कोरोना वायरस से कारोबारों के राजस्व का बड़ा नुकसान हो रहा है. इससे प्रभावित उबर (Uber) ने अपने 3,500 फुल टाइम कर्मचारियों को जूम पर कॉल के दौरान पिंक स्लिप दे दी. ये उसके कुल कर्मचारियों का 14 फीसदी है. कंपनी के मैनेजर ने कर्मचारियों को कई जूम कॉल के दौरान बताया कि आज उनका उबर के साथ आखिरी काम का दिन होगा. ये हर कॉल तीन मिनट से कम समय की थी और इन सभी कॉल में यही समान मैसेज था. डेली मेल के द्वारा प्राप्त फुटेज में यह बात सामने आई है.
वित्तीय संकट में कंपनी
कंपनी ने पिछले हफ्ते यह एलान किया था कि उसे 3,500 कर्मचारियों की छंटनी करनी पड़ेगी क्योंकि उसे अपने खर्चों और कामकाज की लागत में कटौती करनी है क्योंकि कोरोना वायरस महामारी की वजह से वित्तीय दवाब झेलना पड़ रहा है.
वर्तमान में कैब राइड का कारोबार आधे से भी ज्यादा कोरोना वायरस की वजह से घट गया है. मुश्किल और बुरी किस्मत की बात यह है कि बहुत से फ्रंट लाइन कस्टमर सपोर्ट कर्मचारियों के लिए पर्याप्त काम मौजूद नहीं है. यह बात उबर के फीनिक्स सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के हेड Ruffin Chaveleau ने कर्मचारियों को कही. कंपनी वर्तमान में नई नियुक्ति को रोक रही है क्योंकि अपने राइडशेयर सेगमेंट में सामान्य ट्रिप से कम का अनुभव करना पड़ रहा है. इसी वजह से उसने अपने कस्टमर सपोर्ट और नियुक्ति की टीम में कटौती की है.
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कर्मचारियों के लिए पर्याप्त काम नहीं
उबर के सीईओ Dara Khosrowshahi मे अपने स्टाफ को लिखे खत में कहा कि राइड ट्रिप में आ रही बड़ी गिरावट की वजह से कंपनी के कम्युनिकेशन ऑपरेशंस के साथ इन-पर्सन सपोर्ट की जरूरत में बड़ी गिरावट हुई है. इसके आगे उन्होंने कहा कि नियुक्ति के रूकने के साथ ही नियोक्ताओं के लिए पर्याप्त काम नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के संकट को देखते हुए वे अपनी बेस सैलरी नहीं लेंगे.
उबर वह पहली कंपनी नहीं है, जिसके साथ ऐसा हुआ है. इससे पहले टूरिज्म कंपनी Airbnb ने कहा था कि उसे अपनी वर्कफोर्स में से 25 फीसदी की कटौती करनी होगी और कंपनी की कुल 7,500 वर्कफोर्स में से 1,900 लोगों को निकालना होगा.