Tata Steels Q2FY23 Results: देश की दिग्गज कंपनी टाटा स्टील के मुनाफे में भारी गिरावट दर्ज की गई है. जुलाई से सितंबर 2022 के दौरान कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 90 फीसदी घटकर महज 1297 करोड़ रुपये रह गया. पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ 12,547.70 करोड़ रुपये रहा था. कंपनी के मुनाफे में इस चौंकाने वाली गिरावट के लिए खर्चों में हुई भारी बढ़ोतरी को जिम्मेदार माना जा रहा है. टाटा स्टील ने इन नतीजों की जानकारी सोमवार को स्टॉक एक्सचेंज को दी है.
आय में भारी गिरावट नहीं, लेकिन बढ़े खर्चों ने बिगाड़ी तस्वीर
जुलाई से सितंबर 2022 के तीन महीनों के दौरान टाटा स्टील की कुल आय 60,206.78 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 60,657.98 करोड़ रुपये रही थी. इस आंकड़े से साफ जाहिर है कि कंपनी की कुल आय में वैसी भारी गिरावट नहीं आई है, जैसी मुनाफे में दिखाई दे रही है. लेकिन कंपनी के खर्चों में हुई बढ़ोतरी ने सारी तस्वीर बदलकर रख दी है. सितंबर 2022 में खत्म तिमाही के दौरान कंपनी के कुल खर्चे (total expenses) तेजी से बढ़कर 57,684.09 करोड़ रुपये पर पहुंच गए, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही के दौरान यह खर्च 47,239.63 करोड़ रुपये ही रहा था.
घरेलू बाजार में बेहतर रहा प्रदर्शन : सीईओ
स्टैंडअलोन आधार पर देखें तो जुलाई-सितंबर 2022 के दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट घटकर 2655 करोड़ रुपये रहा, जबकि जुलाई-सितंबर 2021 के दौरान यह 8,708 करोड़ रुपये रहा था. हालांकि इसी दौरान कंपनी की स्टैंडअलोन इनकम 33,262.62 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान तिमाही में 33,068.74 करोड़ रुपये थी. टाटा स्टील के सीईओ और एमडी टीवी नरेंद्रन ने कंपनी के प्रदर्शन के बारे में अलग से जारी एक बयान में कहा है कि प्रमुख देशों में मंदी की आशंकाओं, अंतरराष्ट्रीय हालात और सीज़नल फैक्टर्स का कामकाज पर असर पड़ा है. लेकिन इन मुश्किल हालात के बावजूद टाटा स्टील ने घरेलू बिक्री के मोर्चे पर अब तक का सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है, जिसका श्रेय कंपनी के मजबूत प्रोडक्ट पोर्टफोलियो और विशाल डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क को दिया जाना चाहिए.