Wipro Q3 Results: विप्रो ने तीसरी तिमाही (Q3FY23) के नतीजों का एलान कर दिया है. अक्टूबर से दिसंबर 2022 के दौरान कंपनी के नेट प्रॉफिट में 3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि कन्सॉलिडेटेड रेवेन्यू में 14.3 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है. कंपनी के नतीजे आमतौर पर बाजार की उम्मीदों के आसपास ही रहे हैं. पूरे वित्त वर्ष (FY23) के लिए कंपनी ने अपने आईटी सर्विसेज बिजनेस के रेवेन्यू में 11.5-12% बढ़ोतरी की उम्मीद भी जाहिर की है. इसके साथ ही कंपनी ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए 1 रुपये के अंतरिम डिविडेंड की घोषणा भी की है.
विप्रो के शुक्रवार को घोषित तिमाही नतीजों के मुताबिक अक्टूबर-दिसंबर 2022 के दौरान कंपनी की कन्सॉलिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 14.3 फीसदी बढ़कर 23,229 करोड़ रुपये रही. तीसरी तिमाही के दौरान कंपनी का कन्सॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 2.8 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 3053 करोड़ रुपये रहा. पिछले साल की तीसरी तिमाही के दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट 2,969 करोड़ रुपये रहा था. सीक्वेंशियल आधार पर देखें तो कंपनी के रेवेन्यू में 3 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जबकि मुनाफे में 15 फीसदी का उछाल देखने को मिला है.
11.5-12% रेवेन्यू ग्रोथ की उम्मीद
पूरे वित्त वर्ष 2022-23 के लिए विप्रो ने अपने आईटी सर्विसेज बिजनेस में कॉन्स्टैंट करेंसी टर्म्स में 11.5-12 फीसदी की रेवेन्यू ग्रोथ हासिल करने की उम्मीद जाहिर की है. तीसरी तिमाही के दौरान कंपनी के आईटी सर्विसेज बिजनेस में सालाना आधार पर 10.4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. तीसरी तिमाही के दौरान विप्रो का ऑपरेटिंग मार्जिन सीक्वेंशियल आधार पर 120 बेसिस प्वाइंट बढ़कर 16.3 फीसदी रहा. अक्टूबर-दिसंबर 2022 के दौरान कंपनी ने 4.3 अरब डॉलर की डील्स हासिल की हैं, जो सालाना आधार पर 26 फीसदी की ग्रोथ दर्शाता है. वहीं, लार्ज डील्स में सालाना आधार पर 69 फीसदी की जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है.
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वॉलंटरी एट्रीशन में गिरावट
विप्रो में वॉलंटरी एट्रीशन (voluntary attrition) यानी कर्मचारियों के अपनी मर्जी नौकरी छोड़ने का अनुपात लगातार चौथी तिमाही में घटा है. तीसरी तिमाही में वॉलंटरी एट्रीशन 21.2 फीसदी रहा, जो पिछली तिमाही के मुकाबले 180 बेसिस प्वाइंट्स कम है. विप्रो के नतीजों का एलान होने के साथ ही देश की चार प्रमुख टेक कंपनियों के रिजल्ट सामने आ गए हैं. टीसीएस (TCS), इंफोसिस (Infosys) और एचसीएल टेक (HCL Tech) के रिजल्ट भी इसी सप्ताह आए हैं. शुक्रवार को HCL Tech के शेयर टॉप लूजर में शामिल रहे, जबकि Infosys के रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस बढ़ाने के बाद ब्रोकरेज हाउस उसमें बड़ा टारगेट प्राइस दे रहे हैं.