Indian Banking Sector: ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज ने इंडियन बैंकिंग सेक्टर पर भरोसा दिखाया है. मूडीज ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की लॉन्ग टर्म डिपॉजिट रेटिंग की पुष्टि करने के साथ ही पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी), केनरा बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा की डिपॉजिट रेटिंग में सुधार किया है. मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने एक बयान में कहा कि पब्लिक सेक्टर के इन सभी बैंकों की लंबी अवधि की रेटिंग का आउटलुक स्टेबल बना हुआ है.
मैक्रो इकोनॉमिक एन्वायरमेंट में सुधार
मूडीज ने एसबीआई की लॉन्ग टर्म लोकल एंड फॉरेन करंसी बैंक डिपॉजिट रेटिंग को ‘Baa3’ पर बनाए रखा है. जबकि बाकी तीनों सार्वजनिक बैंकों की लॉन्ग टर्म डिपॉजिट रेटिंग में सुधार किया है. मूडीज ने कहा कि एसबीआई की लॉन्ग टर्म डिपॉजिट रेटिंग को ‘Baa3’ पर बनाए रखना और बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक एवं पीएनबी की लॉन्ग टर्म डिपॉजिट रेटिंग को ‘Baa1’ से अपग्रेड कर ‘Baa3’ करना भारत के मैक्रो इकोनॉमिक एन्वायरमेंट में सुधार को दर्शाता है.
बैंकिग सेक्टर पर सरकार का फोकस
इससे यह भी साफ होता है कि जरूरत के समय बैंकों को सरकार की ओर से बहुत हाई लेवल का सपोर्ट मिल रहा है. मूडीज की बैंक जमा रेटिंग किसी बैंक की विदेशी एवं घरेलू मुद्रा जमा दायित्वों को समय पर चुकाने की क्षमता को दर्शाती है. मूडीज ने कहा कि भारत में डेट की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हुआ है, रिटेल लोन का प्रदर्शन अच्छा हुआ है और कंपनियों की वित्तीय स्थिति भी सुधरी है. हालांकि स्माल और मिड साइज की कंपनियां अब भी बैंकों की एसेट क्वालिटी के लिए जोखिम बनी हुई हैं.
भारतीय अर्थव्यवस्था बेहतर हालत में
मूडीज ने कहा कि भारत की आर्थिक ग्रोथ पर बढ़ती ब्याज दरों और ग्लोबल मंदी का असर होगा, लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था अन्य उभरते बाजारों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करेगी. इन फैक्टर्स से बैंकों के लिए परिचालन माहौल मददगार बना रहेगा. रेटिंग एजेंसी को उम्मीद है कि अगले एक-डेढ़ साल में बैंकों की एसेट क्वालिटी अच्छी बनी रहेगी, जिसमें अनुकूल परिचालन परिवेश और कंपनियों के बैलेंसशीट में सुधार से मदद मिलेगी.