Yashwant Sinha in TMC: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा आज शनिवार 13 मार्च को भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए. अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्रित्व काल में वह केंद्रीय वित्त मंत्री और केंद्रीय विदेश मंत्री के तौर पर काम कर चुके हैं. कोलकाता में एक समारोह में टीएमसी में शामिल होने के बाद उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधा. सिन्हा ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के समय में जनमत में भरोसा किया जाता था लेकिन आज के समय में सरकार सिर्फ दबाव के जरिए अपनी जीत सुनिश्चित कर रही है. सिन्हा ने कहा कि अकाली और बीजेडी ने भी बीजेपी को छोड़ दिया और अब बीजेपी के साथ है ही कौन.
सिन्हा ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर नंदीग्राम पर हुए हमले के चलते उन्होंने टीएमसी ज्वाइन करने का फैसला कर लिया. सिन्हा ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि लोकतंत्र की मजबूती इसके इंस्टीट्यूशंस की मजबूती में है लेकिन आज न्यायपालिका समेत सभी संस्थाएं कमजोर हो चुकी हैं.
BJP during Atal Ji’s time believed in consensus but today’s government believes in crushing & conquering. Akalis, BJD have left the BJP. Today, who is standing with BJP?: Yashwant Sinha, TMC, in Kolkata pic.twitter.com/6bx5S64t5I
Also Read— ANI (@ANI) March 13, 2021
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प्रशासनिक सेवा से आए थे राजनीति में यशवंत सिन्हा
यशवंत सिन्हा पहले भारतीय प्रशासनिक सेवा में थे. 24 वर्षों तक प्रशासनिक सेवा में काम करने के बाद उन्होंने 1984 में अपने पद से इस्तीफा देकर जनता पार्टी के सदस्य के रूप में राजनीति में प्रवेश किया. 1988 में वे राज्यसभा सांसद बने. 1996 में सिन्हा बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता बने और 1998 में उन्हें वित्त मंत्री बनाया गया. इसके अलावा उन्होंने वाजपेयी सरकार में विदेश मंत्री के तौर पर भी काम किया था. 2004 के चुनाव में हार के एक साल बाद वह फिर संसद सदस्य बने. जून 2009 में उन्होंने भाजपा के उपाध्यक्ष से इस्तीफा दे दिया. सिन्हा ऐसे वित्त मंत्री के तौर पर जाने जाते हैं जिन्होंने 53 वर्ष पुरानी परंपरा तोड़ते हुए भारतीय बजट को शाम 5 बजे पेश करने की बजाय 11 बजे पेश करने की शुरुआत की.
पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से शुरू हैं चुनाव
पश्चिम बंगाल में आठ चरण में वोटिंग होगी. पहले चरण में 27 मार्च, दूसरे चरण में 1 अप्रैल, तीसरे चरण में 6 अप्रैल , चौथे चरण में 10 अप्रैल, पांचवे चरण में 17 अप्रैल, छठें चरण में 22 अप्रैल, सातवें चरण में 26 अप्रैल और आठवें चरण में 29 अप्रैल को वोटिंग होगी. मतगणना 2 मई को होगी. 2016 के चुनावी दंगल में 294 सीटों वाली पश्चिम बंगाल विधानसभा में जीत हासिल कर ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार बनी. तृणमूल कांग्रेस को 209 सीट, बीजेपी को 27, कांग्रेस को 23 और सीपीआई(एम) को 19 सीटें हासिल हुई थी.