Bharat Jodo Yatra Srinagar Rally Amid Heavy Snowfall: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा अपने लिए या कांग्रेस पार्टी के लिए नहीं, बल्कि हिंदुस्तान की जनता के लिए निकाली है. श्रीनगर की रैली में राहुल ने कहा कि हमारा मकसद उस विचारधारा के खिलाफ मिलकर खड़े होना है, जो इस देश की नींव को तोड़ने की कोशिश कर रही है. लेकिन नफरत से नहीं, क्योंकि वो हमारा तरीका नहीं है. हम मोहब्बत से खड़े हों. अगर हम प्यार से बात करेंगे तो हमे सफलता मिलेगी. अगर हम ऐसा करेंगे तो उनकी विचारधारा को सिर्फ हराएंगे नहीं, बल्कि उनके दिलों से भी निकाल देंगे. ये मुहब्बत का तरीका ही हिंदुस्तान का तरीका है. हमने ये छोटी सी कोशिश की है. हमारी ये कोशिश नफरत के बाजार में मुहब्बत की दुकान खोलने की कोशिश है. राहुल गांधी ने ये तमाम बातें भारत जोड़ो यात्रा के समापन के मौके पर श्रीनगर में आयोजित रैली में कही.
मेरे पूर्वज कश्मीरियत लेकर गंगा तक गए : राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कश्मीर से अपने परिवार के पुराने रिश्तों को याद करते हुए कहा कि मिलजुल रहने की यह सोच उनके पुरखे कश्मीर से लेकर उत्तर प्रदेश आए थे. राहुल ने कहा, “मेरा परिवार कश्मीर से गंगा की तरफ गया था. इलाहाबाद में संगम के किनारे हमारा घर है. मैं जब यहां आ रहा था तो लग रहा था कि मैं अपने घर आ रहा हूं. हमारे परिवार के लोगों ने कश्मीरियत को गंगा में मिलाया था. उत्तर प्रदेश में उस भावना का प्रसार किया जिसे गंगा-जमुनी तहजीब कहा जाता है. उनकी यह सोच उन्हें जम्मू-कश्मीर ने सिखाई थी, लद्दाख ने सिखाई थी, जहां हिंदू धर्म, इस्लाम और बौद्ध धर्म – सबकी विचारधारा बसती है. राहुल गांधी के पूरे भाषण के दौरान जमकर बर्फबारी हो रही थी, जिसे आप ट्विटर पर कांग्रेस की तरफ से शेयर की गई वीडियो क्लिप में भी देख सकते हैं. उसके बावजूद राहुल पूरे 35 मिनट तक बोले.
नफरत करने वालों को मौका दिया, टीशर्ट का रंग लाल कर दें : राहुल
राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जम्मू-कश्मीर में अनुभवों का जिक्र करते हुए कहा, “मुझे सिक्योरिटी वालों ने कहा कि आप पूरे हिंदुस्तान में चल सकते हैं. जम्मू में भी चल सकते हैं, लेकिन आखिरी चार दिन जो कश्मीर में हैं, वो आपको गाड़ी से जाना चाहिए. तीन-चार दिन पहले प्रशासन ने कहा, शायद डराने के लिए, कि अगर आप पैदल चलेंगे तो आपके ऊपर ग्रेनेड फेंका जा सकता है. मैंने सोचा मैं अपने घर वापस जा रहा हूं. चार दिन पैदल तो चलूंगा. अपने घर के जो लोग हैं, उनके बीच में चलूंगा और जो मुझसे नफरत करते हैं, उनको क्यों न एक मौका दूं कि मेरी सफेद शर्ट का रंग बदल दें. लाल कर दें. क्योंकि मेरे परिवार ने मुझे यही सिखाया है, गांधी जी ने मुझे सिखाया है कि अगर जीना है तो डरे बिना जीना है. नहीं तो जीना नहीं है. तो मैंने सोचा चार दिन चलना है. बदलना है, तो बदल दो टीशर्ट का रंग. लाल कर दो. देखी जाएगी. लेकिन वही हुआ जो मैंने सोचा था. जम्मू-कश्मीर के लोगों ने मुझे ग्रेनेड नहीं, बल्कि दिल खोलकर प्यार दिया. गले मिले. अपना माना.”
जिसने हिंसा को सहा नहीं, वो दर्द नहीं समझ सकता : राहुल
जम्मू कश्मीर में हिंसा की वजह से होने वाली जवानों और आम युवाओं की मौत की चर्चा करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “हमारे जम्मू-कश्मीर के युवाओं को, सेना-सीआरपीएफ, बीएसएफ के जवानों को उनके परिवार को बच्चों से कहना चाहता हूं कि मैं हिंसा को समझता हूं. मैंने हिंसा सही है, देखी है. जिन्होंने हिंसा नहीं सही, नहीं देखी, उन्हें यह बात समझ नहीं आएगी. जैसे मोदी जी हैं, अमित शाह जी हैं, अजित डोवल जी हैं, आरएसएस के लोग हैं. वे इस दर्द को समझ नहीं सकते हैं. उन्होंने हिंसा नहीं देखी है. बीजेपी के नेता मेरी तरह कश्मीर में चार दिन पैदल नहीं चल सकते हैं. इसलिए नहीं कि लोग उन्हें चलने नहीं देंगे. बल्कि इसलिए कि वे डरते हैं. पुलवामा के जो शहीद थे, उनके बच्चों के, परिवार वालों के दिल पर क्या बीती, ये वो नहीं समझ सकते. मैं समझता हूं, मेरी बहन समझती है.”
दादी, पिता की हत्या हुई, नहीं चाहता किसी के साथ ऐसा हो : राहुल
राहुल गांधी ने अपने जीवन के उन लम्हों को भी लोगों के साथ साझा किया, जब उन्हें उनकी दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी की हत्या की खबर फोन पर मिली थी. उन्होंने कहा कि यही वजह है कि वे उस बात को समझते हैं कि ऐसे फोन कॉल्स रिसीव करने वालों पर क्या गुजरती है. राहुल ने कहा कि उनसे हाल में किसी ने पूछा कि मैं जम्मू-कश्मीर में क्या हासिल करना चाहता हूं? तो मेरा जवाब ये है कि मैं चाहता हूं, अपनों को खोने की खबर देने वाले ऐसे फोन कॉल किसी मां को, किसी बच्चे को न लेने पड़ें. ऐसे फोन कॉल बंद होने चाहिए.”
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भारत जोड़ो यात्रा चुनाव जीतने के लिए नहीं : खड़गे
कांग्रेस की रैली को राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव प्रियंका गांधी ने भी संबोधित किया. खड़गे ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा चुनाव जीतने के लिए नहीं, बल्कि बीजेपी-आरएसएस की तरफ से देशभर में फैलाई जा रही नफरत को रोकने के मकसद से निकाली गई. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने साबित कर दिया कि वे महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर कन्याकुमारी से कश्मीर तक पूरे देश को एकजुट कर सकते हैं. उन्होंने कहा, बीजेपी ने कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाया, हम कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करवाएंगे. प्रियंका गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, “कन्याकुमारी से लेकर श्रीनगर तक यात्रा जहां-जहां गई, इसे अभूतपूर्व जनसमर्थन मिला. क्योंकि इस देश में एक जज्बा है- देश के संविधान के लिए, देश की धरती के लिए.”