Buy or Hold Zomato Share: ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) के शेयरों में आज जोरदार तेजी देखने को मिल रही है. शेयर करीब 12 फीसदी मजबूत होकर 72 रुपये के भाव पर पहुंच गया. गुरूवार को नतीजे वाले दिन शेयर 64 रुपये पर बंद हुआ था. असल में सितंबर तिमाही में कंपनी अपना घाटा कम करने में कामयाब रही है. दूसरी तिमाही में Zomato का घाटा कम होकर 250.8 करोड़ रुपये रह गया है, जबकि पिछले साल इस अवधि में कंपनी को 434.9 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. नीतीजों के बाद ब्रोकरेज हाउस भी शेयर को लेकर व्यू बना रहे हैं.
Zomato पर क्या कहती है ब्रोकरेज की रिपोर्ट
ब्रोकरेज हाउस आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने Zomato के शेयर में होल्ड की सलाह दी है और 65 रुपये का टारगेट रखा है. ब्रोकरेज का कहना है कि Q1FY24 तक Zomato बिजनेस के लिए EBITDA-ब्रेकईवन पाने की दिशा में मैनेजमेंट की गाइडलाइंस के लिए कर्मचारियों और मार्केटिंग पर होने वाले खर्चों पर नजर रखनी होगी. ब्रोकरेज ने FY24E के लिए EBITDA मार्जिन -1.3% रहने का अनुमान लगाया है.
हाइपरप्योर बिजनेस (Zomato का B2B ई-कॉमर्स वर्टिकल) को ओवरआल सेग्मेंट में बढ़ोतरी से फायदा होने की उम्मीद है. हालांकि, हाइपरप्योर का स्केल-अप रेफ्रिजरेटेड सप्लाई चेन के निर्माण में महत्वपूर्ण निवेश और फ्रेश फार्म उत्पादों की टैगिंग और बैचिंग के लिए टेक्नोलॉजी पर निर्भर करेगा.
करंट प्राइस से हाई रिटर्न की उम्मीद
ब्रोकरेज हाउस जेफरीज ने Zomato में निवेश की सलाह दी है और 100 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है. गुरूवार को बंद भाव 64 रुपये के लिहाज से इसमें 56 फीसदी रिटर्न मिल सकता है. ब्रोकरेज के अनुसार कंपनी मैनेजमेंट घाटे को कम करने पर लगातार फोकस कर रही है. टेक रेट में इजाफे से भी कंपनी को फायदा मिलने की उम्मीद है.
बता दें कि नतीजों के बाद Zomato के सीईओ और फाउंडर दीपिंदर गोयल ने कहा कि हम अपने आप को लंबी अवधि के लिए तैयार कर रहे हैं. इसके लिए हम अपना इवैल्यूएशन करेंगे और भविष्य के लिए कंपनी की रणनीति तय करेंगे.
कैसे रहे ओवरआल नतीजे
Zomato को सितंबर तिमाही में घाटा 250.8 करोड़ रुपये रहा है, जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 434.9 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 1024.2 करोड़ से बढ़कर 1661.3 करोड़ रुपये रहा है. कंपनी के कुल खर्च में भी इजाफा हुआ है. सितंबर तिमाही में कंपनी का कुल खर्च 2,091.3 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की इस अवधि में 1,601.5 करोड़ रुपये था.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)