साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. जालसाज नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने की फिराक में रहते हैं. आपकी एक चूक भारी नुकसान की वजह बन सकती है. इसे लेकर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने खाताधारकों को आगाह किया है. EPFO ने ट्वीट के जरिए चेतावनी दी है कि फोन या सोशल मीडिया पर कॉन्फिडेंशियल डिटेल्स साझा करने से बचें.
EPFO ने कहा है कि संगठन कभी भी लोगों से फोन या सोशल मीडिया पर आधार, UAN, PAN, बैंक अकाउंट जैसी व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगता है. न ही बैंक में कोई रकम जमा करने को कहता है. इसलिए जालसाजों से सावधान रहें और अगर कोई अनजान व्यक्ति ये डिटेल मांगे तो न दें.
EPFO never asks for personal details like #Aadhaar, #UAN, PAN, Bank account, etc over phone / social media, or to deposit any amount in bank.#IndiaFightsCorona #EPFO #CoronavirusOutbreak #StayHomeStaySafe pic.twitter.com/X2WC8jEZDx
— EPFO (@socialepfo) April 30, 2020
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बैंक भी करते रहते हैं आगाह
बैंक भी अपने ग्राहकों को अक्सर इस बारे में चेतावनी देते रहते हैं कि उनका कोई भी कर्मचारी फोन, एसएमएस, ईमेल आदि के जरिए लोगों से उनके बैंक खाता, इंटरनेट बैंकिंग यूजर आईडी, पासवर्ड, CVV नंबर, ओटीपी आदि नहीं मांगता है. इसलिए इन्हें साझा करने से बचें. साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी व्यक्तिगत जानकारी को न डालें.
कभी-कभी लोग बैंकों को उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर शिकायत करते वक्त बैंकिंग डिटेल्स भी प्रमाण के तौर पर फोटो या डॉक्युमेंट के रूप में शेयर कर देते हैं. यह जालसाजी को निमंत्रण देना है. SBI कह चुका है कि अगर ग्राहक सोशल मीडिया पर ऐसी डिटेल्स शेयर करते हैं और वह उनके साथ फ्रॉड की वजह बनती है तो इसके लिए बैंक जिम्मेदार नहीं होगा.