कि सरकार के इस फैसले से तेल कंपनियों को फायदा होगा. सरकारी स्वामित्व वाली ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ONGC) जैसी फर्मों द्वारा उत्पादित कच्चे तेल पर टैक्स को मौजूदा 10,200 रुपये प्रति टन से घटाकर 4,900 रुपये प्रति टन ($60.34) कर दिया गया है. इसके अलावा, सरकार ने डीजल पर निर्यात कर भी घटाकर 8 रुपये प्रति लीटर कर दिया है. विंडफॉल टैक्स में यह बदलाव कल यानी 2 दिसंबर से लागू होगा.
जेट फ्यूल की कीमतों में भी कटौती
सरकार ने जेट फ्यूल (ATF) की कीमतों में आज गुरुवार को 2.3 फीसदी की कमी की है. इस कमी के बाद एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) की कीमत राष्ट्रीय राजधानी में 2,775 रुपये प्रति किलोलीटर या 2.3 प्रतिशत घटकर 1,17,587.64 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई. सरकार हर 15 दिन पर विंडफॉल टैक्स की समीक्षा करती है. सबसे पहले 1 जुलाई 2022 को पेट्रोल और एटीएफ पर 6 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपए प्रति लीटर की एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाई गई थी. इसके अलावा, कच्चे तेल के घरेलू उत्पादन पर 23250 रुपए प्रति टन का विंडफॉल टैक्स लगाया गया था.
क्या होता है विंडफाल टैक्स
विंडफाल टैक्स का मतलब किसी अप्रत्याशित लाभ पर लगाए जाने वाले टैक्स से है. अगर किसी वजह से कंपनी को अप्रत्याशित लाभ होता है तो सरकार इस लाभ पर अतिरिक्त टैक्स लगाती है. रूस यूक्रेन संकट की वजह से तेल के दामों में अप्रत्याशित बढ़त देखने को मिली थी. जिससे तेल कंपनियों को अप्रत्याशित रूप से काफी मुनाफा हुआ था. जिससे सरकार ने इस तेल पर टैक्स लगाने का फैसला लिया था. वहीं सरकार के इस फैसले से घरेलू सप्लाई बढ़ाने में भी मदद मिली है.
(इनपुट-रॉयटर्स)