Sula Vineyards IPO: शराब बनाने वाली लीडिंग कंपनी सुला वाइनयार्ड्स (Sula Vineyards) ने अपने आईपीओ का प्राइस बैंड तय कर दिया है. कंपनी ने आज बुधवार को कहा कि उसने अपने आईपीओ के लिए 340-357 रुपये का प्राइस बैंड रखा है. कपनी इस आईपीओ के ज़रिए 960 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. यह आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 12 दिसंबर को खुलेगा और 14 दिसंबर को बंद हो जाएगा. कंपनी ने एक बयान में कहा कि एंकर निवेशकों के लिए बोली 9 दिसंबर को खुल जाएगी. यह आईपीओ पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (OFS) पर बेस्ड है. इसके तहत, प्रमोटर, इन्वेस्टर और अन्य शेयरधारकों द्वारा कुल 26,900,532 इक्विटी शेयरों की बिक्री की जाएगी.
Abans Holdings के IPO का प्राइस बैंड तय, 12 दिसंबर को खुलेगा इश्यू, क्या है कंपनी का प्लान?
आईपीओ से जुड़ी तमाम डिटेल
- OFS के तहत शेयर बेचने वालों में प्रमोटर, फाउंडर और CEO राजीव सामंत और कोफिनट्रा, हेस्टैक इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड, सामा कैपिटल III, लिमिटेड, एसडब्ल्यूआईपी होल्डिंग्स लिमिटेड, वर्लिन्वेस्ट एसए और वर्लिन्वेस्ट फ्रांस एसए जैसे निवेशक शामिल हैं.
- अपर प्राइस बैंड के हिसाब से आईपीओ से 960.35 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है.
- सुला वाइनयार्ड्स आईपीओ का लॉट साइज 42 शेयर है. एक रिटेल इन्वेस्टर 13 लॉट तक के लिए आवेदन कर सकता है.
- इसका मतलब है कि अधिकतम 546 शेयर खरीदा जा सकता है या 194,922 रुपये का निवेश किया जा सकता है.
- कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, सीएलएसए इंडिया और आईआईएफएल सिक्योरिटीज बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं. इक्विटी शेयरों को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट करने का प्रस्ताव है.
कंपनी के बारे में डिटेल्स
सुला विनेयार्ड्स रेड, व्हाइट और स्पार्कलिंग वाइन बनाने वाली मार्केट ली़डर है. इसके पॉपुलर ब्रांड की बात करें तो यह सुला के अलावा रासा, डिंडोरी, द सोर्स, सतोरी, मडेरा और डिया ब्रांड नाम से वाइन की बिक्री करती है. यह 13 ब्रांड की 56 अलग-अलग लेबल की वाइन तैयार करती है. इसके पास चार खुद की और दो लीज पर पर लगी गई महाराष्ट्र और कर्नाटक में प्रोडक्शन फैसिलिटीज है. नासिक की यह वाइन कंपनी देश में तेजी से आगे बढ़ने वाली एल्कोहॉलिक बीवरेज कंपनियों में शुमार है. कंपनी का टैक्स के बाद लाभ 30 सितंबर, 2022 को समाप्त छह महीने के लिए कई गुना बढ़कर 30.51 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 4.53 करोड़ रुपये था. 30 सितंबर, 2022 को समाप्त छह महीने के लिए ऑपरेशन से इसका राजस्व 40.8 प्रतिशत बढ़कर 224.07 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 159.15 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था. रिलायंस कैपिटल की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी रिलायंस कॉरपोरेट एडवाइजरी सर्विसेज ने 2018 में सुला वाइनयार्ड्स में 19.05 प्रतिशत हिस्सेदारी 256 करोड़ रुपये में बेची थी.
(इनपुट-पीटीआई)